Texttitel (Kurzbezeichnung) | Landshuter Urkunden |
Textkürzel in ReM (und in der Mittelhochdeutschen Grammatik) | ULands |
Textkürzel im Mittelhochdeutschen Wörterbuch | - |
Textsorte, spezifisch | Recht |
Textsorte | Urkunden |
Textart (P = Prosatext, U = Urkunde, V = Verstext) | U |
Primäre Referenz (Edition, Handschrift) | [Handschrift] |
Sekundäre Referenz (Edition, Handschrift) | - |
Aufbewahrungsort | "[a] München, Hauptstaatsarchiv; [b] Landshut, Staatsarchiv" |
Signatur | "[a] Kloster Landshut-Seligenthal, Urk. Nr. 121 [= 1], 125 [= 2], 136 [= 4], 137 [= 5], 139 [= 6], 143 [= 7], 145 [= 8], 146 [= 9], 147 [= 10], 149 [= 11], 155 [= 12], 159 [= 13], 162 [= 15], 169 [= 17], 171 [= 18], 173 [= 19], 174 [= 21], 176 [= 22], 178 [= 24]; [b] Urk.Nr. 45 [= 3], 60 [= 14], 62 [= 16], 67 [= 20]" |
Link zum Handschriftencensus | - |
Überlieferungstyp (Handschrift, Rolle, Inschrift) | Handschrift |
Blattangabe | - |
Ausschnitt | - |
Sprachstufe (in ReM steht “mhd”) | mhd |
sprachlicher Großraum, weit (oberdeutsch, mitteldeutsch, niederdeutsch) | oberdeutsch |
sprachlicher Großraum, enger (z.B. ostoberdeutsch, westmitteldeutsch) | ostoberdeutsch |
Sprachlandschaft/Dialekt (z.B. nordbairisch, schwäbisch, hessisch) | mittelbairisch |
Lokalisierung/Schreibort | Landshut, Kloster Seligenthal |
Zeit (Jahrhundert(hälfte)) (z.B. 12,2 = 12. Jh., 2. Hälfte) | 14,1 |
Bemerkungen zum Überlieferungsträger | - |
Zeit (genauere Datierung) | - |
Lokalisierung (Entstehungsort) des Textes | - |
Autor des Textes | - |
Sprache des Autors | - |
Übersetzungsvorlage | - |
Edition (Standardedition, auf die sich ggf. die primäre oder sekundäre Referenz bezieht) | Landshuter Urkundenbuch. 2 Bde. Hrsg. von Theo Herzog. Neustadt an der Aisch 1963, Nr. 370, 375, 385, 400, 401, 406, 413, 420, 423, 427, 429, 455, 472, 478, 480, 485, 499, 504, 512, 516, 517, 519, 525, 526. |
Korpuszugehörigkeit (ReM I, ReM II, MiGraKo) | MiGraKo |
Bemerkungen zur Texterfassung/Transkription | - |
Bemerkungen zur Annotation | - |
Digitalisierung von: Name(n) (Arbeitsstelle) | (Bochum) |
Kollationierung von: Name(n) (Arbeitsstelle) | (Bochum) |
Präeditiert durch: Name(n) (Arbeitsstelle) | Susanne Hahn (Bonn) |
Annotierung von: Name(n) (Arbeitsstelle) | Susanne Hahn (Bonn) |
Abschlusskorrektur durch: Name(n) (Arbeitsstelle) | Stefan Müller, Elke Weber (Bonn) |
Zeile | Transkription (Unicode) | Transliteration |
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[1a,1] [1a,2] [1a,3] [1a,4] [1a,5] [1a,6] [1a,7] [1a,8] [1a,9] [1a,10] [1a,11] [1a,12] [1a,13] [1a,14] [1a,15] [1a,16] [1a,17] [1a,18] [1a,19] [1a,20] [1a,21] [1a,22] [1a,23] [1a,24] [1a,25] [1a,26] [2a,1] [2a,2] [2a,3] [2a,4] [2a,5] [2a,6] [2a,7] [2a,8] [2a,9] [2a,10] [2a,11] [2a,12] [2a,13] [2a,14] [2a,15] [2a,16] [2a,17] [2a,18] [2a,19] [2a,20] [2a,21] [2a,22] [2a,23] [2a,24] [2a,25] [2a,26] [3a,1] [3a,2] [3a,3] [3a,4] [3a,5] [3a,6] [3a,7] [3a,8] [3a,9] [3a,10] [3a,11] [3a,12] [3a,13] [3a,14] [3a,15] [3a,16] [3a,17] [3a,18] [3a,19] [3a,20] [3a,21] [3a,22] [3a,23] [3a,24] [3a,25] [3a,26] [3a,27] [3a,28] [3a,29] [3a,30] [3a,31] [3a,32] [3a,33] [3a,34] [3a,35] [3a,36] [3a,37] [3a,38] [3a,39] [3a,40] [3a,41] [3a,42] [3a,43] [3a,44] [3a,45] [3a,46] [3a,47] [3a,48] [3a,49] [3a,50] [3a,51] [3a,52] [3a,53] [3a,54] [3a,55] [3a,56] [3a,57] [3a,58] [4a,1] [4a,2] [4a,3] [4a,4] [4a,5] [4a,6] [4a,7] [4a,8] [4a,9] [4a,10] [4a,11] [4a,12] [4a,13] [4a,14] [4a,15] [5a,1] [5a,2] [5a,3] [5a,4] [5a,5] 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[23a,1] [23a,2] [23a,3] [23a,4] [23a,5] [23a,6] [23a,7] [23a,8] [23a,9] [23a,10] [23a,11] [23a,12] [23a,13] [23a,14] [23a,15] [23a,16] [23a,17] [23a,18] [23a,19] [24a,1] [24a,2] [24a,3] [24a,4] [24a,5] [24a,6] [24a,7] [24a,8] [24a,9] [24a,10] [24a,11] [24a,12] [24a,13] [24a,14] [24a,15] [24a,16] [24a,17] [24a,18] [24a,19] [24a,20] [24a,21] [24a,22] [24a,23] [24a,24] [24a,25] [24a,26] [24a,27] [24a,28] [24a,29] [24a,30] [24a,31] [24a,32] [24a,33] | Ich vlreich. dˢ Haſelpech/ von Haſelpach/ vˢgich vn̄ tvͦn chvnt offenber an diſem brief/ allen den/ di ín an ſehent vn̄ hoͤrent leſen. Daz ich mit wol verdahtem mvͦt/ nach Rat/ meíner vrevnt/ mit willen/ vn̄ mit gvnſt/ meīnˢ Hauſfrawen/ vn̄ aller meínˢ Erben/ vn̄ dvrch mei=ner notdvͤrft willen/ meín Hvͦb ze Etzenpach/ beſvͦht vn̄ vnbeſvͦht / mit allen den nvͤtzen rehtten/ vn̄ eren/ di ze reht dar zvͦ gehoͤrent/ ze Holtz/ ze veld vn̄ ze Dorff/ meíner frawen/ dˢ abtteſſínne / vn̄ irem Gotzhaus/ dem Chloster ze Saͤldental/ chaͤuflich ze chauffen han gegeben vmb Ohtt. Pfvnt Regenſpvrgˢ pfenn\&/ dˢ ſi/ mich/ ſchon vˢrihtt vn̄ gewert hat vn̄ han/ dem vorgenantē Gotzhaus ze Saͤldental/ di Hvͦb ze Etzenpach/ auf gegeben/ vn̄ gemacht vn̄ geſalt/ mit Solmans hant/ alſo reht iſt/ vn̄ auͤzzen mich vˢzeihe mich/ meín Hauſfraw/ vn̄ meín Erben/ hevt ze tag/ dˢ vorgenantē Hvͦb gæntzlich/ alſo/ daz ich/ meín Hauſfrawe/ vn̄ alle meín Erben/ di ich iezvͦ han/ odˢ fvͤrbaz gewínn/ fvͤrbaz nímmer mere dheín anſprach dar auf gehabē ſvͤllē wedˢ mit reht/ noch an reht/ Sich hat auch vnser Ivngev Tohttˢ Elſpet/ di noch niht zvͦ ir Iaren iſt chomē/ mit ſampt vns/ dev Hvͦb/ auf gegebē/. vn̄ vˢzigen/ alſ ob ſi fvͤrbaz zvͦ ir Iaren chæm vn̄ nach dˢ Hvͦb wolt ſprechen/ vn̄ chriegē/ daz daz dheín chraft ſol haben/ vn̄ dar vͤber ze eínˢ bezzˢn ſicherheit/ han ich vlr\& dˢ Haſelpech/ meín Hauſfrawe/ vn̄ andˢ meín Erben zvͦ ſampt vns vn=vˢſchaidenlich ze Porgen geſetzet/ Haínr\&. den Dekchenpechen/ vn̄ meínen brudˢ Chvnr\&. den Haſelpechē Mit dˢ beſchaidenheit alſo/ ob vnſˢ Tohttˢ Elſpet/ dem Gotzhauſ ze Saͤldental/ di egenantē Hvͦb/ ze chrieg tæt/ ſwelichē ſchadē dez daz Gotzhaus ze Saͤldental næm/ den ſvͤllen wir/ odˢ vnſer vorge=nant Porgen / dem Gotzhaus ab tvͦn/ vn̄ ob dˢ Porgen eínˢ ín dˢ vriſt niht en wær/ dez Got niht geb/ e vnſˢ Tohttˢ Elſpet zvͦ ir Iaren chæm/ ſo ſvͤllē wir/ ín/ ie eínan andˢn Porgen ſetzen/ wir ſvͤllē auch ín/ di Hvͦb vˢſten/ alſo reht iſt/ wir/ vn̄ vnſer Porgen / Daz ín daz alſo Stæt beleib/ dar vͤbˢ ze vr=chvͤnde/ gebē wir/ ín/ diſen Bríef/ mit meín vlreichs. dez Haſelpechē/ vn̄ mit Heínr\&. dez Dekchen=pechen Inſigeln vˢſigeltē/ vn̄ ich Chvnr\&. Haſelpech/ han niht Inſigels/ vn̄ han gelobt mit dˢ hant/ vn̄ vˢbínd mich dar zvͦ/ mit meínen Swen / vndˢ di vorgenantē Inſigel/ allez daz ſtæt ze haben/ daz oben ist vˢſchriben/ Daz iſt geschehē/ da von chriſtez gepvͤrtt ergangē waren Drevtzehen. Hvndert Iar dar nach ín dem Drev vn̄ Dreizzichiſtem Iar/ an aller Seleín. tag ICh Heínreich. dˢ Preiſíngˢ/ von Preiſíng/ vˢgich vn̄ tvͦn chvnt offenbar/ an diſem brief/ allē den/ di ín an ſehent vn̄ hoͤrent leſen/ Daz ich mit wol verdahtem mvͦt/ mit gvͦter langˢ betrahtvng/ vn̄ dvrch meínˢ notdvrft willē meínev aigenev Lævt. Liebharttē. von Obern aychpach/ den Prukkmaier/ ſeín Hauſfrawen/ vn̄ alle ſeín Erben. vn̄ Heínreichen. von Ienchouen/ ſeín Hauſfrawen/ vn̄ alle ſeín Erben/ vn̄ Chvnraden. den Pirkenær/ von Perig/ ſeín Hauſfrawen/ vn̄ alle ſeín Erben/ vn̄ albrehtten. den zogelær/ ſeín Hauſfraw/ vn̄ alle ſeín Erben/ vnſer frawē von dem Chloſter ze Sældental bei Lantshvͦt vn̄ irem Gotzhaus/ vn̄ meíner Mvͦmen/ frawen annen. Der Preiſíngˢínn/ Chaͤuflich/ ze Chauffen han gegeben/ vn̄ iſt mir. dar vmb gegeben/ dez mich wol genvͤget hat/ vn̄ ſínt/ mir/ di ſelbē Pfenn\&/ gegebē/ an meínen Swagˢ fridˢichen. den Gewolf/ von Ekkenmvͤl/ an dem Chauff/ den ich/ von ím/ gechauft han/ ze Preiſíng/ vn̄ da von ſo ſag ich/ di vorgenantē Lavͤt/ ledich/ vn̄ han ſi/ dvrnæch=tichlich/ vn̄ willichlichē/ vnſer frawen ze Sældental/ vn̄ irem Gotzhaus/ auf dem fronaltˢ/ auf gegeben/ vn̄ geaigent vn̄ auch meínˢ Mvͦmen/ frawen annen. dˢ Preiſíngˢínn/ auf gegebē/ vn̄ geaigent/ vn̄ gib ſi/ mit dem brief auf alſo/ daz meín Mvͦm/ fraw anna. di Preiſíngˢínn/ di ſelbē Læut allev/ ínne habē vn̄ níezzen ſol/ an alle irrvng/ ſam von reht irev aigenev Lavͤt/ vntz an iren Tod/ vn̄ nach irem Tod/ ſo ſínt di ſelbē Laͤvt/ ſi/ vn̄ alle ir Erbē als ſi vor benennet ſínt/ ewichlich/ vnſˢ frawē/ vn̄ irs Gotzhaus ze Sældental reht aigen/ vn̄ ſvͤllē ſi/ di ínne ha=ben/ vn̄ níezzen/ ſam andˢ/ ir aigen Laͤvt/ an alle/ meín/ vn̄ meínˢ Erben irrvng/ vn̄ vˢzeihe vnd auͤzze mich hevt ze tag/ dˢ vorgenantē Laͤvt/ dvrnæchtichlich/ vn̄ Laͤuttˢleich alſo/ daz ich/ noch meín Hauſfraw/ noch dheín meín Erb/ wedˢ híntz ir leib/ noch híntz ir Gvͦt/ niht habē ze ſprechen/ noch ze vodˢn/ ewichlich/ wedˢ mit reht noch an reht/ wedˢ vil/ noch wenich/ vn̄ ſol meín Mvͦm/ fraw anne. bei ir lebentigē/ vn̄ daz Chloſtˢ ze Saͤlden=tal/ nach frawē annen. Tot/ iren frvͦm/ mit den Laͤvten ſchaffē/ ſam mit ander ir aigen Lavͤten/ an alle ir=rvng. vn̄ dˢ t\&wen / dˢ mir/ vn̄ meínē Erbē/ di vorgeſchribē Laͤvt ſchvldich worden/ der ſag ich/ ſi/ gæntzlich Ledich/ dˢ ſínt ſi/ nv gebvndē frawē annē. vntz an ir tod/ vn̄ nach irem Tot/ dem Gotzhaus ze Sældental ewichlich Dˢ taidíng / vn̄ dez aufgebens vn̄ dˢ vˢzeichnvͤzze ſínt zevgē/ Brudˢ fridˢich. dˢ Hagˢ / brudˢ Eberh\&. brudˢ Peht\&. dˢ Prevmaiſtˢ ze fravnchlostˢ/ Liebh\&. dˢ Pvrgar Schreibˢ ze Lantſh\&/ vn̄ Rvͤdel frawen/ annen/ dˢ Preiſíngˢínn Probſt/ vn̄ ander biderb Laͤut/ vn̄ dar vͤber ze vrchvͤnd/ gib ich/ diſen brief/ mit meínem Inſigel vˢſi geltē Daz iſt geſchehen/ da von Chriſtez gepvͤrtt/ ergangē waren/ Drevtzehen. Hvndˢt iar/ dar nach ín/ dem vier/ vn̄ Dreizzichiſtē Iar/ dez freitagez/ ín der Erſten vaſt wochen. ICh Margret. dev fræzzínn Pvrgˢínn ze Lantſhvͦt vergich vnd tvͦn chvnt offenbar an diſem brief allē den/ die ín/ an ſehent vnd hoͤrent leſen. Daz ich/ vn̄ meín wirt fridˢich. der vraz. dem Got genad/ mit eín ander vͤber aín worden waren. mit vnſˢ Erben willē vn̄ gvnſt. eínez ewigen Selgerætz/ dvrch vnſerr vodˢn/ vnſer/ vn̄ dvrch aller vnſˢ Nachomē Sel willē/ mit dem Hof ze Levtenland/ vnder der Línden vn̄ mit woltmannes Lehen da ſelb. di wir/ chauften von Hˢm Heínr\&. dem Eiſterˢ/ fvͤr reht aigē/ vn̄ der wir lang bei nvtz vn̄ gewer ſeín geſezzen. mit vnſˢm Solman. dem wæchelchonær / an alle anſprach/ vn̄ di ſelbē Gvͦt baidev den Hof vn̄ woltmanns Lehen/ Han ich/ dem Heiligen Gaiſt/ vn̄ den Dvrftigen ín dē Spital ze Lantſhvͦt. vn̄ ſeínen Pflegˢn willichlich/ auf gegebē. mit langˢ betrahtvng nach meínez Hertzē gír. vn̄ hat ín. die Gvͦt/ dˢ Solman/ dˢ wæchelchonˢ/ nach meínˢ gebet/ geſalt/ fvͤr eín rehttes lediges ay=gen/ alſo. daz ſi fvͤrbaz di ſelben Gvͦt/ vˢſprechen/ vn̄ vˢantwurttē ſvͤllen/ ſam ander ir reht aigē. vn̄ ſvͤl=len/ daz Selgeræt. vn̄ daz Geſchaft. daz her nach geſchriben ſtet/ da von tvͦn vn̄ geben/ vn̄ begen nach meínem Tod ewichlich/ an allen ab ganch/ an allez gevær/ vn̄ ſvͤllen auch di Gvͦt/ bei dem Spital belei=ben ewichlich/ daz man ſi/ niht vˢchauffen noch verſetzen ſol vn̄ wil ich Margret. den diͤnſt/ vn̄. den nvtz den di Gvͦt geltent ſelb ín nemen/ vn̄ niezzen/ vntz nvr an meínen Tod aleín/ di weil ich leb/ vn̄ wil da mit tvͦn/ ſwez mich geluſttet. Doch ſol der Spital Maiſtˢ. mit ſampt mir/ di vorgeſchriben Gvͦt Stiften/ vn̄ entſtiften/ vn̄ ſwaz von dˢ Stift nvtzes wirt chleín/ odˢ Groz/ daz ſol er/ dem Spital ín nemen ze nvͦtz vn̄ ze gewêr. Man ſol auch wizzen/ daz der egeſchriben Hof giltet eín Pfvnt Regens\& pfenn\& Drei. Gens. Sehs. Hvͤner eínen zentten aier. vn̄ Sehs. chæs/ ie dˢ Chæs Pfennígeſ wert/ vn̄ Eínen Chalberſpauch ze Oſtern/ So giltet/ daz Lehen Sehs. Schillíng Regens\& Pfenn\&/ zwov Gens. vier. Hvͤnˢ einen zenttē aier. vn̄ vier. Chas. vnd ſwenne ich Margret. di fræzzínn niht mer bín ze dirr werlt vn̄ daz Got vͤber mich gebevtet. mit dem Tod/ So hat dheín meín chínt noch dhein meín Erb. auf di Gvͦt nihteſniht ze ſprechen vnd ſol der Spital Maíſter Swer. ye Spital Maiſter vn̄ Pflegˢ iſt ſich dˢ egeſchribē Gvͦt gæntzlichē mit allen nvͤtzen vnder wínden/ vn̄ da von geben/ alle Iar ewichlich auf Sand Michels. tag/ vnſer frawen. Híntz dem Tvͦm gen freiſíng zvͦ dem Lieht/ Sehtzikch. Pfenn\& Regens\&/ Sand Margreten. gen Pavmbvrch. Dreizzichk. Pfenn\&/ Híntz dem Spital/ gen Landaw Sehtzikch. Pfenn\&/ daz ye dem Dvͤrftigen/ eín Pfenn\& wert gegebē/ Híntz dem Spital gen Pvrchauſen Sehtzikch. Pfenn\& daz avch ye dem Dvrftigē/ eín Regens\& werd gegebē/ Híntz der Pfarr ze Lantſhvͦt/ Sand Mar=teín. vn̄ Sand Michel. Dreizzikch. Pfenn\& Dem Heiligen Plvͦt gen Perig. Dreizzichk. Pfenn\& vn̄ Sand Margreten. gen ahdorf/ Dreizzichk. Pfenn\& allez Regens\&/ So ſol daz Halbpfvnt vn̄ der chleín diͤnſt. als er vor iſt benennet dem Spital aller gevallen. vn̄ fvͤr daz ich Margret. geſtirb/ So ſol man meínen Iartach/ vn̄ den meínez wirtz fridˢichs. dez vrazz zvͦ eín ander legen/ vn̄ ſchreiben ín detz Puͦch ze Spital. vn̄ an dem ſelben vnſˢm Iartach/ alle Iar ſol man ye dem Dvͤrftigē/ einen Pfenn\& geben. vn̄ ſol vnſer vn̄ vnſˢ vodˢn/ vn̄ nachchomē vn̄ aller Gelavbigē Seln/ heizzen gedenchē. So Sol man di aier/ vndˢ di Dvrfttigen/ tailē an dem antlaz tag/ di Chas/ an dem Charfreitag. vnd den Chalberſpauch/ an dem Heiligen Oſtertag daz vnſer dann auch werd gedaht. wurd dez Halben Pfvndes iht vͤber fvͤr daz ie dem Dvrftigē/ eín Pfenn\& wurd gegeben/ Daz ſol der Spital Maiſter den Dvͤrftigē ze troſt an legen. als ez ín aller troſtleichiſt ſei/ odˢ Got ſetz ez auf ſeín Sel/ wær aͤbˢ daz der Dvrftigen So vil wær/ daz daz halbpfvnt niht vmb maht chomē. So ſol man ín dˢ Siechſtvͦbē an heben / vn̄ geben den aller Dvrftigiſten / als vˢre ſi gelangē. vn̄ ſwenne man di Pfenn\& welle gebē/ So ſol man ez chvnt tvͦn vnſˢn næchſten Erben ir eínem odˢ zwaín/ odˢ vnſˢn næchſtē vrevnten wellē ſi/ da bei ſeín/ daz iſt gvͦt wellē ſi dez niht. daz ſol dem Spitalmaiſtˢ niht ſchad ſeín/ ſo ſol er dannoch di Pfenn\&. gebē. als ſeínē t\&wen wol an ſte/ wær auch daz eín breſt chæm auf di Gvͦt dez Got niht geb/ daz di Gvͦt/ dez ſelbē Iars. den diͤnſt niht vˢtragē moͤhten/ ſweliches Iars daz wær So ſol/ dˢ Spital Maiſter/ ſeín halbpfvnt vn̄ den chleínen dinſt ob er da wurd/ vor auz nemen/ vn̄ ſwaz dez andˢn wurd vͤberiges. daz ſol er geleich auf di vorgenantē Gotzhæuſer tailen/ dar nach vn̄ ie daz geſchæft ſtet/ wolden dˢ ſelben Gotzhaͤuſˢ Pflegˢ dem Spital Maiſter niht gelaubē/ daz di Gvͦt/ den diͤnſt niht gar hietē gegebē. ſo ſol er/ ín eínen genantē tag gebē. vn̄ auf den ſelben tag/ den Maier her/ ín / híntz dem Spital begagen vn̄ ſwaz dˢ ſelb Maier ſag daz er von den Gvͦten gegeben hab bei ſeínen t\&wen . daz ſolman gelavben/ vn̄ ſweliches Gotzhaus bot. auf den ſelb tag niht chæm/ dˢ ſol den ſchaden haben/ vn̄ ſol den Spitalmaiſtˢ vngearchwant lazzen/ wær auch ob di Gvͦt ab ver=brvnnen/ dez Got niht geb/ vn̄ daz man di hín wider zímmern mvͤſet/ daz ſol man tvͦn von den vorgenanten diͤnſt/ vn̄ ſol ie daz Gotzhauſ/ dez ſelben Iar / dvrch Got geraten ſeínez zíns/ vnvˢzigē fvͤrbaz ireſ dínſtes/ daz es ín/ dar an iht ſchad/ vn̄ daz wir ſeín/ an vnſˢn Selen iht engelten. Daz di ſachē ewichlich vnzebrochen beleiben/ dar vͤber ze vrchvͤnd vn̄ ze Einer ewigen gedenchnvͤzz dˢ taidíngen legent meín Herren di Pvrgˢ ze Lantſhvt dˢ Stat Inſigel/ an diſen brief nach meínˢ vleiz=zigen gebet. dˢ Stat an allen ſchaden/ vn̄ mir/ vn̄ meínen Erben/ ze eíner ewigen ſtæticheit. Daz iſt geſchehen/ da von Chriſtes gepvͤrtt ergangē waren/ Drevtzehen. Hvndert Iar dar nach ín dem fvͤnf. vn̄ Dreizzichiſtem Iar/ an dem brehen . tag ICh Iaͤvtt. di Rvntíngˢínn von Ergolting/ Daz ich vˢgich vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem brief. Daz ich di Mittˢn Hvͦb ze wolkerſtorf da vlreich. auf ſitzet/ vn̄ di ſeín Lehen waz von meínem wirtt Dietˢichen. dem Rvͦntingˢ dem Got genad daz ich di ſelben Lehenſchaft/ vnſˢ frawen/ vn̄ irem Gotſhaus dem Chloſtˢ ze Saͤldental bei Lantſhvͦt/ auf han gegeben/ dvrchnæchtichlichen/ ze aigē auf vnſˢ frawen alter/ daz ich fvͤrbaz/ noch dheín meín vrevnt/ dar auf nihteſniht han ze ſprechē weder gen vˢreichē noch auf daz Gvͦt/ vmb di Lehenſchaft/ noch vmb dheinˢ lay ſache/ vn̄ han ich daz getane mit willē vn̄ gvnſt/ meíner vettˢn/ fridˢiches. vn̄ kareleíns. vn̄ Reichgers. dˢ Chærgeleín vn̄ vˢzeihe vn̄ aͤvzzen mich hevt ze tag/ der vorgenantē Lehenſcheft gæntzlichen daz ich noch dheín meín vrevnt dar auf niht habē ze ſprechen noch halt dheín meín Erben wedˢ mit reht noch an reht vn̄ iſt vnſˢ frawen aigen/ vn̄ diſer ſach ze einē ewigen vrchvͤnde leit meín vettˢ karel. dˢ Chærgel ſeín Inſigel/ an diſen brief/ nach meínˢ vleizzigen gebet/ vn̄ auch nach fridˢiches vnd Reichgers der Chærgeleín/ heizzen/ daz man da bei erchenne/ daz erb mit ir willen vn̄ gvnſt ſei geſchehen/ vn̄ vˢbínd ich mich/ mit meínen trewen dar vndˢ avch t\&wlich / allez daz ſtat ze haben/ daz oben iſt vˢſchriben/ Daz iſt geſchehen. da von Chriſtes gepvͤrtt ergangē waren/ Drevtzehē Hvndˢt Iar/ dar nach ín dem Sehs. vnd Dreizzichiſtem Iar/ an Sand víncencen. tag ICh Ott. von Perchlern/ vn̄ mit ſampt mír meín Hauſfraw Mæchthilt. vˢiehen vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem brief. Daz wir baidev willichlich/ vn̄ mit wol bedahtem mvͦt/ nach vnſˢ girvng. vnſer frawen/ vn̄ irem Gotſhaus ze Sældental/ bei Lantſhvͦt. nach vnſer baidˢ tot dvrch vnſerr baidˢ Selwillen/ vnſer aigen ze Leren/ als wir/ ez da haben besvͦht vn̄ vnbesvͦht geaigent vn̄ gegebē/ haben aigenlich/ mit Solmans hant/ alſo mit der beſchaidenheit/ daz wir ez nvͤtzen ſvͤllen/ vntz an vnſer baider tod/ an alle irrvng/ vn̄ ſwenne ie vnſer aínez niht eniſt So ſol ez daz andere níezzen vn̄ ínne habē/ vntz an ſeinen tod/ vn̄ ſwenne wir baidev/ als wir vorgeſchriben ſeín ze dirr werlt niht mer ſeín/ vn̄ daz Got vͤber vns gebevtet mit dē Tot/ ſo iſt daz vorgenant aigen beſvͦht vn̄ vnbesvͦht/ mit aller dˢ hab. die wir hindˢ vnſˢ líezzen. ſwie di genant iſt/ varnd/ vn̄ vnvarnd/ dez vorgeſchriben Gotſhaus/ an allē chriech daz dheín vnſer vrevnt niht dar auf hat ze ſprechen/ nvr daz vnſer Eínez/ von dˢ varndē hab/ eín Pfvnt Regens\& Pfenn\& ſchaffē/ ſol/ dvrch vnſˢ Selwillē auf andˢ Gotſhaͤuſˢ/ daz andˢ iſt allez vnſˢ frawē vn̄ irs Gotſhaus. vn̄ ſol man vnſer Sel ewichlich da von gedenchē wir habē auch gewalt. ſwenne wir wellē ze ſitzen zvͦ dē vorgeſchribē chloſtˢ/ vn̄ ſol man vns danne alle wochē/ vntz an vnſˢ baidˢ tot/ geben vier. vn̄ Dreizzichk/ Prot. Gaſt prot / vn̄ vier. weízzev dar vndˢ/ vn̄ choſt von dˢ chneht Chvͦchen . Daz di taidínch alſo Stat beleibē vō vnſ baiden dar vͤbˢ ze eíner ewigē gedenchnvͤzze/ leit Her Heínr\&. dˢ achdorffˢ/ ſeín Inſigel/ an diſen brief nach meín Ottē. vn̄ meín. Mæhthildē ſeínˢ Hauſfrawē gebet/ dē achdorffær/ vn̄ ſeínen Erbē an ſchadē wan wir niht Inſigel haben vn̄ vˢbíndē vns mit vnſˢn t\&wen dar vndˢ allez daz ſtæt ze habē/ daz obē iſt vˢſchribē. actum Millimo anno ccc Triceſímo Sexto. In die baptista víncencíj ICh Heínreich. dˢ Sibenmvͦlnær/ vn̄ meín hauſfraw/ fraw Gedraut/ vn̄ vnſer Tohttˢ alheit. vn̄ alle vnſer Erben/ vˢiehen vn̄ tvͦn chvnt offenbar/ an diſem brief/ allen den/ die ín an ſehent vn̄ hoͤ=rent leſen. wan wir etteleich/ anſprach vn̄ chrieg haben gehabt/ híntz vnſˢ frawen/ dˢ abteſſínn von Saͤldental/ vnd híntz irem Gotzhaus/ vn̄ híntz etteleichen Laͤuten/ di auf irem Gotſhaus Gvͦtē geſezzen ſínt/ dˢ ſelben chrieg vn̄ anſprach/ ſeín wir/ willichlich/ vn̄ mit wol vˢdahtem mvͦt ... aller/ híndˢ di Erbærigē Lavͤt/ hˢn Chvnr\&. den Podem hˢn Chvnr\&. den Notzenhauſær hˢn Nykla. den Stochheímær/ hˢn Nykla. den ærtelchouˢ/ Brvdˢ Heínr\&. den Hofmaiſtˢ/ Brudˢ Heínr\&. den Probſt vn̄ habent vns/ di/ vˢtaidíngt vn̄ vˢſchaiden gar vn̄ gæntzlich/ vmb alle anſprach vn̄ chrieg/ di wir/ gen dem vorgeschriben Gotzhaus ze Sældental/ vn̄ gen dˢ abteſſínn/ vn̄ gen ir Proͤbſten vn̄ Pflegˢn/ vn̄ gen ir Laͤvten/ vn̄ Gvͦten haben gehabt/ ſwie di genant ſínt geweſen/ daz di ſelben chrieg/ vn̄ anſprach/ gar vn̄ ab ſínt/ vn̄ iſt vns/ dar vmb gegebē ... vns wol genvͤgt/ Drev. Pfvnt vn̄ vier vn̄ zwaíntzikch/ Pfenn\& Regens\&/ di wir/ ſchon enphân haben/ vn̄ da von ſo geheizzen/ vn̄ loben wir. dˢ vorgeſchriben abteſſínne/ vn̄ irem Gotzhaus ze Saͤldental/ vn̄ allen iren amptlaͤvten/ bei vnſˢn t\&wen / ín aydes weis/ daz wir/ fvͤrbaz/ vn̄ vnſer Erben/ Mit dem Gotzhaus ze Saͤldental/ noch mit ſeinē Pflegˢn/ noch mit ſeinen Laͤvten noch Gvͦten/ fvͤrbaz nímmˢ mere ewichlich/ dheín anſprach ſvͤllen gehaben/ wedˢ mit reht noch an reht/ Daz di ſach/ vn̄ di taidínch von vns/ vn̄ von allen vnſˢn Erbē/ ewichlich ſtæt beleiben dar vͤber ze eíner gedenchnvͤzze/ legent di erbærigē Lævt/ Hˢ Chvnr\&. dˢ Podem / Hˢ Chvnr\&. dˢ Notzenhauſˢ/ Irev Inſigel/ nach vnſerr vleizzigˢ gebet/ an diſem brief/ In/ baiden vn̄ iren Er=ben an ſchaden/ vn̄ vˢbíndē vns mit vnſˢn t\&wen dar vndˢ allez daz ſtæt ze haben/ daz oben iſt vˢſchriben/ Daz iſt geſchehē/ da von Chriſtes gepvͤrtt ergangē waren Drevtzehen. Hvndert Iar/ dar nach ín dem Sehs. vn̄ Dreizzichiſtē. Iar dez freitages. vor Sand Ioͤrgen. tag Ich Ott. dˢ vortannˢ Rihttˢ ze Landaw/ vˢgich vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem bríef/ allen den/ di ín an ſe=hent vn̄ hoͤrent leſen. Daz ich mit wol verdahtem mvͦt/ mit willen vnd gvnſt/ meínˢ Hauſfrawen/ vn̄ aller meíner Erben/ nach Rat meínez Swehers/ Hˢn vlr\&. dez Moroldez/ vn̄ nach andˢ meínˢ vrevnt Rat Meín Swaig/ auf dem ahreín/ vor der Prukk ze Díngolfíng/ beſvͦht vn̄ vnbeſvͦht/ mit allen den nvͤtzē rehtten/ vn̄ eren/ di ze reht dar zvͦ gehoͤrent/ mit ſampt dem rehtten Gerihtt/ daz dar zvͦ gehoͤrt/ der Erbærigen frawen/ frawen agneſen. dˢ Strolveldærínn / dˢ wirdigen abteſſínne/ vn̄ irem Gotſhaus/ ze Sæl=dental bei Lantſhvͦt/ Chæufleich ze Chauffen han gegeben/ vmb zwaíntzikch. Pfvnt Regenſpvrgær Pfenn\&/ dˢ ich ſchon vˢrihtt vn̄ gewert bín/ vn̄ han/ vnſer frawen/ vn̄ irem Gotzhaus ze Saͤldental/ fvͤr eín lediges/ vn̄ eín rehtz aigen/ di vorgeſchriben Swaig gegeben/ mit allen iren nvͤtzen/ ze veld/ vn̄ ze Dorff daz ſi/ di ínne haben vn̄ níezzen ſvͤllen ſam ander ir rehtz aigen/ alſo daz ich/ fvͤrbaz/ noch dheín meín Erben noch meín Hauſfraw/ nihteſniht/ dar auf haben ze ſprechen wedˢ vil noch weních/ vn̄ mvͤgen iren frvͦm da mit ſchaf=fen ſam mit andˢm irem rehtten aigen/ daz ich noch meín Hauſfraw/ noch dheín meín Erben/ ſi dar an niht en=gen noch irren ſvͤllen/ wedˢ mit wortten noch mit werkchen/ wedˢ mit Gaiſtlichem/ noch mit werltlichē Ge=rihtt/ vn̄ geben/ vnſer frawen/ vn̄ irem Gotzhaus ze Saͤldental/ daz vorgenant Gvͦt auf/ vn̄ vˢzeihen vn̄ æuzzen vns dez ſelben Gvͦtz hevt ze tag gæntzlich alſo/ daz ich noch meín Hauſfraw/ noch dheín vnſˢ erbē fvͤrbaz ewichlich dar auf niht haben ze ſprechen wedˢ vil noch weních/ vn̄ geben ín/ ez fvͤr eín ledigez Gvͦt an alle anſprach/ vn̄ dar vͤbˢ ze eínˢ bezzˢn ſicherheit ſo han ich/ dˢ egenantē abteſſínn/ vn̄ irem Gotzhaus ze Saͤldental vn̄ iren Pflegˢn ze Porgen zvͦ ſampt mir vnvˢſchaidenlich geſetzet/ Meínen Sweher/ Hern vlreichē. den Morolden vn̄ Hartliebē. den avſtæt Chaſtnˢ dez Edln Hˢtzogn ín baiˢn ín dem Gerihtt ze Dingolfing/ Mit dˢ beſchaidenheit alſo/ ob di egenant Swaig/ von ieman anſpræchich wurd/ odˢ ob die Pvrgˢ von Dingolfíng/ Stewˢ dar auf wolden legen ín dˢ zeit e daz daz Gotzhaus/ dez Crvͦtz ſazze bei nvtz vn̄ gewer/ als dez Landez reht wær/ daz ſvͤllē wir/ ín/ ze ledigen vn̄ ze loͤſen/ an allen iren ſchadē mit mínnē/ odˢ mit dem rehtten/ vn̄ ob ich/ odˢ meín Erben/ dez niht tæten/ ſwelichen ſchadē dez/ daz Gotz=Haus ze Saldental odˢ ſeín Pflegˢ næmen/ den ſol ich/ odˢ meín Erben/ odˢ di Porgen/ ím/ ab tvͦn gæntzlich an allen gebreſten/ an chriech vn̄ an allez rehtten/ vn̄ fvͤr daz daz vorgenant Gvͦt ín dez egenantē Gotz=Hauſ gewalt chvmpt ſo mvͤgen ſi/ ez wol ſtiften vn̄ enſtiften/ an alle irrvng/ Dˢ ſach ſínt taidingˢ geweſen Her vlr\&. dˢ vͤllenchouˢ/ Her vlr\&. dˢ Morolt von Díngolfing/ Hartl\&. dˢ avſtˢ/ dˢ chaſtnˢ/ vn̄ brudˢ Heínr\&. dˢ æbt=teſſínn Probſt/ vn̄ an der biderb Laͤvt. vn̄ daz diſev taidínch/ von mir/ von meinˢ Hauſfrawen/ vn̄ von allen meínen Erben ſtæt beleiben/ dar vͤber ze vrchvͤnd gib ich/ diſen brief/ mit meínem/ vn̄ auch mit dˢ Porgen baidˢ Inſigel vˢſigelten. Daz iſt geſchehen/ da von Chriſtes gepvͤrtt ergangē waren. Drevtzehen. Hvndˢt Iar/ dar nach ín dem Sehs. vn̄ Dreizzichiſtem Iar/ an dez Heiligen chrævtzes. tag ICh andre. dˢ Praitenweidˢ/ vˢgich vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem brief/ allen den/ di ín an ſehent/ vn̄ hoͤrent leſen. Daz ich/ mit wol verdahtem mvͦt/ mit willē vn̄ gvnſt meínˢ Hauſfrawen/ vn̄ aller meíner Erben/ nach Rat meínˢ vrevnt/ vn̄ dvrch meínˢ notdvrft willen/ meínen aigen Hof ze Hoͤnígen. da adam auf ſitzet/ dˢ Erbærigen frawen/ frawen agneſen. dˢ abteſſínne/ von Sæl=dental/ bei Lantſhvͦt/ vn̄ irem Gotzhaus/ Chauflich ze chauffen han gegeben/ vmb vier vn̄ viertzikch. Pfvnt Regens\& Pfenn\&/ di ich dar vmb von ir Enpfangē hāvn̄ gib ich/ meín Hauſfraw/ vn̄ alle meín Erben/ dem Chloſtˢ ze Saͤldental/ den Hof ze Hoͤnígen/ hevt auf ze veld/ ze Holtz ze wiſmat/ vn̄ ze Dorff/ beſvͦhten / vn̄ vnbeſvͦhten / mit allen ſeínen nvͤtzen/ rehten vn̄ Eren/ fvͤr eín rehtt aigen/ vn̄ fvͤr eín ledigez/ Gvͦt/ alſo/ daz daz Gotzhaus ze Saͤldental fvͤrbaz/ vn̄ ſeín Pflegˢ/ irem frvͦm/ da mit ſvͤllen ſchaffen/ vn̄ aͤuzzen vns/ vn̄ vˢzeihen vns/ dez vorgeſchribē Hofes/ alſo daz wir/ noch alle vnſer Erbē/ fvͤrbaz nímmer mere dheín anſprach dar auf niht haben/ noch en haben ſvͤllen/ wedˢ mit reht/ noch an reht/ noch an deheínen ſachē vn̄ ſvllē ſi/ daz Gvͦt níezzen/ an alle vnſer/ vn̄ vnſˢ Erben irrvng/ vn̄ ſvͤllen wir/ ín/ daz Gvͦt vˢſten/ vn̄ vˢantwurtten/ alſo dez Landez reht iſt/ vntz daz ſi/ bei nvtz vn̄ gewer geſitzēt Iar vn̄ tach/ an alle anſprach/ vn̄ dar vͤber ze eínˢ bezzˢn ſicherheit/ ſo han ich/ ín/ zvͦ ſampt mir vnvˢſchaidenlichē ze Porgē geſatzt/ Goͤtfriden. den Reifferſpergˢ/ fridˢichen. den Rvͤmhouˢ/ vn̄ Chvnr\&. den wuͤnnhouær/ Mit dˢ beſchaidenheit/ ob dˢ hof von ieman anſpræchich wurd/ daz ſol ich/ vn̄ meín Erben/ odˢ meín Pvͤrgen/ dem Gotzhaus ze ledigē/ vn̄ ze loͤſen/ mit mínne/ odˢ mit dē rehttē vn̄ ob wir/ dez niht tæten/ ſwelichen ſchaden/ dez/ daz Gotzhaus ze Saͤldental næm/ dˢ zeitlich/ vn̄ mvͤglich wær/ den ſvͤllen wir/ ſelbſcholn vn̄ vnſer Porgen ab tvͦn/ vn̄ ſvͤllen/ dez Gotzhaus Pflegˢ habē/ auf vnſˢ aller hab/ vn̄ fvͤr daz daz Gotzhaus/ dez Gvͦtz geſitzet bei Nvͦtz/ vn̄ gewˢ Iar vn̄ tach/ an alle an=ſprach/ ſo ſínt di Porgē ledich/ vmb di ſelben anſprach/ dar zvͦ vˢgich ich andre. vn̄ meín vorge=nant Porgē/ an dˢ Hantveſtt/ wan meín Erben/ zvͦ ir Iaren niht ſínt chomē/ daz wir/ dem Gotz=Haus/ ze Sældental/ da fvͤr geheizzen/ zehen Iar/ vn̄ eínen tach/ vn̄ ob dˢ Porgē ie eínˢ ín dˢ vriſt niht enwær/ dez Got niht geb/ ſo ſol ich/ odˢ meín Erben/ odˢ di Porgen/ ie eínen andˢn Porgē ſetzen/ dar nach vn̄ wir gemant wer den ínner viertzehē. tagen/ vn̄ ob wir/ dez niht tæten/ ſwenne dann di abteſſínn/ odˢ ir pflegˢ/ di Porgē/ di da lebentig ſínt/ manēt/ di ſvͤllē ir laiſten ze Lantſhvͦt vntz ir/ ie eín andˢ Porg werd geſetzet/ vn̄tz daz di zehē Iar/ eín end habē/ daz ſi geſezzē ſeín fvͤr vnſer Erbēan anſprach/ dez Gvtz zehen. Iar/ Daz di taydínch alſo ſtæt ewichlich von vns be=leiben/ dar vͤbˢ ze vrchvͤnd/ Geben wir/ ín/ diſen brief/ mit meín andre. dez Praitenweidˢ/ vn̄ mit Goͤtfˢ. dez Reifferſpergˢ/ vn̄ mit fridˢichez. dez Rvͤmhouˢ Inſigeln vˢſigelten. vn̄ ich Chvnr\&. wuͤnnhouˢ han niht Inſigel/ vn̄ vˢbínd mich/ mit meínen t\&wen / vndˢ/ di vorgenantē Inſigel/ allez daz ſtæt ze habē daz oben iſt vˢſchriben. Daz iſt geſchehen. da von chriſtes gepvͤrtt ergangē waren/ Drevtzehen Hvndˢt. Iar/ dar nach ín dem Siben. vn̄ Dreizzichiſtem Iar/ an Sand Petˢs. vn̄ Pauls. tag ICh/ katherei. die aevſenhouærínn/ vˢgich vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem brief/ allen den/ die ín/ an ſehent/ vn̄ hoͤrent leſen. Daz ich meínen halben diͤnſt/ den ich da han/ auz dem Hof ze Gvͦten Hoͤnígen/ beſvhten vn̄ vnbeſvͦhten chleínen vn̄ grozzen / ſwie der genant iſt/ den der ſelb Hof gilt/ halber meín iſt/ Den ſelben halben taíl den ich da han/ den ſchaff ich/ den erbærigē frawen ze Saͤldental/ ín dem Chloſtˢ bei Lantſhvͦt/ allen/ ín ir Cheller/ ze eínem ewigen Sel=geræt/ mir/ vn̄ allen meínen vodˢn/ vn̄ nachchomen/ daz man den frawen/ nach meínem Tod/ daz mvͦz/ alle Iar ewichlich/ da von bezzern ſol/ vn̄ hat dheín meín vrevnt/ dar auf niht ze ſpre=chen/ weder vil noch weních/ vnd gib dez diſen briͤef/ mit meínem Inſigel verſigeltē. Daz iſt geſchehē/ da von Chriſtes gepvͤrtt ergangen waren/ Drevtzehen. Hvndˢt Iar/ dar nach in dem Siben vnd Dreizzichiſtem Iar/ an Sand Margreten. tag WIr/ Graf Heinreich. von Orttenberch/ vnſˢ Hauſfraw/ vn̄ vnſer Erben/ vˢiehen vn̄ tvͦn chvnt offenbar/ an diſem Brief. Daz wir/ an geſehen ha=ben/ di entzigen diͤnſt/ die di Rayn chloſtˢ frawen/ ín dem Gotzhaus ze Saͤl=dental bei Lantſhvͦt/ alle tag vn̄ naht/ vnſˢm Hˢren/ vn̄ ſeíner Mvͦtˢ/ vnſˢ frawen Sand Marien/ vn̄ allen heiligen erbietent/ vn̄ da von ſo haben wir vnſˢ frawen/ vn̄ irem Gotzhaus ze Saͤldental/ mit wol vˢdahtem mvͦt/ nach Rat/ willichlichen/ vnſˢn aigen man/ Heínreichen. den Prantmaier. dˢ Smi=dínn Svͦn von Perendorf/ ſeín Havſfrawen/ vn̄ alle ſeín Erben/ fvͤr reht aigen gegeben ewichlichen/ dvrch vnſer frawen willē/ vn̄ dvrch der lieb willen/ di wir/ zvͦ ir/ vn̄ zvͦ irem Gotzhaus haben/ vn̄ geben ir/ den Hevt auf Lavtterleich/ vn̄ dvrnæchtichlich/ vn̄ vˢzeihen vns/ mit dem brief/ dˢ vorgeſchriben Lavͤt aller/ vn̄ irr Erben/ daz wir/ noch vnſer Erben fvͤrbaz ewichlich/ dar auf/ wedˢ auf die Lavͤt/ noch auf ir Gvͦt/ niht mer habē ze ſprechē/ noch ze vodˢn/ vn̄ mag/ di abtteſſínn/ vn̄ alle dez Gotzhaus Pflegˢ ze Sældental/ mit ir Leib vn̄ mit ir Gvͦt/ ſchaffen dez Gotzhaus frvͦm/ ſam mit andˢn/ dez Gotzhaus aigen Lavͤten/ an alle vnſer irrvng/ Der ſach ſínt zevgen/ brudˢ Heínr\&. der Probſt vō Saͤldental/ vn̄ auch meín Probſt Heínr\&. vn̄ daz di ſache vnſer frawē vnd irem Gotzhaus/ ewichlichen ſtæt beleib/ dar vͤbˢ ze vrchvͤnd gebē wir diſen Brief/ mit vnſˢm Inſigel vˢſigelten. Daz iſt geſchehen da von chriſtes geuvͤrtt ergangē waren/ Drevtzehen Hvndert Iar dar nach ín dem Siben vn̄ Dreizzichiſtem Iar/ an vnſer frawen. tag alſ ſi geborn wart ICh alheit. die velbærínn vn̄ ich Heinreich. dˢ velbær/ ir Svͦn/ vˢiehen fvͤr vns/ vn̄ fvͤr alle vnſer Erben/ vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem brief/ allē den die ín an ſehent/ vn̄ hoͤrent leſen. Daz wir/ vnſˢn aigen Hof ze Oberndorf/ bei weichenmichel/ beſvͦhten / vn̄ vnbeſvͦhten mít allē den nvͤtzen/ rehtten/ vn̄ Eren/ di ze reht dar zvͦ gehoͤrent ze Holtz/ ze veld/ ze wiſmat vn̄ ze Dorff/ Der erbærigen/ vn̄ wirdigen frawen/ frawen agneſen. dˢ abtteſſínne/ vn̄ irem Gotzhaus ze Saͤldental/ bei Lantſhvͦt Chæufleich ze Chauffen haben gegeben/ vmb zwai. vn̄ viertzikch. Pfvnt Regens\& Pfenn\&/ dˢ wir/ ſchon vˢrihtt vn̄ gewert ſeín/ vnd geben/ ín/ den vorgeſchriben Hof mit dem brief auf/ fvͤr eínen aigen Hof/ vn̄ fvͤr einē ledigen Hof/ vn̄ vˢzeihen vns/ dez/ mit wol vˢdahtem mvͦt/ willichlichen/ wan wir/ ín/ nach Rat/ vnſer vrevnt/ vn̄ dvrch vnſˢ notdvrft willē vˢchauft haben/ ze dvrchſlæht/ alſo daz wir/ fvͤrbaz ewichlich/ dar auf niht haben ze ſprechen/ vn̄ ſvͤllen wir/ ín/ den ſelben Hof vˢſteen/ alſo reht iſt/ vn̄ mag dev abtteſſínn ze Sældental/ vn̄ irs Gotzhaus pfle=gˢ/ mit dem Hof ze Obˢndorf/ wol ſchaffen/ dez Gotzhaus frvͦm/ an alle vnſˢ ir=rvng/ ſam mit andˢm dez Gotzhaus rehtt aigen/ daz wir/ noch alle vnſˢ Erben/ ſi/ dar an niht engen/ noch irren ſvͤllen/ mit dheínen ſachen/ wedˢ mit wortten noch mit wˢchen wedˢ mit Gaiſtlichem / noch mit werltlichem Gerihtten / vn̄ ſvͤllen ín/ den Hof vˢſten/ fvͤr vnſer Erben/ di da Ivnch ſínt/ vntz daz di zvͦ ir Iaren wol chomē/ daz ſi ſich vˢzeihen ſvͤllen vn̄ mvͤgen/ vn̄ dar vͤber ze einer bezzˢn ſicherhait/ So haben wir/ ín/ zvͦ ſampt vns vnvˢſchaidenlichē ze Porgen geſatzt/ vnſer lieb vrevnt Hˢn Heínr\&. den Preiſíngˢ/ vn̄ ſeínen brudˢ Hˢn Perchtolden. den Preiſíngˢ von Preiſíng/ Mit der beſchaidenheit alſo/ ob ín/ den vorgenantē Hof ieman ze chrieg tæt/ odˢ anſpræch/ e ſi ſeín geſæzzen bei nvtz vn̄ gewer/ als aigens reht iſt. daz ſvͤllen wir/ ín/ ze ledigen/ vn̄ ze loͤſen/ an allē iren ſcha=den mit mínnen/ odˢ mit dem rehtten/ vn̄ ob wir/ dez niht tæten/ ſwelichē ſchadez / dez daz Gotzhaus ze Sældental/ odˢ ſeín Pflegˢ næmen/ den ſvͤllē wir/ ſelb ſcholn/ vn̄ vnſer Porgen ab tvͦn gar vn̄ gæntzlichen/ an allen gebreſtē / an chlag an chrieg vn̄ an allez rehtten Daz ín/ daz alſo Stæt beleib/ dar vͤber ze vrchvͤnd/ Geben wir/ dē Gotzhaus ze Saͤldental/ diſen brief/ mit vnſer baidˢ/ vn̄ auch mit dˢ Porgen Inſigel vˢſigelten. Daz iſt geſchehē da von Chriſtes gepvͤrtt ergangē waren/ Drevtzehen. Hvndˢt Iar/ dar nach ín dem Siben vn̄ Dreizzichiſtē Iar/ an Sand Gallen. tag ICh Ekkolf. dˢ warttˢ. vˢgich vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem brief/ allen den/ die ín an ſehent/ vn̄ hoͤrent leſen/ wan meín genædigev fraw/ di wirdig abtteſſínn/ von Saͤldental/ frawe agnes. irem Gotzhaus ze Sældental/ von Chvnradē. dē freibergær Pvrgˢ ze Tekkendorf/ von ſeíner Hauſfrawen/ vn̄ von ſeínen Erben/ den Hof ze Mvndolfíng gechauft hat/ mit vnſˢm Gvͦten willē/ wan dˢ ſelbe Hof/ von mír/ vn̄ von meínen Erben rehtt Lehen iſt geweſen/ vn̄ dˢ ſelbē Lehenſcheft/ ver=zeihe ich/ mich/ vn̄ meín Erben/ vn̄ gib di ſelb Lehenſchaft/ mit dem brief gæntzlichen auf/ alſo/ daz ich/ noch dheín meín Erben/ fvͤrbaz ewichlichen/ auf di vorgeſchribē Lehenſchaft/ niht haben ze ſprechen/ weder mit Reht/ noch an Reht/ vn̄ aigen/ meínˢ egen anten frawen/ dˢ abteſſínn/ vn̄ irem Gotzhaus ze Sældental/ den Hof ze Mvndolfíng/ mit alle dev vn̄ dar zvͦ gehoͤrt/ als aigens reht iſt/ vn̄ han daz getan/ nach Chvnratz. dez freibergˢ/ nach ſeínˢ Hauſfrawen/ vn̄ nach aller ſeínˢ Erben vleizzigˢ gebet/ alſo/ daz di abteſſínne/ vn̄ ir Gotzhaus/ vn̄ irs Gotzhaus Pflegˢ/ vn̄ Probſt/ mit dem Hof/ ze Mvndolfíng/ dez Gotzhaus frvͦm/ ſchaffen ſvͤllen/ ſam mit an dˢm/ dez Gotzhaus ze Saͤldental aigen/ an alle meín/ vn̄ an aller/ meínˢ Erben irrvng/ die ich iezvͦ han vn̄ noch fvͤrbaz gewuͤnne/ daz ín/ daz alſo Stæt/ vn̄ vnzebrochē beleib/ Dar vͤber ze eínē ewigen vrchvͤnde/ gib ich diſen brief mit meínem Inſigel/ vˢſigeltē. Daz iſt geſchehen/ da vō Chriſtes gepvͤrtt ergangē waren/ Drevtzehen. Hvndˢt/ Iar/ dar nach ín dem viertzichiſtem Iar/ dez næhſten Mitichens vor dem weizzen. tag ICh Hauch. dˢ amman. von Sand veitz Puͦch/ vn̄ ich wˢnhart. ſeín brudˢ/ dˢ amman vō awe/ vˢiehen vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem brief/ allē den/ die ín/ an ſehent vn̄ hoͤ=rent leſen. Daz wir von vnſerr genædigē frawē/ frawen agneſen. dˢ wir digē abteſſínn ze Saͤldental/ vn̄ von irem Gotzhaus/ vn̄ von irem Conventt/ gelegē bei Lantſhvͦt/ Daz Guͦt ze awe/ daz ſi von dē Ivngtnær Chauftē. Daz habē wir/ nach Rat von ín/ gechauft vmb Ohtt. Pfvnt Regens\& Pfenn\&/ dˢ wir/ ſi gewˢt habē/ alſo/ daz wir/ daz vorge=nant Guͦt/ ínne haben vn̄ níezzen ſvͤllen/ vntz an vnſer baider tod/ beſvͦht vn̄ vnbeſvͦht mit allē nvͤtzē vn̄ rehtten/ di ze reht dar zvͦ gehoͤrent/ an daz Holtz/ daz dar zvͦ gehort vn̄ daz ſi dar zvͦ chauftē/ daz habent ſi/ irem Gotzhaus/ vor auz behaltē/ vn̄ fvͤr daz ſelb holtz habēt ſi vns gegebē/ iren Perch Chroͤneleíns Ravͤt/ vn̄ dar zvͦ ir Hoͤltzel/ daz da leit nider halb dez wegez/ an dem Gigen (per)ig/ vn̄ daz wiſmætel / daz da bei leit/ vntz an dē Graben/ vn̄ her auf vntz an daz Hereleich . vn̄ daz vorgenāt Guͦt/ ſvͤllē wir ínne habē vn̄ niezzē/ vntz an vnſer baidˢ tot/ vn̄ ſvͤllen wir/ dˢ abteſſínne/ vn̄ irem GotzHaus/ odˢ iren amptlaͤuten/ da von Iærlich geben/ an Sand Michels tag/ Drei Schil=líng Regens\& Pfenn\&/ vn̄ ſwenn ie vnſˢ Einˢ/ niht en iſt/ So ſol daz Guͦt dˢ an der ínne haben vntz an ſeínen tod/ vn̄ ſwenne wir baid ze dirr werlt niht mer ſeín/ ſo iſt daz vorgenant Guͦt/ dˢ abteſſínn/ vn̄ irem Gotzhaus ze Saͤldental/ gar vn̄ gæntzlich ledich/ an allē chriech/ daz dheín vnſer Erben/ noch Hauſfraw/ noch frevnt/ dar auf niht habent ze ſprechen wedˢ vil noch weních/ vn̄ ſol eín Haus auf dem Guͦt beleibē daz Sechs Schillíng Pfenn\& wˢt ſey/ Si ſvͤllē auch dez Gvͦtz/ vnſer Gewˢn ſeín alſo reht iſt. Daz ín. daz alſo Stæt beleib/ dar vͤber ze eínˢ gedenchnvͤzz/ leit Her Chvnrat dˢ Hermſtorffˢ/ ſeín Inſigel/ an diſen brief/ nach vnſˢ vleizzigē gebet/ ím/ an allen ſchaden/ vn̄ vˢbínden vns/ dar vndˢ mit vnſˢn t\&wen / allez daz ſtat ze haben/ daz obē iſt vˢſchribē/ daz iſt geſchehē/ da vō Chriſtez gepvͤrtt ergangē waren/ Drevtzehen. Hvndˢt Iar/ dar nach ín dem Eínem vn̄ viertzichiſtē Iar/ an Sand Pauls. abent als er bechert. wart ICh vlreich. dˢ Ravͤchel/ von Sigelchouen/ vˢgich vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem Brief/ allē den/ di ín/ an ſehent/ vn̄ hoͤrent leſen. Daz ich/ etteliche anſprach/ vn̄ chrieg het/ gen dem Spítal ze Lantſhvͦt/ vn̄ gen dez Spitals Maiſtˢ/ vn̄ gen dez Spitals Pflegˢ vmb daz gvͦt ze Sigelchouē/ dˢ meín vrevnt niht billeich davht/ vn̄ auch dez Spitals Pflegˢ. vn̄ dar vmb mich daz Spital in/ ſeínˢ vanchnvͤzze het/ Dez ſelbē Chrieges/ vn̄ dˢ anſprach/ aller/ ſwie di genant iſt geweſen/ di ich het/ híntz dem egenanten Spital/ vnd híntz dem Maiſtˢ/ vn̄ híntz dez Spitals. Pflegˢ vntz auf den hevtigē tag/ daz ich/ dar vmb gen ín/ bín vˢrihet / vn̄ vertaidíngt lieblích vn̄ vrevntlich/ nach meíner beſten vrevnt Rat/ gar vn̄ gæntzlich/ alſo/ daz aller vnwille. anſprach. vn̄ chriech. die ich gen dem Spital/ odˢ gen dem Maiſtˢ/ odˢ gen des Spitals Pflegˢ het/ ſwie dˢ genant iſt geweſen/ vntz auf den hevtigē tag/ gar vn̄ gæntzlich ab iſt/ vn̄ daz ich dez Maiſters/ vn̄ auch des Spitals Pflegˢ/ vn̄ aller dˢ/ di an meínˢ vanchnvͤzze ſchvldich ſínt gewesē ſwie di genant ſínt/ gvͦtˢ frevnt bín worden trewlich. an allez gevær/ vn̄ alle meín frevnt/ mit ſampt mir/ vn̄ han ín/ dez meín t\&we ín aydes weis gegebē/ vn̄ gib ín/ ſi/ mit dem brief/ vnd han dez dar zvͦ eínen Stalten ait geſworen/ daz ich ir gvͦt frevnt bín t\&wlich an allez gevær/ vn̄ daz ich daz Spital/ noch ſeín Pflegˢ. noch dheínen/ der an meínˢ vanchnvͤzz ſchvldich iſt geweſen/ mit dheíner tat/ níht laidigē ſol/ di weil ich leb/ vn̄ wider ſi/ vmb den Chrieg/ dˢ ſich her vntz auf den Hevtigen̄ tag ergangen hat ſwie dˢ genant iſt/ niht tvͦn ſol/ daz ín ze ſchaden mvͤg chomē/ vn̄ ob ich daz vͤber fvͤr/ dez ich Got niht getᵃwe/ vn̄ meínˢ manheit/ vn̄ daz ich dez mit der warheit vͤber wært moͤht werden/ daz ... eit bruefet / odˢ tæt / dez ſvͤllē ſi/ an meínem leib vn̄ gvͦt zvͦ chomē ſwa ſi mvͤgen/ Moͤhten ſi ſeín/ an mir niht zvͦ chomē/ ſo han ich/ ín/ zvͦ ſampt ze Selbſcholn ge=ſatzt/ meín Hauſfrawē Heleyn/ vn̄ meín Swigˢ frawen Irngarttē. di Eiſgrabennˢnne/ vn̄ dar vͤber ze eíner mereren Sicherheit/ han/ ich ín/ dar zvͦ vnvˢſchaidenlichē ze Porgē geſatzt/ meínen Swagˢ/ Ludweigē. vō (Per)ig/ dˢ Eiſgrabenˢínn aidē vn̄ auch meínen Swagˢ zachereiſē. auch dˢ Eiſgrabenˢínn aidē/ Pvrgˢ ze Lantſh\&/ ín dˢ freivng/ Heínr\&. dez vorſtærs aidē/ vō Mvͤníchē/ fridˢichen. wilhalms Svͦn vō Schavnburch. Heínr\&. dez. Raͤvcheleíns. Svͦn von Mvͤnichē/ vn̄ meínez brudˢ Svͦn/ Dietˢichē. von Guͤndelchouē/ meínen Swagˢ Nvklaſen. der Eiſgrabennˢínne Svͦn/ vn̄ Heínr\&. den Hvͦbær von Hvͦtenchouē/ Mit dˢ beſchaidenheit alſo/ ob ich widˢ daz Spital/ odˢ widˢ des Spitals Pflegˢ/ odˢ wider dhei=nen/ dˢ an meínˢ vanchnvͤzze ſchvldich wær/ dheinˢ lay tat tæt/ di ín ze ſchadē chæm/ odˢ da vō ſi ſchadē næmen/ vn̄ daz ich dez vͤber wært wurd/ mit dˢ warheit/ vn̄ daz ſi dez niht/ an mir zvͦ moͤhten chomē/ als oben iſt vˢſchriben/ So ſvͤllē ſi/ irs ſchadens / den ſi von mir genomē hietē/ zvͦ chomē/ an meínˢ Hauſfrawē/ vn̄ an meíner Swigˢ der Eiſgrabenˢínn/ vn̄ an den vorgenanten Porgen/ allē vnvˢſchaidenlichē. vn̄ di habent alle alſo fvͤr mich gelobt vn̄ geheizzē/ Dem Spital Maiſtˢ vn̄ ſeínen Pflegˢn/ Dez ſínt gezevgē/ Her Ott. dˢ Chapplan vō dē Spital/ Brudˢ Heínr\&. der frevnt/ Bruder alb\&. Heínr\&. dˢ Smid/ bruder dez Spitals/ Her alb\&. von Staudeich/ vn̄ Hˢ fridˢich. dez Ivngē=wirtz aydem/ dez Spitals Pflegˢ Pvrgˢ ze Lantſhvͦt/ Der Eiſen. vō Pernchouen/ Pald\&. dez Spitals Schvelær/ Liebh\&/ dˢ Pvrgˢ Schreibˢ vn̄ ander biderb Lauͤt. vn̄ dar vͤber dˢ ſach ze eínˢ mereren gedenchnvͤzze. Leit/ her fridˢich. der Rabenchopf/ der Pvrgˢ Chamerˢ von Lantſhvͦt/ ſeín Inſigel/ an diſen brief/ nach meínˢ / vn̄ nach meínˢ Hauſfrawē Heleyn. vn̄ Swigˢ/ vn̄ nach meínˢ vorgenantˢ Porgen aller vleizzigˢ gebet/ dem Rabenchopf/ vn̄ ſeínen Erben/ an allē ſchadē/ wan wir allev niht Inſigel haben/ vn̄ habē dem Spital Maistˢ vn̄ dez Spitals pflegˢ gelobt mit dˢ hant alle ſampt/ vn̄ vˢbíndē vns/ dar zvͦ mit vnſˢn t\&wen / vndˢ daz vorgenant Inſigel/ allez daz ſtæt ze haben/ daz oben iſt vˢſchriben. Daz iſt geſchehē/ da vō Chriſtes gepvͤrtt ergangē waren/ Drevtzehen. hvndˢt Iar/ dar nach ín dem Eínem vn̄ viertzichiſtem Iar/ an dem Palm. tag ICh vlreich. von Prupperch/ vˢgich vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem brief/ allē den/ die ín an ſe=hent/ hoͤrent/ odˢ leſent. Daz ich mit willē vn̄ gvnſt/ meíner Hauſfrawen/ vn̄ meínˢ Erben/ nach Rat/ meínes Hˢren von Orttenberch/ vn̄ auch dvrch meínˢ notdvͤrft willen/ meínen Hof ze Obˢn Nevnhauſen/ beſvͦhttē / vn̄ vnbeſvͦhten / mit allen den nvͤtzen/ Rehtten/ vn̄ Eren/ di ze reht dar zvͦ gehoͤrent/ ze holtz/ ze wiſmat/ ze veld/ vn̄ ze Dorff/ meíner frawen frawen agneſen. dˢ abteſſínne ze Sældental/ vn̄ irem Conventt/ vn̄ irem Gotzhaus/ Chauflich ze Chauffen han gegeben/ vmb æht vn̄ zwaíntzikch. Pfvnt Regenſpvrgˢ Pfenn\&/ di ich dar vmb berait enpfangē han/ vn̄ wan dˢ ſelb Hof/ Lehen iſt geweſen/ von meínem Hˢren/ Graf Heínreichē. vō Orttenberch/ hat er/ von ſeínen genadē/ vn̄ nach meínˢ vleizzigen gebet/ dem Gotzhaus ze Sældental/ geaigent/ vn̄ geſtætiget/ fvͤr eín rehtz ledigez aigen/ vn̄ ſol auch ich/ vn̄ meín Erbē vn̄ auch meín Hˢre/ dˢ vorgenant Hˢre von Orttenberch/ dem Gotzhaus/ ze Sældental/ vn̄ ſei=nen Pflegˢn/ dē Hof ze Nevnhauſen/ vˢſten/ vn̄ vˢantwuͦrtten/ als aigens reht/ vn̄ dez Landez reht iſt/ vntz daz ſi dez Houez geſitzen/ bei nvtz vn̄ gewˢ/ an alle anſprach/ als dez Landes reht iſt/ fvͤr ir reht aigen/ vn̄ dar vͤber ze eínˢ bezzˢn ſicherheit iſt meín Hˢre/ Graf Heinr\&. dˢ Eltˢ vō Orttenberch/ zvͦ ſampt mir/ vmb di ſelb ſtæticheit Selbſchol worden/ vnd han ín/ dar zvͦ ze Porgen geſetzet/ Hˢn albrehten. den ChorHˢren von Moſpvrch/ vn̄ vlreichē. den Geiſelpechen/ Mit dˢ beſchaidenheit alſo/ daz wir/ dem egenantē Gotzhaus/ den Hof datz Nevnhauſen vˢſteen ſvͤllē/ als aígens reht iſt/ vn̄ dez Landez/ vn̄ ob ín/ den ieman ze chrieg tæt/ odˢ índert ænſpræchich wurd/ daz ſol ich/ meín Hˢre von Orttenberch/ vn̄ meín Erben/ vn̄ di Porgē ím/ ze ledigē vn̄ ze loͤſen/ mit mínne/ odˢ mit dem rehttē/ an allē/ dez Gotzhaus ſchadē/ vn̄ ob wir/ dez niht tæten/ ſwelichē ſchadē dez daz Gotzhaus ze Sældental/ vn̄ ſeín Pflegˢ næmen/ den ſol ich/ odˢ meín Hˢre. vō Orttenberch/ odˢ di Porgen/ ín/ ab tvͦn/ an chlag an chrieg/ vn̄ an allez rehttē/ gar vn̄ gæntzlich/ vn̄ ſvͤllē ſi daz haben/ auf aller vnſer Hab/ Man ſol auch wizzē/ daz ich vlr\&. vō Prup(per)ch. meín Hauſfraw/ vn̄ alle meín Erben/ vns/ dez vor genantē Houez ze Nevnhauſen/ hevt ze tag vˢzeihen/ vn̄ aͤuzzen vns ſeín/ alſo daz wir fvͤrbaz ewi=chlich/ dheín anſprach/ dar auf/ noch dar nach gehabē ſvͤllē/ wedˢ mit reht noch an reht/ vn̄ mag daz Chloſtˢ ze Sældental/ vn̄ ſeín Pflegˢ/ iren frvͦm/ mit dē Hof ze Nevnhauſen/ wol ſchaffen ſam mit andˢm irem rehttē aigen/ an alle vnſer irrvng. Daz ín/ daz alſo Stæt beleib/ dar vͤber ze vrchvͤnd/ Geben wir/ ín/ diſen Brief/ mit vnſˢs Hˢren/ Graf Heínr\&. des Eltˢn von Orttenberch Inſigel Inſigel vˢſigelten/ vn̄ ich vlr\&. vō Prup(per)ch/ vn̄ ich Her alb\&. dˢ Chorhˢre von Moſpvrch vn̄ ich vlr\&. dˢ Geiſelpech/ vˢbínden vns mit vnſˢn t\&wen / vndˢ vnſˢs Hˢren vō Orttenberch Inſigel allez daz ſtæt ze habē/ daz oben iſt vˢſchribē. Daz iſt geſchehē. da vō Chriſtes gepvͤrtt ergangē wa=ren/ Drevtzehē. Hvndˢt Iar/ dar nach ín dem Eínen vn̄ viertzichiſtē Iar/ an Sand auguſteíns abent ICh Heínreich. dˢ Chnaus. von Gvͤndelchouē/ bei Pettenchouen/ vˢgich/ vn̄ tvͦn chvnt offenbar/ an diſem brief/ allen den/ die ín/ an ſehent/ hoͤrent/ odˢ leſent. Daz ich/ vn̄ meín Hauſfraw Mergart. vn̄ alle meín Erben brudˢ Reín=noldē. dem Spital Maiſtˢ ze Lantſhvͦt/ vn̄ den brudˢn vn̄ den Dvͤrftigen da ſelben vn̄ auch des Spitals Pflegˢn/ Hˢm alb\&. von Staudeich/ vn̄ Hˢm fridˢichē. dez Iungenwirtz aidē Pvrgˢn ze Lantſhvͦt/ Dev Hvͦb/ ze Gvndelchouē/ beſvͦht vn̄ vnbeſvͦht/ dev ich da ínne het ze Pavmannes reht. Lavttˢleich/ auf haben gegeben vn̄ geben ſi/ auf ledichlich/ fvͤr eín ledigez Guͦt/ wan ſi dez Spitals reht aigen iſt/ vn̄ haben wir auf di ſel=ben Hvͦb/ noch auf dheín des Spitals Guͦt/ vn̄ Hab/ nihteſniht ze ſprechen/ noch ze vodˢn wedˢ vil noch wenich Dar zvͦ bin ich Heínr\&. chnaus/ meín Hauſfraw/ vn̄ alle meín Erben/ vn̄ alle meín vrevnt/ dez vorgenanten Spital Maiſter/ vn̄ aller dˢ brudˢ da ſelb/ vn̄ auch des Haus/ Guͦt vrevnt worden/ vmb di vanchnvͤzz/ die man mich getan/ hat/ alſo/ daz ich/ noch dheín mein Erb/ noch vrevnt/ ir dheínē dˢ an meínˢ vanchnvzz ſchvl=dich iſt geweſen/ niht deſtˢ veínter ſvͤllen ſeín/ vn̄ ſol ir dheínem/ dˢ daz Spital angehoͤrt/ fvͤrbaz nímmer mere di ſach ze dheínem arig/ auf gehebt werden/ vn̄ daz geheizzē wir/ alle bei vnſern t\&wen / vn̄ dar vmb ſínt Porgen worden/ Meín Svͦn wolfhart. vn̄ meín aidem vlreich. von wæchelchouen/ vn̄ meín aidē/ Heínr\&. von Gvͤndelchouē/ vn̄ fridˢich. dez Smitz aidē vō Merſenchouen/ Dˢ taidíng ſínt zevgē/ di vorgenanten Pflegˢ/ Hˢ alb\&/ vō Stavdeich. vn̄ Her frid\&. dez Ivngenwirtz aidē Hˢ Ott. der Chaplan/ Hˢ Seifrit. dˢ Mer=ſenchouˢ/ Her vlr\&. dˢ Rotˢ/ Her Meínhͭ. dˢ Raͤkkel. bruder Herman/ brudˢ alb\&. bruder Heínr\&. daz Smidel vn̄ ander biderb Lavͤt vn̄ der ſach ze eíner gedenchnvͤzze/ leit her Seifrit. dˢ Merſenchouˢ/ ſein Inſigel an diſen brief/ nach vnſer/ aller vleizzigˢ gebet/ dem Merſenchouær/ an ſchaden/ vnd vˢbinden vns/ alle mit vnſˢn t\&wen dar vndˢ. allez daz ſtæt ze habē/ daz obē iſt vˢſchribē/ Daz iſt geſchehē/ da von Chriſtes gepvͤrtt ergangē waren/ Drevtzehen. Hvndˢt Iar/ dar nach ín dem Eínen vn̄ viertzichiſtē Iar/ dez næh=ſten Svͦnntagez/ nach Sand andreas. tag ICh Ott. von Stoͤrnekk/ meín Hauſfraw alheit. vn̄ alle meín Erben/ vˢiehen vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem Brief/ allen den/ die ín/ an ſehent/ hoͤrent odˢ leſent. Daz wir/ mit vnſˢ genædigē frawen frawn. agneſen. der wirdigen abtteſſínne vn̄ mit irem Conventt/ dem Gotzhaus ze Sældental bei Lantſhvͦt/ vˢrihtt/ vˢtaidíngt/ vn̄ vˢſchaiden ſeín nach Rat/ Hˢn Ruͦprehtz. dez Snaitpechen/ Hern fridˢichs. dez zehentˢn von Perig/ Brudˢ Heínreichs. des Probſtes/ vn̄ Bruder albrehtz. vmb daz Guͦt ze Staínpach/ vn̄ vmb alle di Chrieg/ vn̄ anſprach/ di wir/ híntz ir/ odˢ híntz ir Gotzhaus vn̄ híntz ir Pflegˢn/ haben gehabt/ ſwie di genant ſínt geweſen/ vntz auf diſen Hevtigen tag/ daz di alle ſampt gæntzlich vn̄ gar ab ſínt/ vn̄ daz wir/ fvͤr baz/ ewichlich. híntz der vorgenantē vnſerr frawn/ Dˢ abteſſínn/ noch híntz irem Gotzhaus/ dheínˢ lay anſprach/ noch Chrieg/ weder Gaiſt lich noch werltlich/ wedˢ mit reht/ noch an reht/ vmb allez daz/ daz her ergangen/ iſt/ niht haben/ noch habē ſvͤllen/ vn̄ daz geheizzen wir/ bei vnſˢn t\&wen / ín ay dez weis/ nvr Lieb/ vn̄ gvͦt/ vn̄ dar vͤbˢ dˢ taidíng ze eíner ewigē gedenchnvͤzze/ Legent di Erbærig man/ Hˢ Rup\&ht. dˢ Snaitpech vn̄ dˢ vorgeſchribē Hˢ fridˢich. dˢ zehentnˢ/ irev Inſigel/ an diſen brief/ ín/ baiden/ an allē ſchadē nach vnſerr vleizzigen gebet/ wan wir niht Inſigel habē/ vn̄ vˢbínden vns/ mit vnſˢn t\&wen dar vndˢ allez daz ſtæt ze haben/ daz Oben iſt vˢſchriben/ Dez ſínt zevgen/ Hˢ Liebh\&. dˢ Teyníngˢ/ Her Heínr\&. dˢ Hetzˢ/ (Per)cht\&. weihenſtefnˢ/ vn̄ Ortel. dˢ waldær Pvrgˢ ze Lantſhvͦt/ Daz iſt geſchehen/ da von Chriſtes gepvͤrtt ergangē waren/ Drevtzehē/ Hvndˢt Iar/ dar nach ín dem Drev / vn̄ viertzichiſtem Iar/ Dez næchſten freitagez/ vor dem auffert. tag ICh wernher. dˢ Staynpech. vˢgich vn̄ tvͦn chvnt offenbar. an diſem brief/ allen den/ die ín an ſehent hoͤrēt oder leſent/ Daz ich/ mit wol vˢdahttem mvͦt mit willen vn̄ gvnſt/ meínes Svͦns Hilprandes. vn̄ mit aller meíner chínd/ vn̄ mit meíner Erben willen. nach Rat meíner vrevnt vnd dvrch meínˢ notdvrft willē auz meínem aigen Hof ze Staynpach/ den ich da Chauft von Hˢm Hartprehttē. dem Harſchirchˢ/ Der erbærigen vn̄ wir digen frawen/ frawen agneſen. der abtteſſinn ze Sældental vn̄ irem Gotzhaus/ zwai. Schaf Rokken gvͤlt/ Lantſhvͦtˢ Mazz/ Chauflich ze Chauffen han gegeben/ vmb aínlefthalb . Pfvnt Regenſpvrgˢ Pfenn\&/ di ich von ir dar vmb enphangen han/ vn̄ han ir/ vn̄ irem Gotzhaus ze Saͤldental di ſelben zwai. Schaf Rokken gvͤlt auf dem vorgenantē Hof beſvͦhttē / vn̄ vnbeſvͦhtem / geſalt vn̄ gemachet/ mit meínez Hˢren Hant. Hˢn vlreichs. von abenſ(per)ch/ der meín Solman/ vͤber den ſelben Hof iſt alſo/ Daz ich vn̄ meín Erben/ vn̄ alle meín Nachchomen/ ſwem dˢ vorgenant Hof/ nach mir ze tail wirt/ ewichlich/ meínˢ egenantē frawen/ dˢ abteſſinn ze Sældental/ vn̄ auch allen iren Nachchomen vn̄ irem Gotzhaus ze Sældental/ alle Iar/ an Sand Michels/ tag/ odˢ vor Ohtt. tag/ odˢ hín nach ínnˢ Ohtt tagen/ zwai. Schaf Rokken Lantſhvͦtˢ mazz geben ſvͤllen/ vn̄ dienen/ vn̄ fvͤren gen Lantſhvͦt/ an allen iren ſchaden vn̄ an allen gebreſten / daz ſi dheíns gebreſtens / dˢ dem Gvͦt an læg niht engeltē ſvͤllen/ vn̄ ſvllen ín gvͦten Getraid geben/ der ze geben vn̄ ze nemen ſei. wær aber/ daz ich/ odˢ meín Er=ben/ odˢ meín nachchomen. an allem Paw ſihtigen gebreſten hieten/ So ſol vns/ meín fraw/ di abteſſínne odˢ ir nachchomen bedenchen/ nach biderber Lavͤt Rat/ di vns dar zvͦ gevallent/ vn̄ di wir baident=halben dar zvͦ nemen/ Di weil wir niht gar grozzen ſihtigen gebreſten haben/ an allē Paw/ So ſvͤllen wir/ ín/ ir diͤnſt geben/ an allen breſten/ vor auz/ vor allem andˢn diͤnſt/ wær vns/ daz chorn niht wol worden/ So geben wir/ ín/ von andˢm Getraid/ vntz daz wir/ ſi/ irs diͤnſtes vˢrihtten vn̄ geweren von alle dev/ vn̄ da wurd/ ſwie daz genant wær/ vn̄ ſweliches/ Iars/ wir/ ín/ di zwai. Schaf Rok=ken. niht en gaͤben/ auf Sand Michels. tag/ vor Ohtt. tag/ odˢ hín nach ínnˢ Ohtt. tagen/ So hat meín vorgeschriben fraw/ di abteſſinn/ odˢ ir nachchomen/ gewalt/ di vorgeſchribē zwai. Schaf Rokken ze Chauffē/ auf meínen/ odˢ auf meínˢ Erben/ odˢ auf dez ſchaden/ der den Hof ínne hiet/ vn̄ ſwe=lichē ſchadē ſi der ſelbē Pfenn\&/ odˢ irs Getraidez næmen/ dez ſi/ bei Ir/ gewizzen geſagen moͤht/ ſí/ odˢ ir Proͤbſt/ den ſol ich/ odˢ meín Erben/ odˢ ſwer dē egenantē Hof ínne hiet ab tvͦn/ gæntzlichen vn̄ ſvͤllē ſi/ daz haben/ auf vnſˢn t\&wen / vn̄ auf dē vorgenantē Hof/ vn̄ auf aller vnſˢr Hab/ vnd auf den Porgen/ di her nach geſchriben ſtent/ di wir/ ín/ dar vmb geſetzet habē/ vn̄ habent ſi/ vol=len gewalt. vmb di zwai. Schaf Rokken/ vn̄ ob ſi ſeín iht ſchaden/ genomē hiet/ ze Pfendē/ ſwer daz Guͦt ínne hiet/ ſam eín ieglich herſchaft/ vmb ir diͤnſt Pfenden ſol/ an Schergen/ vn̄ an Rihttˢ. vn̄ dar vͤber ze eínˢ bezzˢn ſicherheit/ fvͤr/ allez vͤber varn/ han ich/ meinˢ frawen dˢ oft genanten abteſſinn/ vn̄ iren Probſten ze Porgen geſatzt zvͦ ſampt mir/ meínen Svͦn hilpranden. dˢ mit ſampt mir Selbſchol vn̄ Porg iſt vn̄ fridˢichen. den Eſſchelchouˢ vn̄ meínen Oͤheímen (Per)chtoldē. vō Staínpach Mit dˢ beſchaidenheit alſo/ ſwenne daz wær/ daz ich. odˢ meín Erbē/ di zwai. Schaf Rokken/ alle Iar. an Sand Michels. tag/ odˢ hínnach innˢ Ohtt. tagen/ niht gaͤben/ Swelichē ſchadē ſi/ danne nach dˢ vriſt irs Getraidez næmē/ den ſol/ ich odˢ meín Erbē/ odˢ di Porgen ab tvͦn/ als oben iſt ver=ſchriben/ Dar zvͦ ſvͤllen wir/ ín/ daz Guͦt vn̄ ir gvͤlt vˢſten/ als dez Landez reht iſt/ Dar zvͦ ſol ich/ vn̄ allev meínev chínt Svͤn vn̄ Toͤhttˢ/ ín/ di zwai/ Schaf Rokken gvͤlt/ auf dē Hof ze Staínpach auf gebē vn̄ machē/ mit Solmans hant/ vn̄ ſwelichs chínt ze Iunch wær ſwenn ez di Iar hat/ daz ſol ez auch tvͦn/ vn̄ da habent di vorgeſchribē Porgen auch vmb gelobt/ vn̄ ſwelichs chínt daz niht tæt. næm dez daz chloſtˢ/ odˢ ſeín Proͤbſt iht ſchaden den ſvͤllen ím/ di Porgen/ vn̄ wir ſelbſcholn ím ab tvͦn gar vn̄ gæntzlich/ an chlag/ an chrieg/ vn̄ an allez rehttē/ daz wir ſi/ dar vmb wedˢ fvͤr Gaiſtlich noch fvͤr werltlich Gerihtt niht bringen ſvͤllen/ vn̄ ſwenne ie dˢ Porgen eínˢ niht en iſt/ wil danne meín fraw/ di abteſſínne niht geraten. vn̄ ir Proͤbſt/ wir ſetzen ín/ eínen andˢn Porgē/ daz ſvͤllē wir tvͦn/ an allē chriech/ wir ſvͤllen auch vō dem Hof ze Staynpach/ nihteſniht fvͤrbaz/ vˢſetzen/ noch vˢchauffen noch vˢchvmbˢn/ an meinˢ frawē/ vn̄ an ir Probſt Rat/ vn̄ ob wir mvͤſten hín gebē dē ſelben Hof Daz ſvͤllen wir meínˢ frawē/ odˢ iren Proͤbſten; dez erſten chvnt tvͦn woldē ſi chauffen/ ſo ſvͤllē wir/ ín gebē fvͤr andˢ Lavͤt/ wolden ſi niht chauffen/ ſwem wir/ dann dē Hof gaͤben/ gen dem ſvͤllen wir/ ín ir zwai. Schaf Rokken gvͤlt auz díngen/ ob wir dez vˢgæzzē/ daz ſol ín/ niht ſchadē. Daz ín/ daz alſo Stæt beleib/ dar vͤbˢ ze vrchvͤnde/ Gib ich wˢnher Staínpech/ ín/ diſen brief/ mit meínē/ vn̄ mit fridˢ=iches. dez Eſſchelchouˢ Inſigel vˢſigeltē. vn̄ ich Hilprant. dez Staínpechē. Svͦn. vn̄ ich (Per)cht\&. vō Staínpach. habē niht Inſigel/ vn̄ vˢbínden vns/ mit vnſˢn t\&wen / vnder wˢnhers. dez Staynpechen Inſigel/ al=lez daz ſtæt ze habē/ daz oben iſt vˢſchriben. Daz iſt geſchehen da von Chriſtes gepvͤrtt ergangē waren/ Drevtzehen. Hvndert Iar/ dar nach ín dē Drev . vn̄ viertzichiſtē Iar/ Dez næchſten Mon=tagez/ nach aller Heiligen. tag ICh Heínreich. dˢ wafenſtorffˢ/ vˢgich vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem brief/ allen den/ die ín an ſehent hoͤrent/ odˢ leſent. Daz ich mit wol vˢdahtē mvͦt/ mit meínˢ Hauſfrawen/ vn̄ mit allˢ meínˢ Erben/ willē vn̄ gvnſt/ nach meínˢ vrevnt Rat/ vn̄ dvrch meínˢ grozzen notdvͤrft willē/ Meínev Gvͦt ze wafenſtorf/ die zwen Hoͤf/ vn̄ Hofſtet/ als ich ez da gehabt han/ mit Gerihtt/ vn̄ mit allen den nvͤtzen rehtten vn̄ Eren/ di ze reht dar zvͦ gehoͤrent/ beſvͦht/ vn̄ vnbeſvͦht/ ze holtz/ ze wiſmat/ ze veld/ vn̄ ze Dorff/ Der erbærigē frawen/ frawn agneſen. dˢ abteſſínne ze Sældental/ vn̄ irem Gotzhaus Chæuflich ze Chauffen han gegeben/ vmb Eínez vn̄ fvͤnftzikch. Pfvnt/ Regenſpvrgˢ Pfenn\&/ vn̄ dˢ frawen/ Eínez/ ze Leuthauf/ di Giltet/ fvͤnf Schaf Rokken/ vn̄ Dritthalb Schaf Habˢn/ Lantſhvtˢ Mazz/ Sibenthalbē Schillínch Pfenn\&/ vn̄ Chleínen diͤnſt/ vn̄ dˢ vorgeſchribē Pfenn\& bín ich aller ſchon vˢrihtt/ vn̄ gewˢt/ vnd han di Gvͦt. meínˢ vorgeſchribē frawn/ dˢ abtteſſinn/ vn̄ irem Gotzhaus ze Sældental/ auf gegeben vn̄ gemachet fvͤr reht aigen/ vn̄ hat ín/ di/ meín Hˢre/ dˢ Chaiſer/ geſalt/ nach meínˢ gebet fvͤr ledigev Gvͦt/ alſo/ daz ich/ noch meín Hauſfraw/ noch dheín meín Erben/ fvͤrbaz ewi=chlichen/ dar auf/ noch dar nach niht haben ze ſprechen/ wedˢ mit reht/ noch an Reht vn̄ mag/ daz vorgenant Gotzhaus ze Sældental/ ſeínen frvͦm/ mit den Gvͦten ſchaffen/ ſam mit andˢn irem aigen Guͦten/ an alle irrvng/ vn̄ ſol ich/ meín Hauſfraw/ vn̄ mein Erben ím/ di vorgenantē Gvͦt/ vˢſten/ als dez Landeſ reht iſt/ vn̄ ob ím/ di Guͦt ieman ze Chrieg tæt/ daz ſvͤllen wir/ ín/ ze ledigen/ vn̄ ze loͤſen/ mit mínne/ odˢ mit dem rehttē an allē dez Gotzhaus ſchadē/ vn̄ dar vmb ſo haben wir ín/ zvͦ ſampt vns ze Porgen geſatzt vnvˢſchaidenlich/ fvͤr allez vͤber varn/ meínen brudˢ vlreichen. den wafenſtorffær vn̄ Hˢn Heínreichen/ den Dechenpechen/ vn̄ Heínreichen. den Hardˢ von Tanne/ Mit dˢ be=ſchaidenheit alſo/ ob di Gvͦt/ von ieman anſpræchich wurden/ vn̄ daz wir. dem Gotzhaus daz/ an ſchaden niht ab rihtetē/ Chæm ez da von ze ſchaden/ den ſol ich/ odˢ meín Erben/ odˢ di vorgenantē Porgē ab tvͦn/ vn̄ ſol ez daz haben/ auf vnſˢn t\&wen / vn̄ auf aller vnſˢ Hab/ auf vns Selbſcholn/ vn̄ auf den Porgen/ vn̄ ſvͤllen di Porgen ín dˢ Porgſcheft ſten vntz meínev chínt/ dar zvͦ werdent/ daz ſi ſich vˢzeihen mvͤgen/ vn̄ vntz daz daz Gotzhaus dˢ Guͦt geſitz/ bei nvtz vn̄ gewˢ anſprach/ als dez Landeſ reht iſt vn̄ aigens reht ist. vn̄ ob dˢ Porgē Eínˢ ín dˢ vriſt niht enwær/ dez Got niht geb/ ſo ſvͤllē wir/ dem Gotz=Haus/ vn̄ ſeínen Pflegˢn ie eínen andˢn Porgen ſetzen/ vntz daz ſi geſitzen an anſprach dˢ Guͦt/ als dez Landez reht iſt. vn̄ ob wir/ ín/ niht ſatzten eínen andˢn Porgen/ ie nach eínez Porgen tot/ ínnˢ viertzehē tagen/ So ſvͤllē ín/ di Lebentigē Porgen Laiſten ze Lantſhvͦt/ vntz ín ye eín andˢ Porg werd geſetzt. Man ſol auch wizzen/ daz di Maier di auf den vorgenantē Guͦten ſitzent Pawreht habent/ vn̄ ſvͤllē den vorgenanten diͤnſt alle Iar geben/ an allē abganch/ ez ſei/ danne gar ſihtigˢ vn̄ grozzˢ breſten. Daz daz alſo Stæt/ vn̄ vnzebrochen beleib dem Gotzhaus ze Saldental/ vn̄ ſeinen Pflegˢn/ dar vͤber ze vrchvͤnd Gib ich Heínr\&. wafenſtor ffˢ/ ín/ diſen Brief/ mit meínem/ vn̄ mit Hˢn Heínreichs dez Dechenpechē/ vn̄ mit Heínr\&. dez Hardærs Inſigel vˢſigeltē/ vn̄ ich vlreich. wafenſtorffˢ han niht aigens Inſigels/ vn̄ vˢbínd mich mit meínen t\&wen / vndˢ meíns Brudˢ Heínr\&. Inſigel allez daz ſtæt ze haben/ daz Oben iſt vˢſchriben. Daz iſt geſchehen/ da von Chriſtes gepvͤrtt ergangen waren/ Drevtzehen. Hvndˢt Iar/ dar nach ín dem vier. vn̄ viertzichiſtem Iar. dez næhſten freitagez/ nach Sand Chvͤnigvnden. tag ICh Heínreich. dˢ Svͤmmerl/ von altenſtorf/ vˢgich vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem brief/ allen den/ die ín/ an ſehent hoͤrent/ odˢ leſent/ wan ich ettelich Chrieg/ vn̄ anſprach/ han gehabt/ Gen dem Spital ze Lantſhvͦt/ vn̄ auch gen dem Spital Maiſtˢ/ vn̄ gen dez Spitals Pflegˢn/ vmb di ſelben Chrieg/ vn̄ anſprach/ ſwie di genant ſínt geweſen/ die ich/ gen ín het/ odˢ moͤht gehaben/ vntz auf den hevtigen tag/ da bín ich vmb/ gen dē vorgeſchriben Spital/ vn̄ gen dem Spital Maiſter/ vn̄ gen des Spitals Pflegˢn/ vˢrihtt/ vˢſchaiden vn̄ vertaydíngt/ nach biderbˢ Lævt Rat/ alſo/ daz ich ir Hvld/ vn̄ ir vrevntſchaft han/ gar vn̄ gæntzlich/ vn̄ daz alle anſprach vn̄ chrieg die ich gen dē Spital/ vn̄ gen Maiſtˢ/ vn̄ gen den Pflegˢn het/ gar vn̄ gæntzlich auch ab ſínt/ vn̄ daz ich fvͤr=baz ewichlich/ die weil ich Leb/ noch Meín Hauſfraw/ noch alle meín Erben/ nach mir/ Híntz dē vorgeſchriben Spital/ noch híntz dē Spital Maiſtˢ/ noch hintz dheínem / dez Spitals Pflegˢn / nihteſniht ze vodˢn noch ze ſprechē han noch ze handeln/ nvr Lieb vn̄ gvͦt/ vmb allez daz ſich het / zwiſchen Meín/ vn̄ ir/ ergangē hat/ vntz auf den hevtigē tag/ daz ich daz ímmer mere geæbern ſol/ wedˢ mit wortten/ noch mit werkchen/ vn̄ ob ich daz vͤberfvͤr/ dez ich Got/ vn̄ meínˢ manheit/ niht get\&we / So ſol ich/ eín vͤber ſagtˢ man ſeín/ alſo/ ſwa man mich an chæm/ daz man mich toͤtet. Dez ſínt zevgen/ her Heínr\&. dˢ Swíndahˢ Rihttˢ ze Lantſhvt/ Hˢ Iohans. dˢ Ivng Polan/ vn̄ brudˢ Reínolt/ vn̄ ze eínˢ mereren gedenchnvͤzze/ Leit meín Hˢre/ Hˢ albrecht. von Staudeich/ vitztvͦm bei dˢ Rot/ ſeín Inſigel/ vn̄ Her Hˢman. dˢ Ergoltz ſpech/ ſeín Inſigel/ an den brief/ nach meínˢ vleizzigē gebet ín/ baiden/ vn̄ iren Erben/ an ſchadē/ wan ich niht Inſigels han/ vn̄ vˢbínd mich/ mit meínen t\&wen . dar vnder allez daz Stæt ze haben/ Daz oben iſt vˢſchriben. Daz iſt geſchehen/ da von Chriſtes gepvͤrtt ergangen waren Drevtzehē. Hvndˢt Iar/ dar nach ín dem vier. vn̄ viertzichiſtē Iar/ an Sand auguſteíns. tag ICh Ott. dˢ Chaufman/ von Mvͤníchen/ vˢgich/ vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem Brief/ allen den/ die ín an ſehēt hoͤrent/ odˢ leſent/ Daz ich/ mit meínˢ Hauſfrawen/ vn̄ mit meinˢ Erben/ willen vn̄ gvnſt/ mit wol vˢdahtē mvͦt/ nach Rat/ meínˢ vrevnt/ vn̄ auch dvrch meínˢ notdvͤrft willē/ Meín aigen Gvͦt/ da ich da iezvͦ auff ſítz ze Mvͤníchē beſvͦht/ vn̄ vnbeſvͦht/ mit allen den nvͤtzen/ rehtten vn̄ Eren/ di ze reht dar zvͦ gehoͤrent ze Holtz/ ze veld vn̄ ze Dorff/ meínˢ genædigē frawen/ frawen agneſen. dˢ wirdigen abteſſínne ze Saͤldental vn̄ irem Gotzhauſ/ da ſelb/ Chaͤuflich ze Chauffen han gegebē/ vmb Siben. Pfvnt Regens\&/ vn̄ vmb Sehtzik. Pfenn\&/ allez Regens\&/ di ich/ von ir/ dar vmb empfangen han/ vn̄ han ín/ daz auf gegeben/ vn̄ gib ín daz auf mit dē brief/ alſo/ daz ich/ noch meín Hauſfraw/ noch dheín meín Erben/ fvͤrbaz dar auf noch dar nach niht habē ze ſprechen/ wan ez nv/ ir aigen iſt/ vn̄ han ich/ ín/ ez gegebē/ fvͤr eín lediges aigen/ vn̄ ſol ich/ vn̄ meín Erben ín/ daz Guͦt vˢſten/ als aigens reht iſt/ vn̄ habēt ſi/ mir/ daz vorgenant Gvͦt lazzē/ als/ eínē Pawmanne/ vmb den diͤnſt/ den man von reht da von geit / daz ſínt/ alle Iar Sehs. Schilling Regens\& Pfenn\&/ vn̄ geheizz ich/ meínˢ egeſchriben frawē/ vn̄ irem Gotzhaus/ bei meínen / daz ich ín/ den diͤnſt alle Iar di weil ſi mir/ dez Guͦtz gvͤnnēt/ hilfelich/ vn̄ ſvͤderlich / ſol vn̄ wil geben/ an allē chriech/ vn̄ not red z e dˢ zeit/ vn̄ man von reht dienē ſol/ vn̄ ob ich/ dez niht tæt/ ſwelichē ſchaden dez/ daz Gotzhaus næm den ſol ich/ vn̄ meín Porgē ab tvͦn/ dē Gotzhaus/ vn̄ ſvͤllē ſi daz habē/ auf meínen t\&wen / vn̄ auf aller dˢ Hab/ di ich/ vn̄ meín Porgē índˢt haben/ di hˢ nach geſchriben ſínt/ Ez wær danne eín Gemaínˢ gebreſtt/ Schaweˢ/ odˢ biſes / So ſvͤllē ſi mich/ bedenchē nach genadē/ als andˢ ir Pawlavͤt. Ich han auch/ ín ze Porgē geſatzt/ vmb di ſtæticheit dez vˢzeihens/ meínˢ chínd/ vntz ſi gewachſent/ vn̄ vmb den zíns. Ottē. von zelle. vn̄ vlr\&. den Oſtˢmaier/ vō Schatzhouē/ vn̄ Chvnr\&. den Sneidˢ da ſelb/ Mit dˢ beſchaidenheit alſo/ ob wir/ dē diͤnſt ze rehttˢ zeit niht gaͤb/ vn̄ ſich meínev chínt niht vˢzigē alſo reht wær/ ſwelhē ſchadē dez/ daz vorgenāt Gotzhaus næm den ſvͤllē wir/ ín/ vnvˢſchaidenlichē ab tvͦn/ vn̄ ſwenn ie eín Porg niht en wær/ e di chínt zvͦ ir Iaren chæmē/ ſo ſvͤllē wir ín/ ie eínē andˢn Porgē geſetzē/ vntz daz Chloſtˢ geſitz/ bei nvtz vnd gewˢ/ als aigens reht iſt. Daz ín daz alſo Stæt beleib/ dar vͤber ze eínˢ gedenchnvͤzz/ leit der erbærig man/ Hˢ (Per)cht\&. dˢ Swíntpech/ ſeín Inſigel/ an diſen Brief/ ím/ an allē ſchadē/ nach vnſˢ vleizzigē gebet/ wan wir/ alle niht Inſigel habē/ vn̄ vˢbíndē vns/ mit vnſˢ t\&wen dar vndˢ/ allez daz ſtæt ze haben daz oben iſt vˢſchriben Daz iſt geſchehen/ da von Chriſtes gepvͤrtt ergangē waren Drevtzehen. Hvndert Iar/ dar nach ín dē vier. vn̄ viertzichiſtē Iar/ Dez næhſten Eritageſ/ nach Sand Gallen. tag ICh wolfgankch. von Smavtzhauſen/ vn̄ ich Elſpet. ſeín Stevf Tohttˢ vˢiehen vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem Brief/ allē den/ die ín an ſehent/ hoͤrent/ odˢ Leſent. Daz wir/ mit wol verdahtem mvͦt/ nach Rat/ vnſˢ vrevnt/ vn̄ auch dvrch vnſˢ Notdvͤrft willen vnſer Guͦt ze Chleidorf/ daz mir Elſpeten. ze meínem Erbtail/ iſt gevallen/ beſvͦhtz / vn̄ vnbeſvͦhtes / mit allē den nvͤtzen/ vnd rehtten/ di ze reht/ dar zvͦ gehoͤrent/ ze Holtz/ ze veld/ vn̄ ze Dorff/ Der Erbærigen/ frawen/ frawen. agneſen. dˢ wirdigen abteſſínne ze Sældental/ vn̄ irem Conventt da ſelb/ gelegen bei Lantſhvͦt/ Chaͤuflich ze Chavffen haben gegeben/ vmb Ohtzehen. Pfvnt/ vn̄ vmb Sehs Schillíng Regens\& Pfenn\&/ die wir/ von ín/ dar vmb alle berait enpfangē habē/ vn̄ Haben ín daz auf gegebē/ mit vnſˢs Hˢren/ Hˢn arnoldes. von Mæſſenhauſen Hant/ Dˢ ín/ ez geſelt hat/ dvrch di lieb/ di er zvͦ vnſer frawē vn̄ zvͦ ir Gotzhaus hat ze Saldental/ vn̄ auch nach vnſˢ vleizzígen gebet/ vn̄ vˢzeihen vns/ dez vorgenātē Gvͦts hevt ze tag vn̄ aͤuzzen vns dez hevt ze tag gæntzlich/ alſo/ daz wir/ fvͤrbaz ewichlich/ dar auf/ noch dar nach niht zeſprechen haben/ weder vil noch weních/ vn̄ mag/ meín fraw di abteſſínn/ ze Sældētal vn̄ ir Convent/ vn̄ ir Proͤbſt/ da mit tvͦn/ ſwaz ſi wel=lent/ ſam mit andˢm irem rehttē aigen/ an alle vnſer irrvng/ daz wir/ ſi/ dar an niht engen noch irren ſvͤllen/ weder mit wortten/ noch mit werkchen/ vn̄ ſvͤllē wir ín/ daz vorgenant Gvͦt In/ vˢſteen/ als dez Landez reht iſt/ vn̄ aigēs reht iſt/ vn̄ als dˢ Schrannē reht/ iſt/ da daz Guͦt ínne gelegen iſt/ vn̄ dar vͤber ze eínˢ bezzˢn ſicherheit/ So haben wir/ der vorgenantē abteſſínn/ vn̄ irem Gotzhaus ze Sældental/ zvͦ ſampt vns vnvˢſchaidenlichen ze Porgen geſatzt/ vnſˢ lieb vrevnt Rvͤtgnˢ . den Hofheimˢ vn̄ fridˢichen. den frikchendorffˢ/ Pvrgˢ ze Lantſhvͦt/ Mit dˢ beſchaidenheit/ Ob/ ín/ daz Guͦt iemā ze chrieg tæt/ odˢ von iemā anſpræchich wurd/ vn̄ daz ſi vns/ daz chvnt tæten/ daz ſvͤllē wir/ odˢ di Porgē ín/ ze ledigen vnd ze loͤſen/ an allē iren ſchadē/ mit mínnē/ odˢ mit dem rehtten/ vn̄ ob wir/ dez niht tæten/ Chæm daz chloſtˢ/ da von ze ſcha=den/ dē ſvͤllē wir ín/ ab tvͦn/ gæntzlich/ an allē gebreſten/ vn̄ an allē chriech/ vn̄ ſvͤllē ſi/ daz haben/ auf vnſˢn t\&wen / vn̄ auf allˢ dˢ Hab/ di wir/ vn̄ vnſer Porgen índˢt haben/ vn̄ ſvͤllē di Porgē ín dˢ Porgſcheft ſten/ vntz daz daz Chloſtˢ ze Sældental vn̄ ſeín Proͤbſt/ dez vorgenantē Guͦtz geſitz bei nvtz vn̄ gewˢ/ an alle reht anſprach/ als dez Landez reht iſt fvͤr reht aigen/ So ſínt ſi/ danne ledich/ vn̄ wir/ mit ſampt ín/ Daz ín/ daz alſo Stæt beleib/ dar vͤber ze vrchvͤnd Geben wir ín/ diſen Brief mit meín wolfganges. vō Smavtzhauſen/ vn̄ mit Ruͤgˢs. dez Hofheímˢ Inſigeln vˢſigelten/ vn̄ ich Elſpet. wolfgangeſ/ Stevf=Tohttˢ/ vn̄ ich fridˢich. frikchendorffˢ habē niht aigenˢ Inſigel vnd vˢbínden vns/ mit vnſˢn t\&wen / vndˢ di vorgenanten Inſigel allez daz ſtæt ze habē/ daz oben iſt vˢſchriben. Daz iſt geſchehen/ da von Chriſtes gepvͤrtt ergangē waren/ Drevtzehen. Hvndˢt. Iar/ dar nach ín dem fvͤnf vn̄ viertzichiſtem Iar/ an Sand víncentzen. tag ICh Gebhart/ dez Hoͤhenpergˢ Svͦn/ vˢgich vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem brief/ allē den/ die in an ſehent/ hoͤrent/ oder leſent/ wan ich ettelich anſprach vn̄ Chrieg het/ hintz meinˢ Stevfmvͦter frawn Iævtten. dˢ Hoͤhenper gˢínn/ dˢ ſelben Chrieg/ vn̄ anſprach aller/ ſwie die genant ſínt geweſē die ich/ odˢ meín Hauſfraw/ odˢ meín Erben/ híntz ir/ vn̄ híntz ir Erben/ moͤht gehabē/ vntz auf den hevtigen tag/ der bín ich willichlichen/ mit wol vˢdahtem mvͦt/ mit meínˢ Hauſfrawē vn̄ mit meínˢ Erben willē vn̄ gvͦnſt gegangen/ híndˢ Hern albrechttē. vō Stavdeich vitztvͦm bei der Roͮt Hˢn Heínreichē. dē Swindahˢ Rihttˢ ze Lantſhvͦt/ Hˢn Fridˢichen. den Rabenchopf/ vn̄ Hˢn Hanſē. den Ivngen Polan Pvrgˢ ze Lantſhvͦt/ vnd habent vns/ di mit eín ander vrevntlich vnd lieblich vˢrihtt/ ver ſchaiden vn̄ vˢtaidíngt/ alſo/ daz ich Gebhart. dez Hoͤhenpergˢ Svͦn dē Got genad/ híntz meíner vorgenantē Stevfmvͦtˢ frawn Iaͤvtten. noch hintz ir Erben/ noch híntz dez Spitals Gut/ nihteſniht han ze ſprechen/ noch ze vodern/ wedˢ weních/ noch vil/ wedˢ mit reht/ noch an reht/ vn̄ ſint mir/ noch meínˢ Hauſfrawen/ noch meínen Erben nihteſniht ſchvl=dich/ nvr daz ſi von ir t\&wen / gern/ vn̄ willichleichen tvͦnt/ vn̄ dˢ ſache ze eínˢ ewigen ge=denchnvͤzze/ leit her Heínr\&. dˢ Swíndahˢ Rihttˢ ze Lantſhvͦt/ ſeín Inſigel/ an diſen Brief nach meín Gebhartz. dez hoͤhenpergˢ Svͦn vleizzígˢ gebet/ dē Swíndahˢ vn̄ ſeínen Erben/ an allen ſchadē. wan ich dheín Inſigel niht han. vn̄ vˢbínd mich/ meín Hauſfrawen/ vn̄ meín Erben/ dar vnder/ mit vnſˢn trewen. allez daz ſtæt ze haben/ daz oben iſt vˢſchriben/ Daz iſt geſchehen/ da von Chriſtez gepvͤrtt ergangen waren Drevtzehen Hvndˢt Iar/ dar nach in dē fvͤnf vn̄ viertzichiſtē Iar/ Dez næhſtē Montagez vor dē Svnnbentt tag ICh Heínreich. dˢ Schermˢ von Perchouen bei aheím/ vˢgich vn̄ tvͦn chvnt offenbar an diſem Brief allen den/ die ín an ſehent hoͤrent/ odˢ leſent./ Daz ich mit willen vn̄ gvͦnſt/ meíner Hauſfrawen/ vn̄ aller meíner Erben/ nach Rat meínˢ frevnt/ mit wol vˢdahtem mvͦt vn̄ dvrch meínˢ Notdvͤrft willen Meínen Hof ze Perchouen/ da ich auff geſezzen bín beſvͦhten / vn̄ vnbeſvͦhtē ze Holtz/ ze wiſmat/ ze veld vn̄ ze Dorff/ mit allen den nvͤtzen rehtten/ vn̄ eren/ di ze reht dar zvͦ gehoͤrent/ als ich ez da han gehabt/ der Erbærigē vn̄ wirdigē frawen/ frawen agneſen. dˢ abtteſſínn ze Saͤldental/ vn̄ irem Gotzhaus/ Chæuflich ze Chauffen han gegeben/ fvͤr eín freies vn̄ eín ledigez Gvͦt vmb zwai. vn̄ viertzichiſt . Pfvnt Regenſpvrgˢ Pfenn\&/ die ich von ir/ dar vmb enpfangen han vn̄ han ir/ vn̄ iren Proͤbſten/ den Hof auf gegeben/ vn̄ gib ich/ meín Hauſ=fraw/ vn̄ alle meín Erben/ ín/ den auf/ mit dem Brief/ reht vn̄ redlich/ alſo/ daz dˢ Hof fvͤr=baz ewichlich/ an alle irrvng ir rehtz aigen iſt/ alſo/ daz wir fvͤrbaz ewichlich/ dar auf niht ha=ben ze ſprechen. vn̄ daz ſi/ iren/ vn̄ irs Gotzhaus frvͦm/ da mit ſchaffen ſvͤllen/ an alle vnſer irrvng ſam mit andeˢm/ irs Gotzhaus aigen/ vn̄ ſol ich/ meín Hauſfraw/ vn̄ meín Erben/ ín/ den Hof ver=ſten/ alſo daz Landez reht iſt/ vn̄ freies aygens reht iſt So ſínt ettelich meínev chint zvͦ ir Iarē niht chomē/ daz ſi ſich vˢzeihen mvͤgen/ daz ez chraft hab/ da geheizz ich fvͤr/ ſwenn ſeín zeit iſt daz ſi ſich/ dez houez auch vˢzeihen/ vn̄ ín vˢſten/ vn̄ dar vͤber/ so ſetz ich/ ín/ zvͦ ſampt mir/ vnvˢ=ſchaidenlich ze Porgen. Otten. den Poͤlnchouˢ. Dietˢichen. den Schermˢ/ Heínreichē. dē Lantzíngˢ von aigelchouē/ Chvnradē. den Haſenhvͦbˢ/ Mit dˢ beſchaidenheit alſo/ daz ín/ di daz vorgenant Guͦt/ mit ſampt vns vˢſten ſvͤllen/ vntz daz di abteſſínn/ vn̄ daz Gotzhaus ze Sældental/ dez Houez geſitzen/ bei nvtz vn̄ gewˢ/ an alle anſprach/ als dez Landez reht iſt/ vn̄ daz di chínt ſich auch vˢzeihen/ so ſínt di Porgē dann aller erſt ledich/ vn̄ ob dˢ vorgenant Hof ze Perchouē ín dˢ zeit anſpræchich wurd/ daz ſvͤllē wir/ vn̄ vnſer Porgē ín ze lediḡ vn̄ ze loͤſen/ mit mínne odˢ mit dē rehttē/ fvͤr daz ſi/ vns ez chvnt getæten/ vn̄ ob wir/ dez niht tæten/ ſwelichē ſcha=den/ dez daz Gotzhaus. vn̄ ſeín Pflegˢ næmen/ den ſol ich meín Hauſfraw/ vn̄ meín Erben/ vn̄ meín Porgen/ ín/ ab tvͦn/ gar vn̄ gæntzlichen/ an allen gebreſten/ an chlag/ an chrieg/ vn̄ an allez rehttē/ vn̄ ſvͤllē ſi/ daz habē auf vnſˢn t\&wen vn̄ auf aller dˢ hab/ di wir vn̄ vnſer Porgē índˢt habē/ ſwa wir/ ſi/ haben. Daz ín daz alſo Stæt/ gantz/ vn̄ vnzer bochē beleib/ dar vͤber ze vr=chvͤnd/ Geben wir/ ín/ diſen Brief/ mit meín Heínreichs. dez Schermærs/ vn̄ mit Ottens. des Poͤlnchouˢs Inſigeln vˢſigelten/ vn̄ ich Dietˢich. dez. Schermˢ/ vn̄ ich Heínreich. dˢ Lantzíngˢ vō aigel=chouē/ vn̄ ich. Chvnrat dˢ Hoſenhvͦbˢ / habē niht aigenˢ Inſigel/ vn̄ ver bínden vns/ mit vnſˢn t\&wen vndˢ di vorgenantē Inſigel/ allez daz ſtæt ze haben/ daz oben iſt vˢſchriben. Daz iſt geſchehē/ da von Chriſtes gepvͤrtt ergangē waren/ Drevtzehen. Hvndert Iar/ dar nach In dem fvͤnf vn̄ viertzichiſtem Iar/ Dez Mitichens. vor dem Svnbentt. tag | hân gegeben umbe ahte. pfunt Regenesburgær pfenninge/ der si/ mich/ schône verrihtet unde gewert hât unde hân/ dem vore genanten goteshûse ze Sældental/ di huobe ze Etzenbach/ ûf gegeben/ unde gemachet mîn erben/ hiute ze tage/ der vore genanten huobe ganzlîche/ alsô/ daz ich/ mîn hûsvrouwe/ unde alle mîn erben/ di ich iezuo hân/ oder vürebaz gewinne/ vürebaz niemer mêre dechein anesprâche dâr ûf gehaben sulen jâren ist komen/ mitsament uns/ diu huobe/ ûf gegeben/. unde verzigen/ als ob si vürebaz zuo ire jâren kæme unde nâch der huobe wolte sprechen/ unde kriegen/ daz daz dechein kraft sol haben/ unde dâr über ze einer bezzern sicherheit/ hân ich Uolrîch der Haselbecke/ mîn hûsvrouwe/ unde ander mîn erben zuosament uns unverscheidenlîche mit der bescheidenheit alsô/ ob unser tohter ElsbÉt/ dem goteshûse ze Sældental/ di êr genanten huobe/ ze kriege tæte/ swelichen schaden des daz goteshûs ze Sældental næme/ den sulen wir/ oder unser vore genant gebe/ êr unser tohter ElsbÉt zuo ire jâren kæme/ sô sulen wir/ in/ ie einen andern bürgen setzen/ wir sulen ouch in/ di huobe verstên/ alsô reht ist/ wir/ unde unser bürgen/ daz in daz alsô stæte belîbe/ dâr über ze urkünde/ geben wir/ in/ disen brief/ mit mîn Uolrîches. des Haselbecken/ unde mit Heinrîches. des Deckenbecken insigeln versigelten/ unde ich Kuonrât. Haselbecke/ hân niht insigels/ unde hân gelobet mit der hant/ unde verbinde mich dâr zuo/ mit mînen sweinen/ under di vore genanten insigel/ allez daz stæte ze habenne/ daz oben ich Heinrîch. der Brîsingær/ von Brîsinc/ verjihe unde tuon kunt offenbâr/ an disem brieve/ allen den/ di in an sehent unde hoerent lesen/ daz ich mit wole verdâhtem muote/ mit guoter langer betrahtunge/ unde durch mîner nôtdurft willen mîniu eigeniu liute. Liepharten. von Oberneichbach/ den Brügcmeier/ sîn hûsvrouwen/ unde alle sîn erben. unde Heinrîchen. von Jenkoven/ sîn hûsvrouwen/ unde alle sîn erben/ unde Kuonrâten. den Birkenær/ von Berc/ sîn hûsvrouwen/ unde alle sîn erben/ unde Albrehten. den Zogelær/ sîn hûsvrouwen/ unde alle sîn erben/ unser vrouwen von dem klôster ze Sældental bî Lanteshuot unde irem goteshûse/ unde mîner muomen/ vrouwen Annen. der Brîsingærinne/ kouflîche/ ze koufenne hân gegeben/ unde ist mir. dâr umbe gegeben/ des mich wole genüeget hât/ unde sint/ mir/ di selben pfenninge/ gegeben/ an mînen swâger Vriderîchen. den Gewolf/ von E`ggenmül/ an dem koufe/ den ich/ von im/ gekoufet hân/ ze Brîsinc/ unde dâ von sô sage ich/ di vore genanten liute/ ledic/ unde hân si/ durhnehticlîche/ unde williclîchen/ unser vrouwen ze Sældental/ unde irem goteshûse/ ûf dem vrônaltær/ ûf gegeben/ unde geeigent unde ouch mîner muomen/ vrouwen Annen. der Brîsingærinne/ ûf gegeben/ unde geeigent/ unde gibe si/ mit dem brieve ûf alsô/ daz mîn muome/ vrouwe Anna. di Brîsingærinne/ di selben liute alliu/ inne haben unde niezen sol/ âne alle irrunge/ sam von rehte iriu eigeniu liute/ unz an iren tôt/ unde nâch irem tôde/ sô sint di selben liute/ si/ unde alle ire erben als si vore benennet sint/ êwiclîche/ unserer vrouwen/ unde ires goteshûses ze Sældental reht eigen/ unde sulen si/ di inne haben/ unde niezen/ sam ander/ ire eigen liute/ âne alle/ mîn/ unde mîner erben irrunge/ unde verzîhe und iuzene mich hiute ze tage/ der vore genanten liute/ durhnehticlîche/ unde lûterlîche alsô/ daz ich/ noch mîn hûsvrouwe/ noch dechein mîn erbe/ weder hin ze ire lîbe/ noch hin ze ire guote/ niht haben ze sprechenne/ noch ze vordern/ êwiclîche/ weder mit rehte noch âne reht/ weder vile/ noch wênic/ unde sol mîn muome/ vrouwe Anne. bî ire lebentigen/ unde daz klôster ze Sældental/ nâch vrouwen Annen. tôde/ iren vrume/ mit den liuten schaffen/ sam mit ander ire eigen liuten/ âne alle irrunge. unde der triuwen/ der mir/ unde mînen erben/ di vore geschriben liute schuldic worden/ der sage ich/ si/ ganzlîche ledic/ der sint si/ nû gebunden vrouwen Annen. unz an ire tôt/ unde nâch irem tôde/ dem goteshûse ze Sældental êwiclîche der teidinc/ unde des ûfgebenes unde der verzîhenusse sint ziugen/ bruoder Vriderîch. der hager/ bruoder Ëberhart. bruoder Berhtolt. der briumeister ze vrouwenklôster/ Liephart. der burgær schrîbær ze Lanteshuot/ unde Rüedel vrouwen/ Annen/ der Brîsingærinne probst/ unde ander biderbe liute/ unde dâr über ze urkünde/ gibe ich/ disen brief/ mit mînem insigel versigelten ich Margarête. diu Vræzinne burgærinne ze Lanteshuot verjihe und tuon kunt offenbâr an disem brieve allen den/ die in/ an sehent und hoerent lesen. daz ich/ unde mîn wirt Vriderîch. der Vrâz. dem got genâde/ mit einander überein worden wâren. mit unserer erben willen unde gunst. eines êwigen sêlgerætes/ durch unserr vordern/ unser/ unde durch aller unserer nâhkomen sêl willen/ mit dem hove ze Liutenlant/ under der linden unde mit Waltmannes lêhene dâ selp. di wir/ koufeten von hêrrn Heinrîch. dem Eisterer/ vüre reht eigen/ unde der wir lanc bî nutze unde gewer sîn gesezzen. mit unserm salmanne. dem Wechelkovær/ âne alle anesprâche/ unde di selben guot beidiu den hof unde Waltmannes lêhen/ hân ich/ dem heiligen geiste/ unde den dürftigen in dem spitâl ze Lanteshuot. unde sînen pflegærn williclîche/ ûf gegeben. mit langer betrahtunge nâch mînes herzen gire. unde hât in. die guot/ der salman/ der Wechelkovær/ nâch mîner gebete/ gesalt/ vüre ein rehtez ledigez eigen/ alsô. daz si vürebaz di selben guot/ versprechen/ unde verantwürten sulen/ sam ander ire reht eigen. unde sulen/ daz sêlgeræte. unde daz geschaft. daz her nâch geschriben stêt/ dâ von tuon unde geben/ unde begên nâch mînem tôde êwiclîche/ âne allen abegange/ âne allez gevær/ unde sulen ouch di guot/ bî dem spitâl belîben êwiclîche/ daz man si/ niht verkoufen noch versetzen sol unde wile ich Margarête. den dienest/ unde. den nutz den di guot geltent selp în nemen/ unde niezen/ unz niur an mînen tôt alein/ di weil ich lebe/ unde wile stiften/ unde entstiften/ unde swaz von der stift nutzes wirdet kleine/ oder grôz/ daz sol er/ dem spitâl în nemen ze nutze unde ze gewer. man sol ouch wizzen/ daz der ê geschriben hof giltet ein pfunt Regenesburgære pfenninge drî. gense. sehs. hüener einen zenden eier. unde sehs. kæse/ ieweder kæse pfenninges wert/ unde einen kalbers bûch ze ôstern/ sô giltet/ daz lêhen sehs. schillinge Regenesburgære pfenninge/ zwô gense. vier. hüener einen zenden eier. unde vier. kæse. und swenne ich Margarête. di Vræzinne niht mêr bin ze dirr werlt sich der ê geschriben guote ganzlîchen mit allen nützen underwinten/ unde dâ von geben/ alle jâr êwiclîche ûf sancte Michels. tac/ unser vrouwen. hin ze dem tuome gên Vrîsinc zuo dem liehte/ sehtzic. pfenninge Regenesburgære/ sancte Margarêten. gên Boumburc. drîzic. pfenninge/ hin ze dem spitâl/ gên Landouwe sehtzic. pfenninge/ daz iewederem dürftigen/ ein pfenninc werde gegeben/ hin ze dem spitâl gên Burchûsen sehzic. pfenninge daz ouch iewederem dürftigen/ ein Regenesburgære werde gegeben/ hin ze der pfarr ze Lanteshuot/ sancte Martin. unde sancte Margarêten. gên Achdorf/ drîzic. pfenninge allez Regenesburgære/ sô sol daz halppfunt unde der kleine dienest. als er vore ist benennet dem spitâl aller gevallen. unde vüre daz ich Margarête. gestirbe/ sô sol man mînen jârtac/ unde den mînes wirtes Vriderîches. des Vrâzes zuo einander legen/ unde schrîben in ditz buoch ze spitâl. unde an dem selben unserm jârtage/ alle jâr sol man iewederem dürftigen/ einen pfenninc geben. unde sol unser unde unserer vordern/ unde nâchkomen unde aller geloubigen sêln/ heizen gedenken. sô pfundes iht über vüre daz iewederem dürftigen/ ein pfenninc würde gegeben/ daz sol der spitâlmeister den dürftigen ze trôste an legen. als ez in allertrôstlîchest sî/ oder got setze ez ûf sîn sêl/ wær aber daz der dürftigen sô vile wær/ daz daz halppfunt niht umbe mahte komen. sô sol man in der siechstuben an heben/ unde geben den allerdürftigesten/ als verre si gelangen. unde swenne man di pfenninge welle geben/ sô sol man ez kunt tuon unsern nâhesten erben ir einem oder zwein/ oder unsern nâhesten vriunden wellen si/ dâ bî sîn/ daz ist guot wellen si des niht. daz sol dem spitâlmeister niht schade sîn/ sô sol er dannoch di pfenninge. geben. als sînen triuwen wole an stê/ wær ouch daz ein breste kæme ûf di guot des got niht gebe/ daz di guot/ des selben jârs. den dienest niht vertragen möhten/ sweliches jârs daz wær sô sol/ der spitâlmeister/ sîn halppfunt unde den kleinen dienest ob er dâ würde/ vore ûz nemen/ unde swaz des andern würde überiges. daz sol er gelîche ûf di vore genanten goteshiuser teilen/ dâr nâch unde ie daz geschefte stêt/ wolten der selben goteshiuser pflegær dem spitâlmeister niht gelouben/ daz di guot/ den dienest niht gar hieten gegeben. sô sol er/ in einen genanten tac geben. unde ûf den selben tac/ den meier her/ în/ hin ze dem spitâl begagenen unde swaz der selp meier sage daz er von den guoten gegeben habe bî sînen triuwen. daz sol man gelouben/ unde sweliches goteshûses bote. ûf den selp tac niht kæme/ der sol dienesten/ unde sol ie daz goteshûs/ des selben jâres/ durch got gerâten sînes zinses/ unverzigen vürebaz ires dienestes/ daz ez in/ dâr an iht schade/ unde daz wir sîn/ an unsern sêlen iht entgelten. daz di sachen ich Jiute. di Ruontingærinne von Ergoltinc/ daz ich verjihe unde tuon kunt offenbâr an disem brieve. daz Dietrîchen. dem Ruontingære dem got genâde daz ich di selben lêhenschaft/ unserer vrouwen/ unde irem ûf unserer vrouwen altær/ daz ich vürebaz/ noch dechein mîn vriunde/ dâr ûf nihtesniht hân ze sprechenne weder gên verreichenne noch ûf daz guot/ umbe di lêhenschaft/ noch umbe decheiner leie sache/ unde hân ich daz getân mit willen unde gunst/ mîner vetern/ Vriderîches. unde Karlînes. unde Rîchgêrs. der Kergelîn unde verzîhe unde iuzene mich hiute ze tage/ der vore genanten lêhenschefte ganzlîchen daz ich noch dechein geschehen/ unde verbinde ich mich/ mit mînen triuwen dâr under ouch triuwelîche/ allez daz stæte ze habenne/ daz durch unser beider sêl willen/ unser eigen ze Lêren/ als wir/ ez dâ haben besuochet unde unbesuochet dem tôde/ sô ist daz vore genant eigen besuochet unde unbesuochet/ mit aller der habe. die wir hinder unser habe/ ein pfunt Regenesburgære pfenninge schaffen/ sol/ durch unserer sêl willen ûf ander goteshiuser/ daz ander haben ouch gewalt. swenne wir wellen ze sitzenne zuo dem vore geschriben klôster/ unde sol man uns danne dâr über ze einer êwigen gedenknusse/ leit hêrr Heinrîch. der Achdorfær/ sîn insigel/ an disen brief âne schaden wan wir niht insigel haben unde verbinden uns mit unsern triuwen dâr under allez daz stæte ze habenne/ daz oben ist verschriben. actum Millimo anno ccc Tricesimo Sexto. In die baptista vincencij ich Heinrîch. der Sibenmülenær/ unde mîn hûsvrouwe/ vrouwe Gedrout/ unde unser tohter Adelheit. unde alle unser erben/ verjehen unde tuon kunt offenbâr/ an disem brieve/ allen den/ die in an sehent unde hoerent lesen. wan wir eteslich/ anesprâche unde kriec haben gehabet/ hin ze unserer vrouwen/ der eppetissinne von Sældental/ und hin ze irem goteshûse/ unde hin ze eteslîchen liuten/ di ûf irem goteshûses guoten gesezzen sint/ der selben kriege unde anesprâche/ sîn wir/ williclîche/ unde mit wole verdâhtem muote -- aller/ hinder di êrbærigen liute/ hêrrn Kuonrât. den Bodem hêrrn Kuonrât. den Notzenhûsær hêrrn Niklâ. den Stokheimær/ hêrrn Niklâ. den Ertelhovær/ bruoder Heinrîch. den hovemeister/ bruoder Heinrîch. den probst unde habent uns/ di/ verteidinget unde verscheiden gar unde ganzlîche/ umbe alle anesprâche unde kriege/ di wir/ gên dem vore geschriben goteshûse ze Sældental/ unde gên der eppetissinne/ unde gên ire pröbsten wole genüeget/ driu. pfunt unde vier unde zweinzic/ pfenninge Regenesburgære/ di wir/ schône entvângen haben/ unde dâ von sô geheizen/ unde loben wir. der vore geschriben eppetissinne/ unde irem goteshûse ze noch guoten/ vürebaz niemer mêre êwiclîche/ dechein anesprâche sulen gehaben/ weder mit rehte noch âne der Notzenhûsær/ iriu insigel/ nâch unserr vlîziger gebete/ an disem brieve/ in/ beiden unde iren erben âne schaden/ unde verbinden uns mit unsern triuwen dâr under allez daz stæte ze habenne/ daz oben ist verschriben/ ich Otte. der Voretannær rihtær ze Landouwe/ verjihe unde tuon kunt offenbâr an disem brieve/ allen den/ di in an sehent aller mîner erben/ nâch râte mînes swehers/ hêrrn Uolrîch. des Moroldes/ unde nâch anderer mîner vriunde râte mîn sweige/ ûf dem Achreine/ vore der brügge ze Dingolfinc/ besuochet unde unbesuochet/ mit allen den nützen rehten/ unde êren/ di ze rehte dâr zuo gehoerent/ mitsament dem rehten gerihte/ daz dâr zuo gehoert/ der êrbærigen vrouwen/ vrouwen Agnesen. der Strolveldærinne/ der wirdigen eppetissinne/ unde irem goteshûse/ ze Sældental pfenninge/ der ich schône verriht unde gewert bin/ unde hân/ unser vrouwen/ unde irem goteshûse ze Sældental/ vüre ein ledigez/ unde ein rehtez eigen/ di vore geschriben sweige gegeben/ mit allen iren nützen/ ze velde/ unde ze dorfe daz si/ di inne haben unde niezen sulen sam ander ire rehtez eigen/ alsô daz ich/ vürebaz/ noch dechein mîn erben noch mîn hûsvrouwe/ nihtesniht/ dâr ûf haben ze sprechenne weder vile noch wênic/ unde mügen iren vrume dâ mit schaffen sam mit anderm irem rehten eigene/ daz ich noch mîn hûsvrouwe/ noch dechein mîn erben/ si dâr an niht engen noch irren sulen/ weder mit worten noch mit werken/ weder mit geistlîchem/ noch mit werltlîchem gerihte/ unde geben/ unser vrouwen/ unde irem goteshûse ze Sældental/ daz vore genant guot ûf/ unde verzîhen unde iuzenen uns des selben guotes hiute ze tage ganzlîche alsô/ daz ich noch mîn hûsvrouwe/ noch dechein unser erben vürebaz êwiclîche dâr ûf niht haben ze sprechenne weder vile noch wênic/ unde geben in/ ez vüre ein ledigez guot âne alle anesprâche/ unde dâr über ze einer bezzern sicherheit sô hân ich/ der ê genanten eppetissinne/ unde irem goteshûse ze Sældental unde iren pflegærn ze bürgen zuosament mir unverscheidenlîche gesetzet/ mînen sweher/ hêrrn Uolrîchen. den Morolden unde Hartlieben. den Auster kastenær des edeln herzogen in Beiern in dem gerihte ze Dingolfinc/ mit der bescheidenheit alsô/ ob di ê genant sweige/ von iemanne anespræchic würde/ oder ob die nutze unde gewer/ als des landes reht wær/ daz sulen wir/ in/ ze ledigenne unde ze loesenne/ âne allen iren schaden mit minnene/ oder mit dem rehten/ unde ob ich/ oder mîn erben/ des niht tæten/ swelichen schaden des/ daz goteshûs ze Sældental oder sîn pflegær næmen/ den sol ich/ oder mîn erben/ oder di bürgen/ im/ ab tuon ganzlîche âne allen gebresten/ âne kriec unde âne allez rehten/ unde vüre daz daz vore genant guot in des ê genanten goteshûses gewalt kumet sô mügen si/ ez wole stiften unde entstiften/ âne alle irrunge/ der sache sint teidingær gewesen hêrr Uolrîch. der Ullinchovær/ hêrr Uolrîch. der Morolt von Dingolfinc/ Hartliep. der Auster/ der kastenær/ unde bruoder Heinrîch. der eppetissinne allen mînen erben stæte belîben/ dâr über ze urkünde gibe ich/ disen brief/ mit mînem/ unde ouch mit der bürgen beider insigel versigelten. daz ist geschehen/ dô von Kristes gebürte ergangen wâren. driuzehen. ich Andrê. der Breitenweidær/ verjihe unde tuon kunt offenbâr an disem brieve/ allen den/ di in an sehent/ unde hoerent lesen. daz ich/ mit wole verdâhtem muote/ mit willen unde gunst mîner hûsvrouwen/ unde aller ze Hoenigen. dâ Adâm ûf sitzet/ der êrbærigen vrouwen/ vrouwen Agnesen. der eppetissinne/ von Sældental/ unde vierzic. pfunt Regenesburgære pfenninge/ di ich dâr umbe von ir entvangen hân unde gibe ich/ mîn velde/ ze holze ze wisemâde/ unde ze dorfe/ besuocheten/ unde unbesuocheten/ mit allen sînen nützen/ rehten vürebaz/ unde sîn pflegær/ iren vrume/ dâ mit sulen schaffen/ unde iuzenen uns/ unde verzîhen uns/ des vore geschriben guot verstên/ unde verantwürten/ alsô des landes reht ist/ unze daz si/ bî nutze unde gewer gesitzent jâr unde tac/ âne alle anesprâche/ unde dâr über ze einer bezzern sicherheit/ sô hân ich/ in/ zuosament mir unverscheidenlîchen ze bürgen gesatzt/ Gotevriden. den Rîfersbergær/ Vriderîchen. den Rüemhovær/ unde Kuonrât. den Wünhovær/ mit der bescheidenheit/ ob der hof von iemanne anespræchic würde/ daz sol ich/ unde mîn erben/ oder mîn bürgen/ dem goteshûse ze ledigenne/ unde ze loesenne/ mit minne/ oder mit den rehten unde ob wir/ des niht tæten/ swelichen schaden/ des/ daz goteshûs ze Sældental næme/ der zîtlich/ unde mügelich wær/ den sulen wir/ selpscholen unde unser bürgen ab tuon/ unde sulen/ des goteshûses pflegær haben/ ûf unserer aller habe/ unde vüre daz daz goteshûs/ des guotes gesitzet bî nutze/ unde gewer jâr unde tac/ âne alle anesprâche/ setzen/ dâr nâch unde wir gemanet werden inner vierzehen. tagen/ unde ob wir/ des niht tæten/ swenne danne di eppetissinne/ oder ire pflegær/ di bürgen/ di dâ lebentic sint/ manent/ di sulen ir leisten ze Lanteshuot unz ir/ ie ein anderer bürge werde gesetzet/ unze daz di zehen jâr/ ein ende haben/ daz si gesezzen sîn vüre unser erben âne anesprâche/ des guotes zehen. jâr/ daz di teidinge alsô stæte êwiclîche von uns belîben/ Gotevrides. des Reifersbergæres/ unde mit Vriderîches. des Rüemhoværes insigeln versigelten. unde ich Kuonrât. Wünhovær hân niht insigel/ unde verbinde mich/ mit mînen triuwen/ under/ di vore genanten insigel/ allez daz stæte ze habenne guoten Hönigen/ besuocheten unde unbesuocheten kleinen unde grôzen/ swie der genant ist/ den der selp vrouwen ze Sældental/ in dem klôster bî Lanteshuot/ allen/ in ire keller/ ze einem êwigen sêlgeræte/ muos/ alle jâr êwiclîche/ dâ von bezzern sol/ unde hât dechein mîn vriunde/ dâr ûf niht ze sprechenne/ unserer vrouwen/ unde irem goteshûse ze Sældental/ mit wole verdâhtem muote/ nâch râte/ williclîchen/ unsern eigenman/ Heinrîchen. den Brandmeier. der smidinne ich Adelheit. die Velwærinne unde ich Heinrîch. der Velwær/ ire sun/ verjehen vüre uns/ unde vüre alle unser erben/ unde tuon kunt offenbâr an disem brieve/ allen den die in an sehent/ unde hoerent lesen. unde gewer/ als eigenes reht ist. daz sulen wir/ in/ ze ledigenne/ unde ze loesenne/ âne allen iren schaden ich E`ggolv. der wartær. verjihe unde tuon kunt offenbâr an disem brieve/ allen den/ die in an sehent/ unde hoerent lesen/ wan mîn genædigiu vrouwe/ di wirdic eppetissinne/ von Sældental/ vrouwe Agnes. irem goteshûse ze Sældental/ von Kuonrâten. dem Vrîbergær burgær ze Teckendorf/ von sîner hûsvrouwen/ unde von sînen erben/ den hof ze Mundolfinc gekoufet hât/ mit unserm guoten willen/ wan der selbe hof/ von mir/ unde von mînen erben reht lêhen ist gewesen/ unde der selben lêhenschaft/ verzîhe ich/ mich/ unde mîn erben/ unde gibe di selp lêhenschaft/ mit dem brieve ganzlîchen ûf/ alsô/ daz ich/ noch dechein mîn erben/ vürebaz êwiclîchen/ ûf di vore geschriben lêhenschaft/ niht haben ze sprechenne/ weder mit rehte/ noch âne reht/ unde eigene/ mîner ê genanten vrouwen/ der eppetissinne/ unde irem goteshûse ze Sældental/ den hof ze Mundolfinc/ mit alliu diu unde dâr zuo gehoert/ als eigenes reht ist/ unde hân daz getân/ nâch Kuonrâtes. des Vrîbergæres/ nâch sîner hûsvrouwen/ unde nâch aller sîner erben vlîziger gebete/ alsô/ daz di eppetissinne/ unde ire goteshûs/ unde ires goteshûses pflegær/ unde probst/ mit dem hove/ ze Mundolfinc/ des goteshûses vrume/ schaffen sulen/ sam mit anderm/ des goteshûses ze Sældental eigene/ âne alle mîn/ unde âne aller/ mîner erben irrunge/ die ich iezuo hân unde noch vürebaz gewünne/ daz in/ daz alsô stæte/ unde unzerbrochen belîbe/ dâr über ze einem êwigen urkünde/ gibe ich disen brief mit mînem insigel/ versigelten. daz ist geschehen/ dô von Kristes gebürte ergangen wâren/ driuzehen. hundert/ jâr/ dâr nâch in dem vierzigestem jâr/ des nâhesten mittewochens ich Uolrîch. der Röuchel/ von Sigelkoven/ verjihe unde tuon kunt offenbâr an disem brieve/ allen den/ di in/ an sehent/ unde hoerent lesen. daz ich/ etesliche anesprâche/ unde kriec hæte/ gên dem spitâl ze Lanteshuot/ unde gên des spitâls meister/ unde gên des spitâls pflegær umbe daz guot ze Sigelkoven/ der mîn vriunt niht billich dûhte/ unde ouch des spitâls pflegær. unde dâr umbe mich daz spitâl in/ sîner vangnusse hæte/ des selben krieges/ unde der anesprâche/ aller/ swie di genant ist gewesen/ di ich hæte/ hin ze dem ê genanten spitâl/ und hin ze dem meister/ unde hin ze des spitâls. pflegær unz ûf den hiutigen tac/ daz ich/ dâr umbe gên in/ bin verrihtet/ unde verteidinget lieplîche unde vriuntlîche/ nâch mîner bezzisten vriunde râte/ gar unde ganzlîche/ alsô/ daz aller unwille. anesprâche. unde kriec. die ich gên dem spitâl/ oder gên dem meister/ oder gên des spitâls pflegær hæte/ swie der genant ist gewesen/ unz ûf den hiutigen tac/ gar unde ganzlîche ab ist/ unde daz ich des meisters/ unde ouch des spitâls pflegær/ unde aller der/ di an mîner vangnusse schuldic sint gewesen swie di genant sint/ guoter vriunt bin worden triuwelîche. âne allez gevær/ unde alle mîn vriunde/ mitsament mir/ unde hân in/ des mîn triuwe in eides wîs gegeben/ unde gibe in/ si/ mit dem brieve/ und hân des dâr zuo einen stæten eit gesworen/ daz ich ire guot vriunt bin triuwelîche âne allez gevær/ unde daz ich daz spitâl/ noch sîn pflegær. noch decheinen/ der an mîner vangnusse schuldic ist gewesen/ mit decheiner tât/ niht leidigen sol/ die wîl ich lebe/ unde wider si/ umbe den kriec/ der sich her unz ûf den hiutigen tac ergangen hât swie der genant ist/ niht tuon sol/ daz in ze schaden müge komen/ unde ob ich daz über vüer/ des ich gote niht getrûwe/ unde mîner manheit/ unde daz ich des mit der wârheit überwert möhte werden/ daz -- eit prüevete/ oder tet/ des sulen si/ an mînem lîbe unde guote zuo komen swâ si mügen/ möhten si sîn/ an mir niht zuo komen/ sô hân ich/ in/ zuosament ze selpscholen gesatzt/ mîn hûsvrouwen Helîn/ unde mîn swiger vrouwen Irmengarten. di Îsgrabenærinne/ unde dâr über ze einer mêreren sicherheit/ hân/ ich in/ dâr zuo unverscheidenlîchen ze bürgen gesatzt/ mînen swâger/ Ludewîgen. von Berc/ der Îsgrabenærinne eidem unde ouch mînen swâger Zacharîsen. ouch der Îsgrabenærinne eidem/ burgær ze Lanteshuot/ in der vrîunge/ Heinrîch. des forstærs eidem/ von Münichen/ Vriderîchen. Willhalmes sun von Schouwenburc. Heinrîch. des. Röuchelînes. sun von Münichen/ unde mînes bruoderes sun/ Dietrîchen. von Gündelkoven/ mînen swâger Niklâsen. der Îsgrabenærinne sun/ unde Heinrîch. den huobær von Huotinchoven/ mit der bescheidenheit alsô/ ob ich wider daz spitâl/ oder wider des spitâls pflegær/ oder wider decheinen/ der an mîner vangnusse schuldic wær/ decheiner leie tât tæte/ di in ze schaden kæme/ oder dâ von si schaden næmen/ unde daz ich des überwert würde/ mit der wârheit/ unde daz si des niht/ an mir zuo möhten komen/ als oben ist verschriben/ sô sulen si/ ires schadens/ den si von mir genomen hieten/ zuo komen/ an mîner hûsvrouwen/ unde an mîner swiger der Îsgrabenærinne/ unde an den vore genanten bürgen/ allen unverscheidenlîchen. unde di habent alle alsô vüre mich gelobet unde geheizen/ dem spitâlmeister unde sînen pflegærn/ des sint geziugen/ hêrr Otte. der kappellân von dem spitâl/ bruoder Heinrîch. der vriunt/ bruoder Albreht. Heinrîch. der smit/ bruoder des spitâls/ hêrr Albreht. von Stoudîch/ unde hêrr Vriderîch. des Jungenwirtes eidem/ des spitâls pflegær burgær ze Lanteshuot/ der Îsen. von Bernkoven/ Balder. des spitâls schuolær/ Liephart/ der burgær schrîbær unde ander biderbe liute. unde dâr über der sache ze einer mêreren gedenknusse. leit/ hêrr Vriderîch. der Rabenkopf/ der burgær kamerær von Lanteshuot/ sîn insigel/ an disen brief/ nâch mîner/ unde nâch mîner hûsvrouwen Helîn. unde swiger/ unde nâch mîner vore genanter bürgen aller vlîziger gebete/ dem Rabenkopf/ unde sînen erben/ âne allen schaden/ wan wir alliu niht insigel haben/ unde haben dem spitâlmeister unde des spitâls pflegær gelobet mit der hant alle sament/ unde verbinden uns/ dâr zuo mit unsern triuwen/ under daz vore genant insigel/ allez daz stæte ze habenne/ daz oben ist verschriben. daz ist geschehen/ dô von Kristes gebürte ergangen wâren/ driuzehen. hundert jâr/ dâr nâch in dem ich Uolrîch. von Brügcberc/ verjihe unde tuon kunt offenbâr an disem brieve/ allen den/ die in an sehent/ Obernniunhûsen/ besuocheten/ unde unbesuocheten/ mit allen den nützen/ rehten/ unde êren/ di ze rehte Sældental/ geeigent/ unde gestætiget/ vüre ein rehtez ledigez eigen/ unde sol ouch ich/ unde mîn erben di bürgen im/ ze ledigenne unde ze loesenne/ mit minne/ oder mit dem rehten/ âne allen/ des goteshûses man sol ouch wizzen/ daz ich Uolrîch. von Brügcberc. mîn hûsvrouwe/ unde alle mîn erben/ uns/ des vore genanten hoves ze Niunhûsen/ hiute ze tage verzîhen/ unde iuzenen uns sîn/ alsô daz wir vürebaz êwiclîche/ sam mit anderm irem rehten eigene/ âne alle unser irrunge. daz in/ daz alsô stæte belîbe/ dâr über ze insigel -- versigelten/ unde ich Uolrîch. von Brügcberc/ unde ich hêrr Albreht. der kôrhêrre von Mosburc unde ich Uolrîch. der Gîselbecke/ verbinden uns mit unsern triuwen/ under unsers hêrren von Ortenberc insigel allez daz stæte ze habenne/ daz oben ist verschriben. daz ist geschehen. dô von Kristes gebürte ergangen wâren/ ich Heinrîch. der Knûs. von Gündelkoven/ bî Bettinchoven/ verjihe/ unde tuon kunt offenbâr/ an disem brieve/ allen den/ die in/ an sehent/ hoerent/ oder lesent. daz ich/ unde mîn hûsvrouwe MÉrgart. unde alle mîn erben bruoder Reinolten. dem spitâlmeister ze Lanteshuot/ unde den bruodern unde den dürftigen dâ selben unde ouch des spitâls pflegærn/ hêrrn Albreht. von Stoudîch/ unde hêrrn Vriderîchen. des Jungenwirtes eideme burgærn ze Lanteshuot/ diu huobe/ ze Gündelkoven/ besuochet unde unbesuochet/ diu ich dâ inne hæte ze bûmannes rehte. lûterlîche/ ûf haben gegeben unde geben si/ ûf lediclîche/ vüre ein ledigez guot/ wan si des spitâls reht eigen ist/ unde haben wir ûf di selben huobe/ noch ûf dechein des spitâls guot/ unde habe/ nihtesniht ze sprechenne/ noch ze vordern weder vile noch wênic dâr zuo bin ich Heinrîch. Knûs/ mîn hûsvrouwe/ unde alle mîn erben/ unde alle mîn vriunde/ des vore genanten spitâlmeisteres/ unde aller der bruoder dâ selp/ unde ouch des hûses/ guot vriunt worden/ umbe di vangnusse/ die man mich getân/ hât/ alsô/ daz ich/ noch dechein mîn erbe/ noch vriunde/ ir decheinem der an mîner vangnusse schuldic ist gewesen/ niht deste vîander sulen sîn/ unde sol ir decheinem/ der daz spitâl an gehoert/ vürebaz niemer mêre di sache ze decheinem arge/ ûf gehebet werden/ unde daz geheizen wir/ alle bî unsern triuwen/ unde dâr umbe sint bürgen worden/ mîn sun Wolvhart. unde mîn eidem Uolrîch. von Wechelkoven/ unde mîn eidem/ Heinrîch. von Gündelkoven/ unde Vriderîch. des smides eidem von MÉrsinchoven/ der teidinc sint ziugen/ di vore genanten pflegær/ hêrr Albreht/ von Stoudîch. unde hêrr Vriderîch. des Jungenwirtes eidem hêrr Otte. der kappellân/ hêrr Sîvrit. der MÉrsinchovær/ hêrr Uolrîch. der Rôtær/ hêrr Meinhart. der Reckel. bruoder Herman/ bruoder Albreht. bruoder Heinrîch. daz Smidel unde ander biderbe liute unde der sache ze einer gedenknusse/ leit hêrr Sîvrit. der MÉrsinchovær/ sîn insigel an disen brief/ nâch unser/ aller vlîziger gebete/ dem MÉrsinchovær/ âne schaden/ und verbinden uns/ alle mit unsern triuwen dâr under. allez daz stæte ze habenne/ daz oben ist verschriben/ daz ist geschehen/ dô von Kristes gebürte ergangen wâren/ driuzehen. hundert jâr/ dâr nâch in dem einen unde vierzigesten jâr/ des nâhesten ich Otte. von Stoernegge/ mîn hûsvrouwe Adelheit. unde alle mîn erben/ verjehen unde tuon kunt offenbâr an disem brieve/ allen den/ die in/ an sehent/ hoerent oder lesent. daz wir/ mit unserer genædigen vrouwen Lanteshuot/ verriht/ verteidinget/ unde verscheiden sîn nâch râte/ hêrrn Ruodbrehtes. des Sneitbecken/ hêrrn Vriderîches. des zehendenærn von Berc/ bruoderes Heinrîches. des probstes/ unde bruoderes Albrehtes. umbe daz guot ze Steinbach/ unde umbe alle di kriege/ unde anesprâche/ di wir/ hin ze ir/ oder hin ze ire goteshûse unde hin ze ire pflegærn/ haben gehabet/ swie di genant sint gewesen/ unz ûf disen hiutigen tac/ daz di alle sament ganzlîche unde gar ab sint/ unde daz wir/ vürebaz/ êwiclîche. hin ze der vore genanten unserr vrouwen/ der eppetissinne/ noch hin ze irem goteshûse/ decheiner leie anesprâche/ noch kriec/ weder geistlich noch werltlich/ weder mit rehte/ noch âne reht/ umbe allez daz/ daz her ergangen/ ist/ niht haben/ noch haben sulen/ unde daz geheizen wir/ bî unsern triuwen/ in eides wîs/ niur liebe/ unde guote/ unde dâr über unde der vore geschriben hêrr Vriderîch. der zehendenær/ iriu insigel/ an disen brief/ in/ beiden/ âne allen schaden nâch unserr vlîzigen gebete/ wan wir niht insigel haben/ unde verbinden uns/ mit unsern triuwen dâr under allez daz stæte ze habenne/ daz oben ist verschriben/ des sint ziugen/ hêrr Liephart. der Teiningær/ hêrr Heinrîch. der Hetzær/ Berhtolt. Wîhenstephanær/ unde Ortel. der Waldær burgær ze Lanteshuot/ daz ist geschehen/ ich Wernher. der Steinbecke. verjihe unde tuon kunt offenbâr. an disem brieve/ allen den/ die in an sehent hoerent oder lesent/ daz ich/ mit wole verdâhtem muote mit willen unde gunst/ mînes sunes Hiltebrandes. unde mit aller êrbærigen unde wirdigen vrouwen/ vrouwen Agnesen. der eppetissinne ze Sældental unde irem goteshûse/ zwei. Regenesburgær pfenninge/ di ich von ir dâr umbe entvangen hân/ unde hân ir/ unde irem goteshûse ze Sældental di selben zwei. schaf roggen gülte ûf dem vore genanten hove besuochetem/ unde unbesuochetem/ gesalt unde gemachet/ mit mînes hêrren hant. hêrrn Uolrîches. von Abensberc/ der mîn salman/ über den selben hof ist wirdet/ êwiclîche/ mîner ê genanten vrouwen/ der eppetissinne ze Sældental/ unde ouch allen iren nâchkomen unde irem goteshûse ze Sældental/ alle jâr/ an sancte Michels/ tage/ oder vore ahte. tage/ oder hine nâch inner ahte tagen/ zwei. schaf roggen Lanteshuotær mâzes geben sulen/ unde dienen/ unde vüeren gên Lanteshuot/ âne allen iren schaden unde âne allen gebresten/ daz si decheines gebrestenes/ der dem guote an læge niht entgelten sulen/ unde sulen in guoten getreide geben/ der ze gebenne unde ze nemenne sî. wær aber/ daz ich/ oder mîn erben/ oder mîn nâchkomen. an allem bûwe sihtigen gebresten hieten/ sô sol uns/ mîn vrouwe/ di eppetissinne oder ire nâchkomen bedenken/ nâch biderber liute râte/ di uns dâr zuo gevallent/ unde di wir beidenthalben wir/ in/ ire dienest geben/ âne allen bresten/ vore ûz/ vore allem andern dieneste/ wær uns/ daz korn niht wole worden/ sô geben wir/ in/ von anderm getreide/ unze daz wir/ si/ ires dienestes verrihten unde geweren von alliu diu/ unde dâ würde/ swie daz genant wær/ unde sweliches/ jârs/ wir/ in/ di zwei. schaf roggen. niht en gæben/ ûf sancte Michels. tage/ vore ahte. tage/ oder hine nâch inner ahte. tagen/ sô hât mîn vore geschriben vrouwe/ di eppetissinne/ oder ire nâchkomen/ gewalt/ di vore geschriben zwei. schaf roggen ze koufenne/ ûf mînen/ oder ûf mîner erben/ oder ûf des schaden/ der den hof inne hiete/ unde swelichen schaden si der selben pfenninge/ oder ires getreides næmen/ des si/ bî ire/ gewizzene gesagen möhte/ si/ oder ire pröbste/ den sol ich/ oder mîn erben/ oder swer den êr genanten hof inne hiete ab tuon/ ganzlîchen unde sulen si/ daz haben/ ûf unsern triuwen/ unde ûf dem vore genanten hove/ unde ûf aller unserr habe/ und ûf den bürgen/ di her nâch geschriben stênt/ di wir/ in/ dâr umbe gesetzet haben/ unde habent si/ vollen daz guot inne hiete/ sam ein iegelich hêrschaft/ umbe ire dienest pfenden sol/ âne schergen/ unde âne rihtær. unde dâr über ze einer bezzern sicherheit/ vüre/ allez übervarn/ hân ich/ mîner vrouwen der ofte genanten eppetissinne/ unde iren probsten ze bürgen gesatzt zuosament mir/ mînen sun Hiltebranden. der mitsament mir selpschol unde bürge ist unde Vriderîchen. den Eschelhovær unde mînen oeheimen Berhtolten. von Steinbach jâr. an sancte Michels. tage/ oder hine nâch inner ahte. tagen/ niht gæben/ swelichen schaden si/ danne nâch der vrist ires getreides næmen/ den sol/ ich oder mîn erben/ oder di bürgen ab tuon/ als oben ist verschriben/ ich/ unde alliu mîniu kint süne unde töhter/ in/ di zwei/ schaf roggen gülte/ ûf den hof ze Steinbach sol ez ouch tuon/ unde dâ habent di vore geschriben bürgen ouch umbe gelobet/ unde swelichez kint daz niht tæte. næme des daz klôster/ oder sîn pröbste iht schaden den sulen im/ di bürgen/ unde wir selpscholen im ab tuon gar unde ganzlîche/ âne klage/ âne kriec/ unde âne allez rehten/ daz wir si/ dâr umbe weder vüre geistlich noch vüre werltlich geriht niht bringen sulen/ unde swenne ie der bürgen einer niht en ist/ wile danne mîn vrouwe/ di eppetissinne niht gerâten. unde ire pröbste/ wir setzen in/ einen andern bürgen/ daz sulen wir tuon/ âne allen kriec/ wir sulen ouch von dem hove ze Steinbach/ nihtesniht vürebaz/ versetzen/ noch verkoufen noch verkumbern/ âne mîner vrouwen/ unde âne ire pröbste rât/ unde ob wir müesten hin geben den selben hof daz sulen wir mîner vrouwen/ oder iren pröbsten; des êrsten kunt tuon wolten si koufen/ sô sulen wir/ in ire zwei. schaf roggen gülte ûz dingen/ ob wir des vergæzen/ daz sol in/ niht schaden. daz in/ daz alsô stæte belîbe/ dâr über ze urkünde/ gibe ich Wernher Steinbecke/ in/ disen brief/ mit mînem/ unde mit Vriderîches. des Eschelhoværes insigel versigelten. unde ich Hiltebrant. des Steinbecken. sun. unde ich Berhtolt. von Steinbach. haben niht insigel/ unde verbinden uns/ mit unsern triuwen/ under Wernhers. des Steinbecken insigel/ allez ich Heinrîch. der Wâfensdorfær/ verjihe unde tuon kunt offenbâr an disem brieve/ allen den/ die in an sehent hoerent/ oder lesent. daz ich mit wole verdâhtem muote/ mit mîner hûsvrouwen/ unde mit aller mîner mit allen den nützen rehten unde êren/ di ze rehte dâr zuo gehoerent/ besuochet/ unde unbesuochet/ ze holze/ ze wisemâde/ ze velde/ unde ze dorfe/ der êrbærigen vrouwen/ vrouwen Agnesen. der eppetissinne kleinen dienest/ unde der vore geschriben pfenninge bin ich aller schône verriht/ unde gewert/ und hân di guot. unde hêrrn Heinrîchen/ den Deckenbecken/ unde Heinrîchen. den Hardær von Tanne/ mit der bescheidenheit des Deckenbecken/ unde mit Heinrîches. des Hardærs insigel versigelten/ unde ich Uolrîch. Wâfensdorfær hân niht eigenes insigels/ unde verbinde mich mit mînen triuwen/ under mînes bruoderes Heinrîches. insigel ich Heinrîch. der Sümmerl/ von Altensdorf/ verjihe unde tuon kunt offenbâr an disem brieve/ allen den/ die in/ an sehent hoerent/ oder lesent/ wan ich eteslich kriege/ unde anesprâche/ hân gehabet/ gên dem spitâl ze Lanteshuot/ unde ouch gên dem spitâlmeister/ unde gên des spitâls pflegærn/ umbe di selben kriege/ unde anesprâche/ swie di genant sint gewesen/ die ich/ gên in hæte/ oder möhte gehaben/ unz ûf den hiutigen tac/ dâ bin ich umbe/ gên dem vore geschriben spitâl/ unde gên dem spitâlmeister/ unde gên des spitâls pflegærn/ verriht/ verscheiden unde verteidinget/ nâch biderber liute râte/ alsô/ daz ich ire hulde/ unde ire vriuntschaft hân/ gar unde ganzlîche/ unde daz alle anesprâche unde kriege die ich gên dem spitâl/ unde gên meister/ unde gên den pflegærn hæte/ gar unde ganzlîche ouch ab sint/ unde daz ich vürebaz êwiclîche/ die wîl ich lebe/ noch mîn hûsvrouwe/ noch alle mîn erben/ nâch mir/ hin ze dem vore geschriben spitâl/ noch hin ze dem spitâlmeister/ noch hin ze decheinem/ des spitâls pflegærn/ nihtesniht ze vordern noch ze sprechenne hân noch ze handelnne/ niur liep unde guot/ umbe allez daz sich her/ zwischen mîn/ unde ir/ ergangen hât/ unz ûf den hiutigen tac/ daz ich daz iemer mêre geävern sol/ weder mit worten/ noch mit werken/ unde ob ich daz übervüer/ des ich gote/ unde mîner manheit/ niht getrûwe/ sô sol ich/ ein übersageter man sîn/ alsô/ swâ man mich an kæme/ daz man mich toetete. des sint ziugen/ hêrr Heinrîch. der Swintahær rihtær ze Lanteshuot/ hêrr Johannes. der junc Pôlân/ unde bruoder Reinolt/ unde ze einer mêreren gedenknusse/ leit mîn hêrre/ hêrr Albreht. von Stoudîch/ vitztuom bî der Rote/ sîn insigel/ unde hêrr Herman. der Ergoltsbecke/ sîn insigel/ an den brief/ nâch mîner vlîzigen gebete in/ beiden/ unde iren erben/ âne schaden/ wan ich niht insigels hân/ unde verbinde mich/ mit mînen triuwen. dâr under allez daz stæte ze habenne/ daz oben ist verschriben. daz ist geschehen/ dô von Kristes gebürte ergangen wâren ich Otte. der koufman/ von Münichen/ verjihe/ unde tuon kunt offenbâr an disem brieve/ allen den/ die in an sehent hoerent/ oder lesent/ daz ich/ mit mîner hûsvrouwen/ unde mit mîner erben/ willen unde gunst/ mit wole verdâhtem muote/ nâch râte/ mîner vriunde/ unde ouch durch mîner nôtdurft willen/ mîn eigen guot/ dâ ich dâ iezuo ûf sitze ze Münichen besuochet/ unde unbesuochet/ mit allen den nützen/ rehten unde êren/ di ze rehte dâr zuo gehoerent ze holze/ ze velde unde ze dorfe/ mîner genædigen vrouwen/ vrouwen Agnesen. der wirdigen eppetissinne ze Sældental unde irem goteshûse/ dâ selp/ kouflîche ze koufenne hân gegeben/ umbe siben. pfunt Regenesburgære/ unde umbe sehtzic. pfenninge/ allez Regenesburgære/ di ich/ von ir/ dâr umbe entvangen hân/ unde hân in/ daz ûf gegeben/ unde gibe in daz ûf mit dem brieve/ alsô/ daz ich/ noch mîn hûsvrouwe/ noch dechein mîn erben/ vürebaz dâr ûf noch dâr nâch niht haben ze sprechenne/ wan ez nû/ ire eigen ist/ unde hân ich/ in/ ez gegeben/ vüre ein ledigez eigen/ unde sol ich/ unde mîn erben in/ daz guot verstên/ als eigenes reht ist/ unde habent si/ mir/ daz vore genant guot gelâzen/ als/ einem bûmanne/ umbe den dienest/ den man von rehte dâ von gît/ daz sint/ alle jâr sehs. schillinge Regenesburgære pfenninge/ unde geheize ich/ mîner ê geschriben vrouwen/ unde irem goteshûse/ bî mînen/ daz ich in/ den dienest alle jâr die wîl si mir/ des guotes gunnent/ helfelîche/ unde sûberlîche/ sol unde wile geben/ âne allen kriec/ unde nôt reht ze der zît/ unde man von rehte dienen sol/ unde ob ich/ des niht tæte/ swelichen schaden des/ daz goteshûs næme den sol ich/ unde mîn bürgen ab tuon/ dem goteshûse/ unde sulen si daz haben/ ûf mînen triuwen/ unde ûf aller der habe/ di ich/ unde mîn bürgen iener haben/ di her nâch geschriben sint/ ez wær danne ein gemeiner gebrest/ ze bürgen gesatzt/ umbe di stæticheit des verzîhenes/ mîner kinde/ unz si gewahsent/ unde umbe den zins. Otten. von Zelle. unde Uolrîch. den O\ ^stermeier/ von Schatzhoven/ unde Kuonrât. den snîdær dâ selp/ mit der bescheidenheit alsô/ ob wir/ den dienest ze rehter zît niht gæben/ unde sich mîniu kint niht verzigen alsô reht wær/ swelichen schaden des/ daz vore genant goteshûs næme den sulen wir/ in/ unverscheidenlîchen ab tuon/ unde swenne ie ein bürge niht en wær/ êr di kint zuo ire jâren kæmen/ sô sulen wir in/ ie einen andern bürgen gesetzen/ unze daz klôster gesitze/ bî nutze und gewer/ als eigenes reht ist. daz in daz alsô stæte belîbe/ dâr über ze einer gedenknusse/ leit der êrbæric man/ hêrr Berhtolt. der Swintbecke/ sîn insigel/ an disen brief/ im/ âne allen schaden/ nâch unserer vlîzigen gebete/ wan wir/ alle niht insigel haben/ unde verbinden uns/ mit unser triuwen dâr under/ allez daz stæte ze habenne daz oben ist verschriben daz ist geschehen/ dô von Kristes gebürte ergangen wâren driuzehen. hundert ich Wolvganc. von Smûtzhûsen/ unde ich ElsbÉt. sîn stiuftohter verjehen unde tuon kunt offenbâr an disem brieve/ allen den/ die in an sehent/ hoerent/ oder lesent. daz wir/ mit wole verdâhtem muote/ nâch râte/ unserer vriunde/ unde ouch durch unserer nôtdurft willen unser guot ze Kleidorf/ daz mir ElsbÉten. ze mînem erbeteile/ ist gevallen/ besuochetez/ unde unbesuochetez/ mit allen den nützen/ und rehten/ di ze rehte/ dâr zuo gehoerent/ ze holze/ ze velde/ unde ze dorfe/ der êrbærigen/ vrouwen/ vrouwen. Agnesen. der wirdigen eppetissinne ze Sældental/ unde irem Conventt dâ selp/ gelegen bî Lanteshuot/ kouflîche ze koufenne haben gegeben/ umbe ahtzehen. pfunt/ unde umbe sehs schillinge Regenesburgære pfenninge/ die wir/ von in/ dâr umbe alle bereite entvangen haben/ unde haben in daz ûf gegeben/ mit unsers hêrren/ hêrrn Arnoldes. von Messenhûsen hant/ der in/ ez gesellt hât/ durch di liebe/ di er zuo unser vrouwen unde zuo ire goteshûse hât ze Sældental/ unde ouch nâch unserer vlîzigen gebete/ unde verzîhen uns/ des vore genanten guotes hiute ze tage unde iuzenen uns des hiute ze tage ganzlîche/ alsô/ daz wir/ vürebaz êwiclîche/ dâr ûf/ noch dâr nâch niht ze sprechenne haben/ weder vile noch wênic/ unde mac/ mîn vrouwe di eppetissinne/ ze Sældental unde ire convent/ unde ire pröbste/ dâ mit tuon/ swaz si wellent/ sam mit anderm irem rehten eigene/ âne alle unser irrunge/ daz wir/ si/ dâr an niht engen noch irren sulen/ weder mit worten/ noch mit werken/ unde sulen wir in/ daz vore genant guot in/ verstên/ als des landes reht ist/ unde eigenes reht ist/ unde als der schrannen reht/ ist/ dâ daz guot inne gelegen ist/ unde dâr über ze einer bezzern sicherheit/ sô haben wir/ der vore genanten eppetissinne/ unde irem goteshûse ze Sældental/ zuosament uns unverscheidenlîchen ze bürgen gesatzt/ unser liep vriunde Rüedegêren. den Hovheimær unde Vriderîchen. den Vrickendorfær/ burgær ze Lanteshuot/ mit der bescheidenheit/ ob/ in/ daz guot ieman ze kriege tæte/ oder von iemanne anespræchic würde/ unde daz si uns/ daz kunt tæten/ daz sulen wir/ oder di bürgen in/ ze ledigenne und ze loesenne/ âne allen iren schaden/ mit minnen/ oder mit dem rehten/ unde ob wir/ des niht tæten/ kæme daz klôster/ dâ von ze schaden/ den sulen wir in/ ab tuon/ ganzlîche/ âne allen gebresten/ unde âne allen kriec/ unde sulen si/ daz haben/ ûf unsern triuwen/ unde ûf aller der habe/ di wir/ unde unser bürgen iener haben/ unde sulen di bürgen in der bürgeschaft stên/ unze daz daz klôster ze Sældental unde sîn pröbste/ des vore genanten guotes gesitze bî nutze unde gewer/ âne alle reht anesprâche/ als des landes reht ist vüre reht eigen/ sô sint si/ danne ledic/ unde wir/ mitsament in/ daz in/ daz alsô stæte belîbe/ dâr über ze urkünde geben wir in/ disen brief mit mîn Wolvganges. von Smûtzhûsen/ unde mit Rüedegêrs. des Hovheimæres insigeln versigelten/ unde ich ElsbÉt. Wolvganges/ stiuftohter/ unde ich Vriderîch. Vrickendorfær haben niht eigener insigel und verbinden uns/ mit unsern triuwen/ under di vore genanten insigel allez daz stæte ze habenne/ daz oben ist verschriben. daz ist geschehen/ dô von Kristes gebürte ergangen wâren/ driuzehen. ich Gebehart/ des Hoehenbergæres sun/ verjihe unde tuon kunt offenbâr an disem brieve/ allen den/ die in an sehent/ hoerent/ oder lesent/ wan ich eteslich anesprâche unde kriege hæte/ hin ze mîner stiufmuoter vrouwen Jiuten. der Hoehenbergærinne/ der selben kriege/ unde anesprâche aller/ swie die genant sint gewesen die ich/ oder mîn hûsvrouwe/ oder mîn erben/ hin ze ir/ unde hin ze ire erben/ möhte gehaben/ unz ûf hêrrn Heinrîchen. den Swintahær rihtær ze Lanteshuot/ hêrrn Vriderîchen. den Rabenkopf/ unde hêrrn Hansen. lieplîche verriht/ verscheiden unde verteidinget/ alsô/ daz ich Gebehart. des Hoehenbergæres sun dem got genâde/ hin ze mîner vore genanten stiufmuoter vrouwen Jiuten. noch hin ze ire erben/ noch hin ze des niur daz si von ire triuwen/ gerne/ unde williclîchen tuont/ unde der sache ze einer êwigen gedenknusse/ der eppetissinne ze Sældental/ unde irem goteshûse/ kouflîche ze koufenne hân gegeben/ vüre ein vrîez unde ein ledigez guot umbe zwei. unde vierzigest. pfunt Regenesburgær pfenninge/ die ich von ir/ dâr umbe entvangen hân unde hân ir/ unde iren pröbsten/ den hof ûf gegeben/ unde gibe ich/ mîn hûsvrouwe/ êwiclîche/ âne alle irrunge ire rehtez eigen ist/ alsô/ daz wir vürebaz êwiclîche/ dâr ûf niht haben ze sprechenne. unde daz si/ iren/ unde ires goteshûses vrume/ dâ mit schaffen sulen/ âne alle unser irrunge sam mit anderm/ ires goteshûses eigene/ unde sol ich/ mîn hûsvrouwe/ unde mîn erben/ in/ den hof verstên/ daz si sich/ des hoves ouch verzîhen/ unde in verstên/ unde dâr über/ sô setze ich/ in/ zuosament mir/ unverscheidenlîche hoves gesitzen/ bî nutze unde gewer/ âne alle anesprâche/ als des landes reht ist/ unde daz di kint sich in der zît anespræchic würde/ daz sulen wir/ unde unser bürgen in ze ledigenne unde ze loesenne/ mit minne oder mit dem rehten/ vüre daz si/ uns ez kunt getæten/ unde ob wir/ des niht tæten/ swelichen schaden/ mîn bürgen/ in/ ab tuon/ gar unde ganzlîchen/ âne allen gebresten/ âne klage/ âne kriec/ unde âne allez rehten/ unde sulen si/ daz haben ûf unsern triuwen unde ûf aller der habe/ di wir unde unser bürgen iener haben/ swâ wir/ si/ haben. daz in daz alsô stæte/ ganz/ unde unzerbrochen belîbe/ dâr über ze urkünde/ Bölenhoværs insigeln versigelten/ unde ich Dietrîch. -- Schirmær/ unde ich Heinrîch. der Lanzingær von Eigelkoven/ unde ich. Kuonrât der Hasenhuobær/ haben niht eigener insigel/ unde verbinden uns/ mit unsern triuwen |