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Metadaten

Texttitel (Kurzbezeichnung)Johannes Tauler: Predigten (W2)
Textkürzel in ReM (und in der Mittelhochdeutschen Grammatik)Taul
Textkürzel im Mittelhochdeutschen WörterbuchTauler
Textsorte, spezifischReligion
TextsortePredigten
Textart (P = Prosatext, U = Urkunde, V = Verstext)P
Primäre Referenz (Edition, Handschrift)Handschrift
Sekundäre Referenz (Edition, Handschrift)Edition [Seite+Zeile]
AufbewahrungsortWien, Österr. Nationalbibl.
SignaturCod. 2744
Link zum Handschriftencensushttp://www.handschriftencensus.de/11108
Überlieferungstyp (Handschrift, Rolle, Inschrift)Handschrift
BlattangabeBl. 1r-174v
Ausschnitt"Bl. 1-20r,2; 79r,6-97v,6; 159r,8-178r,16"
Sprachstufe (in ReM steht “mhd”)mhd
sprachlicher Großraum, weit (oberdeutsch, mitteldeutsch, niederdeutsch)mitteldeutsch
sprachlicher Großraum, enger (z.B. ostoberdeutsch, westmitteldeutsch)westmitteldeutsch
Sprachlandschaft/Dialekt (z.B. nordbairisch, schwäbisch, hessisch)ripuarisch
Lokalisierung/SchreibortKöln?
Zeit (Jahrhundert(hälfte)) (z.B. 12,2 = 12. Jh., 2. Hälfte)14,2
Bemerkungen zum Überlieferungsträger-
Zeit (genauere Datierung)-
Lokalisierung (Entstehungsort) des Textes-
Autor des Textes-
Sprache des Autors-
Übersetzungsvorlage-
Edition (Standardedition, auf die sich ggf. die primäre oder sekundäre Referenz bezieht)Adolphe Léon Corin (Hg.), Sermons de J. Tauler et autres écrits mystiques. I. Le Codex Vindobonensis 2744 (Bibliothèque de la Faculté de Philosophie et Lettres de l'Université de Liége 33), Liége/Paris 1924
Korpuszugehörigkeit (ReM I, ReM II, MiGraKo)MiGraKo
Bemerkungen zur Texterfassung/Transkription-
Bemerkungen zur Annotation-
Digitalisierung von: Name(n) (Arbeitsstelle)Hans-Peter Prell (Bochum), Erika Schröppel (IgL, Bonn)
Kollationierung von: Name(n) (Arbeitsstelle)Anke Gummersbach, Bernd Lucke, Erika Schröppel (IgL, Bonn), E. Lieven (Bonn, IgL)
Präeditiert durch: Name(n) (Arbeitsstelle)Frank Ringeler (Bonn)
Annotierung von: Name(n) (Arbeitsstelle)Frank Ringeler (Bonn)
Abschlusskorrektur durch: Name(n) (Arbeitsstelle)Thomas Klein, Elke Weber (Bonn)

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Reuela dn̄o viam tuam
et ſpera in eo et ipſe faciet·
et educet quaſi
lumē iuſticiam tuam
et iudiciū tuū tamquā meridiē
ſbˢditus eſto dn̄o et ora eū lieuͦe
kinder ich wil uͦch nuͦ leiren eynen
kuͦrten ſleichten wech da
neyman ynne geirren in mach
vnd dit is ouͦch dat ſlos vnde
dat ende van al der oyuͦuͦngen
die ich uͦch geſacht vnd geleirt
hain deiſe zijt da ir uͦch ynne
moiſſit leiren oyuͦen ſtetlichen
ſoilt ir vmmer komen zo wairme
leyuͦendichen kirſtlichen geloyuͦen
vnd zo ynwendicher
bevintlicheit/ der wairheyt Dar
zo gehoirent na deme dat ſent
ſent bernart vnd yſaac vnde
alle die leirer der heiliger geſchrijfte
ſprechent· zwa vſwendige
oyuͦuͦ̄gen dat is wachen vnd
vaſten mit beſcheidenre ordenūgen
dat die natuͦre neyt verderft
in werde· Dat der menſche des
morgens eſſe waile ſine noittuͦrft
vnd des auͦendes wenich
of neyt/ Darna dat id der menſche
gelyden kan vnd breiche ſich
dan van der geſelſchaf vnd keire
ſich zo eme ſeluͦer eyne wyle vn̄
gee dan vp ſyn bedde vnd ſlaiffe
bys zo der vren der metten da
mit hait is die natuͦre vollen
genoich vnd da by blijft der mēſche
geſuͦnt vnd geſaiſt in der
naturen· Vnd ſprechent die wyſe
artzeter dat manich menſche vā
ouͦermaiſen vnd van vnordenuͦngen
eſſins vnd drinckens vnd ſlafens
geſtoruͦen ſy/ ee / zijde· tzo metten zijt
ſte der menſche vp vnd
reyſe ſich dan mit den mynnenclichen
verſin vnd worden die
man ſyngit in der metten of mit
deme leyuͦen of mit deme lyden
of mit den wuͦnden vns heren of
wa mit dat hie ſich alre meiſte gereyſen
kan vp dat die ſynlicheyt
da mit gevangen vnd getwuͦngē
wˢde vnd die natuͦre/ vnd dat gemoite
ſich leire druͦcken in alre weder woirdicheyt
vnder got vnd vnder
alle menſchen Want aldes
menſchen leyuͦen geyt vp eyn ſteruͦen
vnd duͦrch dit ſteruͦen mois
die nature hie weder in geboren
werden als wail als der geyſt· Dā
na der metten ſal der menſche ſich
inkeren vnd neymen ſyns ſeluͦes
war vnd ſeyn ſyne gebreche an
vnd vrdelen ſich ſeluͦer na ſente
pauͦluͦs leire/ want we ſich ſeluͦer
hie vrdelt die wirt van gode neyt
veruͦrdeilt vnd dyt vrdeil inſal
neyt ſyn mit eynre gruͦwelicher
ſwindicheyt/ dat der menſche eyt
verzwiuͦele Suͦnder mit eyme
guͦtlichen ſuͦſſen ernſte dat der M ··
geoitmoidicheit werde vā ſynen
gebrechen vnd ſey wat hie ſeluˢ
is vnd ſpreche here dyt bin ich Ich
inkan noch in vermach noch in
hain van mir ſeluͦer anders neit
dan gebrech· here ich inbyn dinre
genaden neit wirdich vrlofe mir
dat ich dir deyne/ vnd alſuͦs lyde· dˢ
menſche dyt vrdeil mit deyſer oitmoidicheyt
So vallint eme ſyne gebreiche
af Dat hie is ſeluͦer neyt
inweys· Ouͦch in wirt der vyant
mit geyne dyngen balder vˢdreuͦē
noch hie invortit ouͦch geyn dinck
me dan dat dˢ menſche ſich oytmoitlichen
vrdeilt vnd gode getruͦwit
Dieſen ſijn haldet des begeirē
ich/ vnd getruͦwit gode hie ſal id
doyn/ als ich he vuͦr geſprochen
hain indeme verſen den her dauͦid
ſpricht in dem ſelter· Reuela et̄
Offenbaire deme heren dinē wech
vnd getruͦwe eme vnd hie ſal id
doyn· Ich hain uͦch duͦcke geſaicht
Ir ſoilt/ gode bygetin dat is dijs
ſelue ſyn· Want offenbairin vnd
bichtin dat is eyn· vn̄ hin vs komet
waire bigeit· vnd der preiſter
inhait neyt macht dich zo
abſoluͦerin dan alſo verre as duͦ
vs dieſme gruͦnde bygetis· Dar
vmbe ſint alle die menſchen bedroigen
die wenent mit der vyswendicher
bigeit genoich doyn·
Suͦnder inwendich bekentniſſe
vnd ruͦwe Offenbaire dan deme
heren dinen wech· wilchin wech
Den vnluͦterin gebrechlichen blinden
verkeirden wech dins aldin
ſuͦndichen iemerlichin leyuͦens·
Warvmbe in weys hie is neyt/ ya
hie wiſte it/ ee / duͦ geboren wuͦrdis·
In deme dat duͦ eme offenbairis
dinen wech· So geyt hie
hey dir zo bekennen vnd tzoyint
dir die artzedie da mit al dyne
wuͦnden geheilit ſoilen werden·
Reuela Et̄ Offenbaire deme her̄e
Wilchme heren· Deme groiſſen geweldichin
barmherzichin heren·
die alle dinck vermach vnd getruͦwe
eme vnd hie ſal id doyn
hie ſal id weirlichen doyn/ Offenbaire
eme dine wuͦnden Want
ney geyn ſeiche inbedoirte· der arzedien
as ſo wail as duͦ deiſer arzedien
bedairfs vnd getruwe eme
hie ſal ſy heylen mit ſynen heiligen
wuͦnden hie ſal id doin hie
ſal id weirlichen doyn wes dir
gebrichit an dir ſeluͦer an dinē
vruͦnden/ of wat kuͦnne ſachen
dat ſy vſwendich of ynwendich
dat offenbaire vnd clage eme alleyne
clagis du id eyman anders
Dat in nemet hie neyt vuͦr guͦt
getruͦwe eme hie ſal id vol doin
 Kinder deiſen weigin lagit der
viant gar ſere· Want hie vortit
dat eme dijs menſche intgain
ſole vnd brengit eme ſinen vergyftigen
rait in vnd ſpricht eme
in/ wes ſitzes duͦ hie duͦ inkans
is neyt gelyden duͦ in macht is
neyt volherden duͦ inkans zo
der neiſter wairheit/ nuͦmmer
komen Duͦ inbis lichte neyt dar
zo erweilt/ wes an nemes duͦ
dich/ id in mach dir doch neyt
geſchein/ Do as ander guͦde gemeyne
menſchen die ouͦch tzo
hemelriche koment halt die guͦde
gemeyne wyſe die man vuͦr veirtzich
iairen plach zo halden Kindˢ
hie is noit dat der menſche wedˢſte
des viandis bekoruͦngē vnd ſpreche
ganck inwech boise wicht
ich weys wail we duͦ bys Ich kennen
dyn geruͦne waile Ich inkeiren
mich neyt dar an· Is id ouͦch
dat duͦ traich vnd ſlaifferich bys
So erwecke dich vnd val vp dine
kney of ſtant vp of mache eyne
venie vnt neyt me vnd blift
by dir ſeluͦer vnd getruͦwe vn̄
royfe got an Dat hie ſich ouˢ dich
erbarme vnd mit alden reyſindē
leyflichen worden die duͦ gevyſeren
of gedencken kans machtuͦ
in an ſprechen· In hais duͦ anders
neyt So machtuͦ ſprechen hūdert
ihˢus xpūs ihˢus alre leyfſte leyf
myn ich wil vmmer me dyn eygin
ſyn· Indeiſer wys of in wilchˢ
wijs dir got geyt machtuͦ dich
oyuͦen eynre miſſen lanck of
zweier of as lange as duͦ id vermacht
Svnder zo ſtuͦrringe dins
houͦfdis vnd dinre natuͦren· Wāt
der viant reidit duͦcke dat der M ··
zo veile doy vnordelichen vnde
ſine natuͦre verderuͦe vnd alſo
af laiſe da vuͦr huͦde dich vnde
blijf by dir ſeluer mit eyme leyflichme
guͦtlichen ynnerlichen zo voygin
dins herzen vnd dins gemoitis
in got vnd alſuͦs by blyuͦende
ganck vp din bedde· vnde
raſte in gode bys duͦ zo alt of zo
cranck dat duͦ neyt vuͦr dat bedde
komen in macht ſo ſitze dar vppe
inkans duͦ neyt geſitzen ſo lich ī
der decken· Want got kompt as
balde vp dat bedde da man ſijn
begert mit ſinre genaden as in
die kirge· zo deiſer oyuͦuͦncgen is
ouͦch neyman zo alt noch zo cranck
noch zo ſtark noch zo geſunt
hie in moige ſy waile volbrengen
of hie wylt mit der helpen
gotz Mine lieuͦe kinder
in eruͦeiret uͦch neyt of uͦch got
dit allit intzuͦyt vnd leiſit uͦch
vp uͦch ſeluͦer in eyme wildin
woyſtin daruͦendin ellendin helſchin
duͦſterniſſe· Spera in eo
Getruͦwe gode Want hie wˢdent
deme menſchen ſine gebreche
vuͦr gehaldin vnd hie vrdeilt ſij
na der gereichticheyt· hin af komit
gedrenge vnd noyt dat is moigelich·
Want id in is geyn menſche
wuͦrden eme ſyne gebreche vuͦr
gehalden als ſy in yn ſeluͦer ſynt
die id moichte erlyden hie in wuͦrde
lichte ſynlois Id in were dan eȳ
harde luͦter menſche nochtan ſoilde
hie da iamer an ſeyn· Darūbe
lidet uͦch oitmoitlichen vnd blyuͦet
dar by vnd getruͦwit gode· wāt
der vuͦrſter der werilt wirt hey
vs geworpen vnd der menſche
neckit hey deme riche godis vn̄
der ſtoyl godis wirt hey bereyt
mit dem vrdil vnd mit der gereichticheit
godis· Juſticia et iudiciū
preparatio ſedis tue· he komet
der ander verſe Et educet
qͣi lu· iꝰ· t· et iudͥ t· tamqͣ; me ſbˢ· eſto
do· et ora eū Hie ſal vs leyden as
eyn licht dine gereichticheyt vnd
dyn vrdil as den middach bis dem
heren vnder dayn vnd beyde in
an Kinder dat licht vnd die
vreuͦwede vnd die wuͦnne die ſich
hie offenbairt den die ſich in deiſen
vuͦr geſprochenen wiſen indˢ
wairheit vs geleiden haint mit
oitmoidicheit dat inkan neymā
geworden vnd dat is ouͦer alle
menſchlich begrijf vnd vˢnuͦnft
Want minne offenbairt ſich ſeluͦ
hie mit irre geweldicher craift
her vp ſpricht ſent iohannes in
den ewanglio Quod fcm̄ eſt
in iᵽo vita erat et̄ Dat geworden
is dat was eyn leyuͦen in eme
vnd dat leyuͦen was eyn licht dˢ
menſchen/ Dit leyuͦen vnd dit licht
dat dˢ menſche ewilich is geweiſt
in gode dat luͦchtit eme hie in vn̄
des inkan ſich got van mynnen
neyt inthalden Want id is ſyne
ewige ordenuͦnge vnd dit licht
luͦchtit indeme duͦſterniſſe Dyt
is dat duͦſterniſſe dat ſent dyoniſiuͦs
in wyſit· Hie komet der middach
dat is die vuͦriche mynne·
hie wirt waire vnderſcheyt vnde
wyſheit geboren des nemet nuͦ mit
vlijſſe war des is noyt· Want die
zijt ſal komen dat der menſche
gerne vnderſcheyt van den leirerin
hedde vnd id inſal eme neyt
moigen werden Die id dan van
inbynnen hait die is wail drain
Die ſich nuͦ neyt in vlijſſiget dat
id van inbynnē geboren wˢde de
moys is dan daruͦen vnd darzo
lichte ewilich/ Darumbe is id noit
dat der menſche dat ouͦge dˢ beſcheidenheyt
alzijt offen gekerit
hauͦe vp deiſen gruͦnt
eſto dn̄o· Bys vnder denich dem
heren hie wirt der wille zomail
gevangen van gode vnd eme alſo
vnderdayn dat hie ſich zo grūde
leiſet in al die ellende daruͦende
duͦſterniſſe der got ouͦer in verhengen
wilt vnd wilt ſich gerne
da ynne lyden bys an den yuͦnxgſten
dach of id god woilde vn̄
der menſche inſal ouch anders
neyt willen noch begeiren dan
dat ſeluͦe· Hie beyt der mēſche
got ane indeme geyſte vnd in
der wairheyt hie wir der menſche
van gode geeſſin vnd zobyſſin
vnd geſluͦnden vnd verdauͦwit
vnd vereyngit mit eme
as die ſpiſe van deme menſchē
wirt geeſſin vnd mit eme wirt
vereyngit· Alle die menſchen
die diſme gruͦnde leyuͦent vn̄
die in mynnēt vnd begeirent
eme na zo gayn na irre macht
die moigint zo deme eidelen ſacramente
gain as dicke as ſy is
begeirent Want ir vortganck
vnd ir zo nemen inluͦtergeyt/ vn̄
in gotlicher wairheit/ is wuͦnderlichen
groys indeme heiligen ſacramente
Darvmbe ſo wanne
der menſche ſich vindit ī deiſer
oyuͦuͦngen vnd in deiſen weigē
So mach hie zo deme heiligen ſacramente
gayn So wanne hie
hin af leſit ſo laiſe hie ouͦch dat
heilige ſacramente· Want die gotliche
mynne is ſo zart dat ſy ingeyne
vngelicheyt by ir lyden
in mach Die ander menſchē
die dieſen gruͦnt neyt in mynnent
of die mit eygenſchaf ſich
ſeluͦer beſeſſen haint als ich veil
menſchen vuͦnden hain die vā
groiſſer heilicheit ſchenen vnd
doch as vol eyginſchaf waren
Wa man ſy vp ſich ſeluͦer wiſen
woilde des in moichtin ſy neyt
lyden vnd bleuͦen dat ſy waren·
Wat deiſer menſchen is die ſeyn
we ſy den eydelen licham vns
heren neymen Sy moichtin ī
leiuͦer in der buͦſſin laiſſen wāt
ſy werdent ſchuͦldich an eme na
deme dat ſent bernart ſpricht
Wie van gode neit geeſſen wirt
Die inſal ouͦch got neit eſſen·
 Manduco xpm̄ et manducor ab
xpō· Ich eſſin xpm̄ vnd werdin
geſſen van eme Noli emulari
 Lieuͦe kinder alle die menſchen
die dieſin gruͦnt neit ī mynnent
noch ī begeirent eme zo
dem leuͦen der vnderwyndet uͦch
neyt/ noch in vrdelt ſy ouͦch neit
beuͦeilt ſy gode vnd laſit ſy gewerden
vnd nemet ir dys grūdis
war van ī bynnen vnde
leirt uͦch oyuͦen indeiſen vſwēdichen
oyuͦuͦngen Dat is wachē
vn̄ vaſtin mit beſcheidenheit vn̄
ſwigē dat ſy die dirde oyuͦūge vn̄
vlyſſiget uͦch an eynē ſtedin bi bliuͦendin
ī wendichen ernſt ī allen
vren wˢcken· Ir hait vele ſchoinre
groiſſer heirlicher wercke as zo
kore gain syngen lieſen vnd andere
guͦde wˢcke veile wa die vs
diſme grūde gruͦnde geſcheint
so deynent ſy alle herzo vn̄ vuͦrderent
ſere Euͦer wa ſy vs diſme
grūde neyt in geſcheint da brengent
ſy wenich vruͦchte of ingeyne·
Darvmbe leirt deiſe weige
wandelen al die
id dach is dat ſy uͦch neyt inwˢden
vnder gangen des in wart
ney ſo groiſſe noit as nuͦ is·
Dat wir dieſe weige vn̄ deiſe
oyuͦuͦngē alſo eruͦolgen ī der zijt·
dat wir dat erkrigen darzo dat
vns got erweilt hait ī der ewigeit
des helpe vns got Amen · Fac hͦ
et viues Lieuͦe kinder nuͦ
bliuͦet by uͦch ſeluͦer eyne wile
vn̄ inloifet neyt in wech vnd
laſit dat wort godis ī vch wircken
vn̄ dat ſoilde eyn eywelich
menſche doyn as hie dat wort
godis gehoirt hedde vnd ſuͦnderlichen
alſus inwendiche leire
ſo ſoilde hie ſich dar zo keirē
vnd da by bliuͦen gelicher wys
as of hie dat heilige ſacramēt
intfangen hedde··
Beati oculi qui vident q̄
vos videtis Selich
ſint die ouͦgen die dat ſeynt
dat ir nuͦ ſeyt· Want vyl koinncge·
vnd ᵱpheten begeirden zo
ſeyne dat ir nuͦ ſeyt vnd ſagēs
neyt vnd zo hoiren dat vnd in
hoirtens neyt· Do quͦam eyn
meiſter van der ee/ vnd woilde
vnſen heren· verſoicken vn̄ in
dar neder wˢpen vnd ſprach
Meiſter wat ſal ich doyn· dat
ich dat ewige leyuͦen beſitze·
Vnſe here antwˢde eme guͦtlichen·
alleyne hie doch wail wiſte
dat ſyne meynuͦ̄ge valſch was
we leys duͦ in der ee / do ſprach
he· Dat man got ſal mynnen
van alme hˢzen vnd ſelen vn̄
van alme gemoite· vnd dinē
neiſten als dich ſeluͦer / Do ſprach
vns here dat do vn̄ duͦ
ſalt leyuͦen· Nuͦ neymē wir
dat eirſte wort Selich ſint die ouͦgen
die dat ſynt dat ir ſeyt Der
menſche hait zweier leye ouͦgen
vſwendich vnd ynwendich vnd
in weren die ynre ouͦgen neit
ſo weirt eyn harde ſnoide cranck
dinck mit deme vſwendichme
ouͦgen vn̄ vmb den menſchen
altzo maile vnd ſo were der M ··
as eyn ander vey of deir· Leyf
kinder we macht nuͦ syn dat
die eydele vernuͦnft dat ynwēdiche
ouͦge alſuͦs bermlichen vˢblent
is dat id dys wairen lichtis
neyt inſijt· Dys mordige
ſchade is dan af komē da is
eyne dicke groyuͦe huͦyt eyn
vel ouͦer getzoigen Dat is mynne
vn̄ meynūge der creaturen
yd ſy dˢ menſche ſeluer of getzwat
des ſins· vnd van deme is
der M ·· blint vnd douͦf worden
ſy ſin in wilchme ſtade dat
ſy ſin weriltlich of geiſtlich vn̄
hie mit/ geint ſy zo deme heiligē
licham vns heren ſo ſy medar
geynt· ſo ſy duͦuͦer vnd blinder
werdent vnd die huͦyt ey dicker
wirt· Kindˢ wan af weynt ir
dat dat kome dat dˢ M ·· inſynen
grunt in geyne wys neit
komen in mach· Dat is des
ſchoilt da is as manige gruͦweliche
dicke huͦyt/ ouˢ getzogen
Reichte as dicke as oyſſen ſtirnen
die hayt eyme ſyne ynrichͭ
alſo verdeckt dat got noch hie
ſeluˢ neyt dryn in mach· Wiſt ſoilich
M·· mach dryſſich of veirtzich
hude hauͦen dicker ſwartzer
hude as beyren huͦde· Wilch ſint
diese huͦde dat is eyn eiclich
dinck da duͦ dich mit willen zo
keirs· Dat ſy moitwilgeyt aen
worden an wercken an guͦnſt
an vnguͦnſt homoitgeyt eygenwilgeyt
beheygelicheyt dyns
ſeluͦes hartmoidicheyt lichtuˢdicheit
vnbehoitſamheyt der
wandeluͦnge et̄. Dieſer gelich
die machent alle dicke huͦde vn̄
grois middel· die deme menſchen
die ouͦgen verblendent
Ane as balde as der M·· dit mit
leyde an ſijt in ſich oitmoitlichen
des gode ſchuͦldich geyt vn̄
ſich wille hait zo beſſeren na
ſynre macht zo hantz: ſo wirt
is alze guͦt rait of ecker ſich dˢ
M·· oitmoitlichen bekent· ſo wˢt
is allis gut rait· Suͦlche luͦde dē
is reichte wat mā inſait dat in
geyt in neyt me yn dan of ſy
intſlaifen ſyn· Alſo ſint in die
vel vur den ougen gewaiſſen/ de
afgode die inwillent ſy neyt
laiſſen wilcher kvnne ſy ſint ſy
doynt als verſare deide die vp
die afgode geinck ſitzen Die bilde
die man van den hait die
machent die hinderniſſe vnd
die vel vallent in vuͦr die ynwendige
ougen vn̄ oren dat
die ouͦgen der vˢnuͦnft neyt in
kvnnen geſeyn dan af dat ſy
ſelich wˢden ſoilden· Selich ſint
die ouͦgen die da ſeynt dat ir
ſeyt· Vnſe here ſprach dat ſine
yuͦngere ſelich weren van irme
geſichte· wil wir nuͦ proyuͦen
reichte ſo ſolen wir wail ſelich
ſyn· want wir ſein ſein vˢre me
van vnſme heren ihˢu xᵽo wā
die yuͦngˢ daden· want ſente
peter of ſent iohˢes ſy ſagen eynen
armen crancken lidelichē
doitlichen M·· vuͦr in gain vn̄
wir bekennen in deme heiligē
gelouͦuͦen eynē groiſſen wirdichen
got vnd here die hemel
vnd erde vnd alle creatuͦren
van neyt gemacht hait· ſein
wir dyt nuͦ reichte an ſo ſint
vnſe ouͦgen vn̄ vnſe ſele ewiclichen
ſelich· Vnſe hˢe ſprach
eyns is noyt· wilch is nuͦ dat
eyne des alſo noyt is· Dat
eyn is dat duͦ bekennes din
neyt dat dyn eygen is dat
duͦ bys· vmbe dyt eyn haiſtuͦ
vnſme heren as anxſte gemacht
dat hie bloit ſweiſde vmb dat
eyn dat du neit ī woiltz willen
bekennen· ſo reyf hie an deme
cᵛce Got got myn we haiſtuͦ
mich gelaiſſen· want dit eyn
des noit is als gar van allē
M·· ſoilde vˢlaiſen ſin· Leyf kinder
laiſt vairen allit dat ich
vn̄ alle leirer ey geleirden vn̄
alle wirclicheyt vnd ſchouͦwelicheit
vnd ho Contemplacie
vnd leiret alleine dit eyn dat
uͦch dat wˢde ſo hait ir wail
gearbeyt· Dar vmbe ſprach
vnſe here maria hait dat
beſte deyl erweylt· ya dat beſte
al in der wairheit kanſtuͦ
dit alleyne gerachen· ſo heiſtuͦ
al geraicht neit eyn deyl
ſuͦnder al al· Dit in is neyt dat
ſuͦlge luͦde kvnnen als vˢnuͦnftlichen
ſagen uͦan irme neitte vn̄
as oitmoitlichen reichte as of
ſy die eidel duͦcht reichte weiſelichen
beſeſſen hauͦen· vnde ſeluͦen
ſint in irme grūde groiſſer
dan der doyme ſy· Deiſe willen
quͦanzuͦs ſchinen dreigent ſy die
luͦde· ſi dreigent ſich alre meiſt
Want ſy ſint die inder wairheyt
bedroigen· bliuͦent· Kinder
dys gruͦnt die is weyngit
M·· bekant· zelt dat druͦ M··
hie ſin die dit an gee dit in is
neyt indeme gedancke noch
in der vˢnuͦnft ane intruͦwē
id hilpt gar waile darzo dat
man ſteitlichen vuͦr ſich neyme
vnd van vlijſſe kome zo
weyſen vliſſige oyuͦūge macht
zo leſt formlich vn̄ weyſelich as
balde as mā eynges vp ſcheiſſens
gewar wirt inwendich of
vſwendich in eite Dan alzo hantz
nedˢſincke in den alre deifſten
grūt ſnellichen ſvndˢ meiren
in den grūt/ intſincken in
dyn neyt/ ſo koment ſuͦlge vn̄
doynt al dage dit of dat: Dat
leyuͦen vns heˢn vn̄ alſuͦs vnd
alſo· Leif kint heilſtuͦ van eyngme
doyne of wyſen die duͦ gedoyn
macht/ af eyt doige· ſo
weirt veil beſſer dat duͦ neyt
ī deytz vnd keirdes dich in dyn
luͦter neyt/ neyt doigen/ neyt
vˢmoigen dan duͦ in alre weriltlicheyt
ſtoindes inwendich of
vſwendich vnd duͦ dins nichtis
vˢgeys= Nuͦ heyuͦen wir den
vſſeren menſchen ane· Sich ane
wat bys duͦ· wan af bys duͦ
komen· van eynre vnvleidigˢ
vuͦlre boyſer vnreynre mateirien
die vnmoigelich vndˢ eyne
vngeluͦſt is an ir ſeluͦer vnd
ī allen menſchen· Nuͦ wat bis
du worden eyne vnreyne ſtinckinde
ſack vol ſtruͦnſis · vnd
geyne ſo reyne ſo eydel ſpijſe
noch dranck indich inkompt
noch ſo ſchone noch ſo reyne
id in wˢde vnvleidich inſtinckende
van vnreynigeit in dir vn̄
id inhait neyman den ander
ſo leyf vnd darvmbe ſich dicke
ſins ewigen leyuͦens hait getroiſt
vnd eyn ewige helle hait
gemacht ſtiruͦet hey dat hie
moige by eme gelyden hie in
vley in me dan eyngē vuͦlin
huͦnt· Nuͦ hait got alle
creatuͦren weder die natuͦre
geſat Der hemel die ſvnne die
ſterren nuͦ vorſt nuͦ hitzde/ nv
rayn/ nuͦ ſne nu is dir wail
nuͦ zo hantz we/ nu huͦnger nuͦ
duͦrſt/ nuͦ die vuͦlye / nuͦ die
ſpynnen nuͦ die vleyge nu die
vlo indeiſer inkanſtuͦ dich dicke
neyt erweiren· Nu ſich
we die dvmme vey heirlicher
ſint in irre natuͦren in
wayſint ere cleyder da mit
genoicht in/ iſt warm iſt
kalt vnd duͦ moiſt van in
borgen dyn cleyt vnd van
deme ſaluͦen armoide neymes
duͦ luͦſt genoigde vn̄
houart is dat neyt eyn ſprecheliche
blintheyt· Deme vey deme
genoigt an ſpiſen an drancke
an bedden as got gemacht hait
Nuͦ ſich wat gehoirt wunders
darzo dat dyne arme natuͦre inthalden
wˢde vnd da ane nympt
man darzo groiſſe geluyſt vn̄
den groiſſe gebrech an der nutzungen
der doder vey/ hey vuͦrmails
als die heiligen ſoilden
eſſen ſo weynden ſy vnd as ſy
ſoilden ſteruͦen ſo laichden ſy·
Nuͦ ſich vort an dyn neyt/ wat
haiſtuͦ iamer in dynre natuͦrē
beydiſtuͦ gerne vaſtiſtuͦ waghiſtuͦ
gerne/ wat wirt hin vys
Dat duͦ woilt des in deyſtu neit
vn̄ dat duͦ neyt in woild dat
deiſtuͦ wat wunders ſteit dicke
in dir vp van manigˢ gruͦwelicher
bekoringen/ vn̄ ſich wey
manige gebreche vˢhengit got
ouͦˢ dich inwendich vn̄ uſwendich
ecker dat duͦ dit eyn geleirs
des noit is/ gehalt dich wale
got verhengt is allit vmbe
din beſte dat duͦ mit al diſme
ī dyn neyt gerachis vnd is dir
dit vyl lichte beſſer dan dat
duͦ in groiſſen dingen ſtoindis
Leyf kint intſinck in den grūt
in dyn neyt/ vnd la den torn
mit al den clocken vp dich vallē
la al die duͦuͦel die in der hellē
ſint ouˢ dich komen hemel vn̄
erde mit allen creatuͦren id ſal
dir allit wuͦnderlichen deynen
ſinck ecker duͦ dir wirt dat alrebeſte
al· Nuͦ ſprechent ſy here
ich gedencken al dage an dat lyden
vns heren we hie ſtoint vuͦr
Pylatuͦs vnd vur herodes/ vnde
an dˢ ſuyl vnd da in da· Leyf kint
ich wil dich leire· Duͦ ſalt alſuͦs
dinen got anſeyn neyt als eynen
luͦteren menſche ſvnder
ſich in ane den alre groiſſen geweldichſten
ewigen got die hemelrich
vnd ertrich mit eyme
worde gemacht hait vnde zo
neitten machen mach· vn̄ die
ouˢ weyſelich vnd ouˢbekentlich
is dat die woilde alſo zo
neitte wˢden vuͦr ſine arme
creatuͦren/ vnd ſchame dich duͦ
doitlich M·· dat duͦ ere vnde
vuͦrdil vnd ey houͦart gedeichtis ·
vnd vndˢ druͦcke dich vndˢ
dat cᵛce wa id her komet vſwendich
of inwendich boyge
dyn houͦerdige gemoite vnder
ſine dornēcrone vnd voilge deme
gecruͦgitme gode mit vndˢworpenme
gemoite in waire
vˢcleynuͦngē dins ſeluͦes ī allen
wyſen inwendich vnd vſwendich·
Sint din groiſſe got alſo
zo neitte is worden· vnd vervrdelt
is van ſinen creatuͦren
vn̄ gecruͦczgit is/ vnd geſtoruͦē
is/ alſuͦs ſalt duͦ mit geduͦldichme
lyden/ vnd mit oitmoidicheit/
dich in ſyn lyden erbilden/
vn̄ dich dryn druͦcken
Nuͦ in doint dis die luͦde neit
ayn eyn eicklich denckt wail
an dat lyden vns hˢren ī einre
vˢloſſchenre blindˢ mynnē/ alſo
dat dˢ gedanck vnd die oyuuͦ̄ge
neit inwirckt dat hie ſins gemachis·
of houͦart/ of lijfliche
genoigde der ſynne darvmbe ībeyren
willen/ vnd bliuͦent allit
as ſy ſint of wie weyngit vruͦgt
brengt dat mīnnencliche lidē an
den luͦden= Leyf kint alſuͦs ſalt
duͦ dat heilige liden vns heˢn ouͦerdencken/
dat id leyuͦendige vruͦgt
an dir brenge/ vnd duͦ ſalt dich
ſeluͦer vˢneitten/ vn̄ ſalt dich laiſen
druͦcken Leyf kint ſich vnd
gedencke/ dat manich duͦſint M··
ī der hellen ſint die lichte ney as
veyl vnerdicheit an in ingewūnen/
vnd hedde in got als veyl
lichtis gegeyuͦen/ vnd as manich
grois guͦt gedain/ as hie dyr
hait gedayn/ ſy weren dir vngeliche
worden/ vnd hie hait dyr
geſchoint vnd din gebeit vn̄ hie
hayt ſy ewilichen vˢdoymt dit ſalt
duͦ dicke an ſeyn vnd ſalt eynē
trayn waſſers neyt mit vriheit
noch mit vˢmeſſenre gedoirſtigeyt
neyt doirren neymē· dan
mit oitmoidicheyt nuͦtze alle
dynck na noittuͦrft dinre crancheyt
neyt na genoigden/ So
koment ſuͦlge vnd ſaynt van
as groiſſer vˢnūftigen ouˢweiſelichen
dingen reichte alz ſy ouˢ
die hemel ſin gevloigen/ vnd
ſy inquͦamen noch ney eynen
trijt/ inſich ſeluˢ / an bekentniſſe
irs eygen neittis/ ſy moigen
wail ſin komen zo vˢnuͦnftigˢ
wairheyt/ ſuͦnder zo leyuͦender
wairheit die wairheyt is dar
zo kompt neyman dan duͦrch
deiſen wech ſins neittis/ we
deiſen wech neyt gegangen ī
is die ſal mit groiſin ſchādin da
ſtayn da alle dinck intdeckt ſolen
werden/ Och kindˢ/ dan moichtē
ſuͦlche willen dat ſy ney geiſtlichē
ſchyn gewuͦnnē inheddē/ vnd
dat ſy ney van vernuͦnftigen dingen
inhedden horen ſagen noch
da mit vmbe gegangen noch
as groiſſen namē ney inheddē
gewuͦnnē/ vnd ſoilen dan wūſchen
dat ſy al ir dage mit deme
vey hedden vp deme velde
gegangen/ vnd ir broyt mit
irme ſweiſſe gewuͦnnē heddē
Kindˢ id kompt dˢ dach dat got
voirderūge doyne ſal van den
mynnenclichen gauͦen die hie
ſo miltlichen vmbe ſtrouͦwet
inder man ſo krenclichen nuͦ
gebruͦcht ſvnder alle vruͦcht· Dieſe
vˢcleynuͦnge ī ſal neyt brengē
eyne zwiuͦelige vorte as die zwiuͦelere
ſvndˢ/ Si ſal wircken eyne
oitmoidiche vndˢ val vndˢ got
vn̄ vnder alle creatuͦren ī reichtˢ
gelaiſſenheyt· Hed ouͦch nuͦ der
M·· in eyme eyt vuͦr oitmoidicheit
ſo weirt valſch· Darvmb
ſprach vns here/ yr inwert as.
dyt kint et cetˢa/ neirgen af in
ſal man halden Laiſt die cleynē
zo mir komē/ Dat ertriche dat
is dat alre nederste van al den
elementyn vn̄ hait den hemel
van ſinre nederheit alre meiſte
gevluͦwen· vnd dan af ſo iait
eme dˢ groiſſe hemel mit alre
craift na/ vnd ſvnne vn̄ mayne
vnd alle die ſterren/ vnd wirkent
die alre groiſte vruͦcht indˢ erden
vuͦr al den hoen ouˢſten elementin
ſo wa ouͦch der dal alre deifſte
is dar vluͦſt des waſſers alre meiſt·
Die diele ſint vyl vruͦchtber
gemeynlichen dan die berge·
Dieſe waire vˢcleynuͦnge die
vˢſinckit indat gotliche inrelige
afgruͦnde· Kindˢ da vˢleyſent ſy
ſich alzo maile in reichter waire
gelouͦnen irs ſeluͦes / abiſſuͦs abiſſuͦm/
invocat dat afgruͦnde dat inleyt
dat afgruͦnde· Dat geſchaffen
afgruͦnde dat inleyt van ſinre
duͦyfde weigen ſin deyfde vnd
ſin bekant neyt Dat treckt dat
vngeſchaffen offin afgruͦnde in
ſich vnd da vluͦſt dat eyn in
dat ander vnd wurt da eyn
eynich eyn/ eȳ neyt indat andˢ
neyt· Dat neyt da ſent dyoniſius
af ſpricht dat got neyt in
ſy allit dat man genennen of
vˢſtayn of begrijffen mach· Da
wirt der geyſt als gelaiſen in
deme woilde ingot altzo mail
zo neit machen· vnd moicht
hie indeme zo maile zo neyt
wˢden/ hie wuͦrde van des leigtis
mīnen in dat hie vˢſmuͦlzē
is/ want hie in is neyt hie in
mynt neyt eme inſmacht
neyt wan dat eyn= Kinder
deiſe ouͦgen die alſuͦs ſint ſeinde
worden die ſint wail ſelich
vnd van deiſen moigt vnſe
here wail ſprechen dat wort
Selich ſint die ouͦgen die dat
ſeint dat ir ſeyt Dat wir nuͦ
alle dan ſelich moiſſen wˢden
ouˢmitz eyn ware geſichte vns
eygen nichtis des helpen vns
got amen
Eſtote ergo miſericordes
ſicut et pr̄ ur̄ miſericors  Scn̄s
lucas die ſchrijft indem ewangelio
Dat vnſe hˢe ſprach zuͦ
ſynen yuͦngeˢn ſijt barmhˢzich
als vr vader barmhertzich is
In vrdeilt neyman dat ir neit
vˢuͦrdelt inweirt In vˢdoympt
neyman dat ir neyt vˢdompt
inwert/ Suͦndˢ vergeyuͦet dat
uch uˢgeyuͦen wˢde/ vnd geyuͦit
dat uͦch gegeyuͦen wˢde/ Sy ſolen
eyne guͦde maiſſe vnde
eyne volle vnd eyne gedruͦckde
vnd eyne ouˢvluͦſſige maiſſe
uͦch geyuͦen in vren ſchois
vnd mit der ſeluˢ maiſſen da ir
mit meiſt da mit ſal man ouch
uͦch weder meiſſen et cetˢa In
diſme ewͦ werden wir zwey dinck
geleirt Dat eyne heyst vns here
dat wir doyn ſoilen· vnd dat andˢ
is dat wir ſulche dinck laiſſen ſolen/
hey is eyn doin vnd eyn laiſen
Dat doyn dat vns hie vuͦr
wirt gelaicht dat is dat wir ſolen
ſin barmhˢzich Dat laiſſen
dat is wir inſolen neyman vˢvrdelen
 Kindˢ van diſme ſynne
hain ich geſprochen we ſorglich
vnd we enxſtlich dat is dat eyn
M ·· den andeˢn vrdelt vnd dat ſich
eyn eiclich M ·· wail bedarf vuͦr
ſich zo ſeyne we hie ſich hie an
bewaire· Want dˢ muͦnt dˢ wairheit
die ſprach alhie mit dˢ ſeluˢ
maiſſen mit der dat ir vys meſt
mit dˢ man uch weder in ſal meſſen
in alre wyſen/ biſtuͦ vyl bārmherzich
ſo ſaltuͦ vyl barmhˢzicheyt
vinden/ biſtuͦ wenich ſo ſalt
duͦ wenich vinden/ In byſtuͦ neit
barmhˢzich ſo inſaltuͦ neyt bar̄herzicheit
vinden· Dieſe barmhˢzicheyt
ſal der menſche vinden vn̄
oyuen an ſyme gemoite inwēdich/
alſo dat hie in eme vinde
eyn gruͦntlich truͦwelich mitlyden
mit ſyme neiſten/ ſo wa he
den ī lydene weys id ſy īwendich
of vſwendich/ vnd ſal mit hˢzelicher
mit liduͦngē van gode begeiren/
dat hie in troiſte· Kanſtuͦ
ouͦch eme vſwendich gehelpen
id ſy mit raide of mit gauͦe
Id ſy mit worden of mit wˢkē
as verre alſt an dich komit dat
ſaltu doyn Inkanſtuͦ neit vyl gedoyn
ſo do duͦ doch ey getzwat
id ſy mit īwendiger of in vſwēdicher
barmhˢzicheyt of ſprich eme
doch eyn guͦtlich wort zo· vnd der
wyſen ſo haiſtuͦ diſme genoich
gedain vnd ſalt eynen barmherzichen
got vinden= Nuͦ dat ander
wort duͦ īſal neyt uͦrdelen
dat duͦ neyt geurdelt in wˢdis·
Kindˢ wiſſit dat deiſer gebrech alſo
groiſſen mordigen ſchaden eitzzuͦnt
deyt gemeinlichen vndˢ den
luͦden dat dat eyn vngeproyft
vn̄ vngetzalt wundˢ is/ Kinder
doyd we vyl guͦder wˢcke ir wilt
van groiſſen vſwendichen wˢken
vn̄ vpſetzen wilcher kvnne dat
die ſyn· Der guder wercke hait
der duuel ſynen ſpot of ir in diſme
gebreche ſteyt Neyman in
neyme ſich des an dat hie des anders
richter ſy/ hie inhauͦe zo dem
eirſten ſins ſelfs richtˢ geweyſt
dat is vmmer wail eyn iemerliche
blintheyt dat der M·· wilt
vmmˢ van eyme anderen hauͦē
dat hie na ſynen willen/ vnd
ſyme behagene ſy· vn̄ hie inkūde
ſich ſeluˢ ney gehauͦen mit alme
ſime vlijſſe vn̄ arbeyt ſo in
kuͦnde hie ſich ſeluͦer ney gemachē
dat hie were als hie ſin ſoilde vn̄
als hie ſich gerne hedde/ Der M··
in ſal neymans gebrech groys
wygen of hie wilt dat got ſyne
gebreche ouͦer ſey mit barmhˢzicheyt
nochtan dat dat hie vuͦr
wair weys dat id zo maile boſe
is nochtan inſal hie by ſyme lyuͦe
nuͦ̄mer me draf gewagen · Der
M·· ſal zo deme eirſten den balkē
vſſer ſyme ouͦgen wˢpen ee dan
hey dat ſtoif begynne zo wˢpen
vſſer ſins neiſten ouͦgen/ Keirt
uͦch zo uͦch ſeluˢ vnd neymet vrre
eygenre gebreche war vnd
neymans anders Is din ſtait
alſo dat dirt gebuͦrt zo doyn ſo
ſaltuͦ ſtuͦnden ſtaide darzo beyde
in dat ſaltuͦ doyn vſſer mynnē
vn̄ ſanftmoitlichen vnd mit
eyme guͦdeme ſuͦſme antlitze vn̄
worden· ſchrijft ſent Gregoriuͦs
vn̄ is groiſlichen den peyffen vˢboyden
dat ſy neyt/ heirlichen
in ſolen ſtraiffen· Die richtere
ſint der kirchen/ wie geduͦrrit
ir dan dat gedencken vuͦr gode
vnd den luden Wiſt ir moicht alſo
zo eynen maile vren neiſtē vˢuͦrdelen
dat ir uͦch ſeluˢ vnd al vre
werck vnd vr leyuͦen in gotz vrdel
alſo werpt dat irt vuͦr gode nūmˢ
ī verwint vn̄ dat uͦch got eyn
gruͦwelich richtˢ wˢden ſal Duͦrch
got huͦyt vre wort Dis lieden claiffens
des is ſo wunderlichen vyl
dat dat eyn iamˢ is vnd ir vˢleyſt
da mit got vn̄ ſyne genade vn̄
vre ewige ſelicheyt ir inſvlt nūmer
vren muͦnt vp gedoyn vn̄
ſoilt drywerf vch beraden of vr
wort ſoilen ſyn zo dˢ eren gotz/
vn̄ vrs neiſten beſſeruͦnge vnd
vch ſeluˢ vrede brenge īwendich
vnd vſwendich Hervmb dat
als vnmeiſich ſchade komit vā
worden/ Darvmbe haint hey
vuͦr mails die heilige veidere dˢ
heiligˢ ordene mit alz groyſſem vlyſſe
alle reiden verboiden ī den cloiſteren
vp allen ſteiden/ ane vp
eynre ſtat vnd dat ſeluͦe neyt ain
ſvndˢlichen vrlof Den ſchaden de
van worden komit Den īkuͦnde
alle die werilt neyt gewyſſen·
Nuͦ vort ſprach dat ewangliˢm
van eynre guͦder maiſſen Dieſe
maiſſe dat is des M·· gemoite
da mit wirt gemeſſen indeiſer
maiſſen ſo wirt got gemeſſen
wat dir des wˢden ſal/ Leyf kindˢ
nuͦ is die eidele maiſſe da got
ſo wuͦnnenclichen ynne ſoilde
woynen/ die is alſo intreint
vn̄ intſuͦuͦert vnd als vol vuͦlniſſes
dat got dar in neit in
mach des eygene ſtat dat id
van reichte ſoilde ſyn Dat is vol
ſtinckedes dinges vnd erſcher
vuͦlre letden ind miſtis Dit gemoite
ſteyt reichte ſcheitligen zo
pande die ſeluͦe ſtunde als duͦ zo
gode ſoildes keiren indyme gebeide/
ſo ſteyt dit gemoite zo pande
vn̄ duͦ bis is vngeweldich· vn̄
got ī mach neirgen dar in·
neyn neyt duͦ hais die duyrwerder
der creatuͦren dar vuͦr
geſat die got des hinderent dat
hie neyt drin ī mach vnd dar
vmbe als duͦ alſuͦs beitz ane
gemoite ſo in ſmacht dirt neyt
want got neyt dynne in is· ſo
vˢdruͦyſtz/ dich ſcheire vnd loifs
vs leyf kint loiſe din gemoite
van allen den enden da id zo pande
ſteyt van al der mynnen vn̄
meynuͦ̄gen vnd guͦnſt dˢ creatuͦrē
Wan ſal got in/ ſo mois van noit de
creatuͦre vs/ Mache din vas ledich
vn̄ halt dich vry vā ydelen bekuͦ̄merniſſen
wan id inwart dem
vuͦre ney als natuͦrlich vp zo gain
noch eyme voigele alz licht zo
vleigene alſt id is eyme reichtē
leigdichme gemoite vp zo gain
in got Ind darvmbe wyſt vuͦr
wair ſoilē wir vmmˢ komē indē
grūt gotz/ vnd indat ī geiſte gotz
So mois wir zo deme alre minſtē
tzeirſt komen ī vnſen eygenen
grūt vn̄ in vnſe īgeiſte vn̄ dat
ſal ſin ī lutere demoidicheyt· vn̄
da ſal ſich die ſele zo maile vp
dragen mit allen eren gebrechen
vn̄ al eren ſvnden vn̄ leygē
ſich vuͦr die portze dˢ groiſſer
eirtweirtgeyt gotz da got vs ſmiltzit
ī barmhˢzicheyt vnd ouch
ſal dˢ M·· ſo wat hey guͦtz in duͦygende
van gotz genaden in eme
vint da mit ſal hie ſich ſetzen
vndˢ die portze dˢ mildigeyt gotz
da got vs ſmiltzit inwyſen
guͦden indˢ vnſprechelicher guͦden
vnd mynnē/ as duͦ dich
alſuͦs af zuͦys van al dyme vˢmoigen·
vnd getzoigen hais
van mynnē vnd bekūmerniſſe
alre creatuͦren indich vp
gedragen hays/ ſo is dan dar
inboyuͦen dat dich die bilde
dˢ dinge hinderent vnd duͦ deme
neyt gedoyn ī kanſt alſt
waile mogelich is· Leyf kint
ſo nym id reichte vuͦr eyne oyuͦuͦnge
vnd la dich gode hie in
diſme vn̄ blyf by dir ſeluˢ vnd ī
loyf neyt vs ſvndˢ lyt dich in diſme
vn̄ ſprich mit groiſſer demoidicheyt
lieuͦe hˢe erbarme dich
ouˢ mich/ Deus in adiutorium
meū etͣ Eya lieuͦe hˢe hilp drinck
dich indich ſeluˢ / neyt begyn dā
eyns anderen wercks· ayn allē
zwiuͦel id uͦelt ſeluˢ auͦe vnde loiſt
ſich/ als ich hain geſeyn als
man ſiluˢ greift ſo ver weyſt
ſich dat waſſer dat mans neyt
wail gewynnē inkan/ ſo hait
man gemacht mit behendichͭ
dat ſich dat waſſer seluͦer vys
ſchuͦyt vnd dan ſo vint man
ſchatz/ die alle die koſt betzailt
die druͦp vˢzeirt is/ vn̄ da oyuͦert
groiſſe wȳnūge/ Alſo ſalt
duͦ dich lyden / vnd laiſen deiſē
druͦck in deiſe bilde in die widerweirdige gebreche die duͦ weder dyn gemoite vnd herze liden mois dich pingen
Lieuͦe kindere nemet
dys ho wirdigen roifes veyl
dieger war dat ir vre volguͦnge
ſeluͦer bekent vnd ouͦch van anderen
bekant weirt vnd die vruͦchtbergeyt
dis zo ganges des ho wirdichen
ſacramentis dar an ir ſoild
dys heiligen ordins in allen vren
geſetzen gar vnd gar vliſſich ſin
nv in mein ich mit deiſen allen
geſetzen des neit dat eyne alde crancke
ſuͦſter ſoile wat hin af vastē
aue vſſerlich werck ſoile doyn inboyuͦen
ire macht aue vre ſtille
zo haldene in allen den tzijden
vnd ſteiden alz ir van deme heilichme
ordene· hait· kinder die vruͦcht
vnd der nuͦtz die dan af kompt
dat inkuͦ̄nde neyman bekennen
noch gegruͦnden dat ander die ſeluͦe
wort die man ſpricht die ſoilē
ſuͦlen ſuͦſſe vnd guͦtlich vnd vredelich
ſin intuͦert uͦch ein hart wortgin
alzo hantz dat da eyn oitmoidich
vndˢ val geſchey vnder got
vnd vnder den menſchen kompt
vch eyman an mit harden ſwaren
ruͦſſchenden worden des in
ſoilt ir mit neitte verantwˢden
dan mit eyme goitlichme ſuͦſme
antlitze vnd eyn wort auͦe zwey
vnd neyt me ir ſoilt uͦrs ſelfs
groiſſe war nemen dat ir ingein
dinck mit luͦſt inbeſittzit af gebruͦcht
auͦe haift of eynige behaguͦnge
vrs ſelfs of eymans id ſy
an cleyderen of an doicheren of
an cleynoide of an geſpilſchaf
vnd allis des ir noit hait na
reiclicher ordeliger wijſen id ſin
cleidere of peltze vnd der alz vil
alz ir bedurft des gan vch got indˢ
orden wail ir ſoilt hauͦen groiſſe broderliche
mynne vnder eyn ander vn̄
eyn oitmoidiche vnder worpenheit
eine der andere in mynnen vnd in
guͦderteirenheyt nūmer ſwair gelays
noch vreimtgeit eyne der andere
vmbe eynich dinck dat gevallē
mach vnder vch ir ſuͦlt uͦch oyuͦen
an duͦgenclichen wercken in mīnē
vnder eyn vnd ſoilt ſtriden mīnenclichen
zo deinſtlichen wercken zo
doyne vre einre der andere neit
den vren ſuͦnder einre eyclicher aldˢ
crancker ſuͦſter vnd ir dat werck
vnd die buͦrde vſſer den henden vrolichen
vnd guͦtlichen neymen vnd
ir vuͦr dragen dat irt den vren doit
wat nympt ſich got des an Dat
doint ouͦch die heydenen as vnſe
here in deme ewangelio ſpricht
vnd aue ir nuͦ vmbe eynige guͦde
oyuͦuͦnge wert an gewort aue geſpot
auͦe verſmeyt des in ſoilt ir
neyt verantwerden noch anden
noch clagen in deme kore ſoilt ir
ſuͦnderlichen vre stillen altzo vlijſen
ſin alz an allen vnge vrloifdē
ſteiden in deme dormitere vn̄ vyl
andeˢn ſteiden halden in deme kore
ſoilt ir mit altze groiſſer eirweirtgeit
ſtain da vns heren
licham intgainwordich inder
wairheit is vnd mit neder geclagenen
ouͦgen vnd mit zome
gekeirtme gemoideme vnd verſamendeme
gemoite vuͦr des ewigen
konincgis intgain woirtgeit
ind an geſichte ſtoinde eyne yuͦncfrauͦwe
vuͦr eyme koinncge vn̄
ſy wiſte dat hie ſy ſunderliche ane
ſeyge weir ſy ſinnich ſy ſoilde ire
tzuͦch harde ſere byſen vnd harde
eirbeirlich vnd getweiclichen vn̄
hoyuͦelichen ſtain we ſoilde dan
eyn eiclich menſche mit allen ſynen
creiften van inbynnen vnd
van inbuͦſen ſtain vuͦr ſintz hˢen
vnde goitz vnd irs vſſer weilden
bruͦdegams angeſichte die uͦch ain vnderlais
ane ſijt van inbynnen vnd inbuͦſſen·
oich vyl lieuͦe ſuͦſteren
ſuͦlt ir vr getzijde mit groiſſer
eirwertgeit ſingen of leyſen
vnd mit zo gekeirtme gemoite
alz verre alz ir moicht ane wiſt
vmbe ſichergeit vre Conſcienciē
ſo is van gebuͦrt weygen genoich
dat man die wort gentzlichen
ſpreche vnd auͦe der gedanck dar
by neit in is ſo indarf mans neit
anderwerf ſprechen ſo betzailt mā
wail mit den worden ſo id der menſche
neit willens indoy vnd ouͦch
neit indencke dat dar wederwordich
ſy· Nuͦ ſpricht dat ewangeliū
an iren vruͦchten ſal man ſy bekēnen
alſuͦs ſint dit vr vſwendige
vruͦchte an den dat ir uͦch ſeluͦer
ſoilt bekennen vnd bekant werdē
zo deiſer wyſen alle ſamen in us
neyman zo alt noch zo cranck
dat man hauͦe mynne vnd truͦwe
vnder eyn ander vnd geduͦlt
vnd ſanftmoidicheit Dit moichte
eyn menſche halden vp ſime
bedde of hie als cranck were oich
nuͦ ſoilt ir vre vruͦchte bekennē
inwendich dat is dat ir uͦch ſuͦlt
afgeſcheydenclichen halden van
alle deme des got neyt eyn waire
ſache in is zijt verleyſen
dat ſal van uͦch als eyn boiſe
vergijfniſſe geaicht ſin ir ſuͦlt
uͦch gerne in die winckele vn̄
in die eynoide machen in da
leydenclichen mit gode uͦch vˢeynen
vnd uͦp den bloinden
boym clymmen des wirdigē
leyuͦens vnd des lidens vns heren
ihˢu xpī vnd in ſine clairrifitzeirde
wuͦnden vnd da vort
vp clymmen vp den doilden
ſinre ho wirdiger gotheit vnd
ſoilt in gain vnd vys gain vn̄
ſoilt volle weyde vinden vnd
by dieſen vruͦchten al ſuͦiſliches
leyuͦens ſoilt ir deiſer ouerwirdicher
genaden des hoen
ſacramentis mit groiſme nuͦtz
vnd vortgange gebruͦchen vnd
of nuͦ die guͦde ſuͦſteren die dit
van vorten laiſſent dat ouch is
guͦt vnd of dieſe wyſe in neit
inbehait vnd of dan wail lidē
dar uͦp veile of ſwair wijſen
of wort als ingeyn guͦt werck
in mach geſchein neit wail
da in valle gerne lijden vp dat
ſoilt ir vijl oitmoitlichen vnd
ſenftmoiclichen verdragen vn̄
alleine dat wail guͦt ſy dat
mant van deiffer verſuͦnkēre
demoidicheit laiſe mer dit is
vntzeilichen vnd vnbegrijflicher
vijl vnd verre beſſer vn̄ merre
dat mant van mynnen doy dˢ
ſeiche der bedarf des artzeters
vnd ſunderlichen ſuͦlches artzeters
des by ſin geſuͦntheit is·
die oitmoidiche vorte die inſal
uͦch neit aftzein dat uch vre gebreche
grois vur gehalden wˢdēt
dat is eyn gewijs tzeichen dat
dit heilige ſacrament an uͦch
gewort hait wan zo gelicher wijs
als die artzedie die ſuͦchte vſſerwert
drijft dat ſi vs ſleit ſo ſchint
dat der menſche geneiſen ſal vn̄
dat der menſche der ſeichtaghe
vergain ſal alſo wanne deme
menſchen ſine gebreche vuͦr dē
ouͦgen ſinre beſcheidenheit ſere
vnd grois erſchinen vnd eme
ſere weder ſint dat is eyn grois
wair zeichen dat der menſche
zo grunde geſuͦnt ſal werden
ſo wanne der menſche dat in
eme vint dat hie gerne leifde
nademe leifſten willen gotz
vnd deide reicht vnd wail of hie
id vermoichte vnd ouch dat id
der menſche neit indoy van eyinger
duͦmmer koinheit of vā
eyniger blinder vermeſſenheit
of eygenre guͦt duͦncklicheit vn̄
gedoirſticheit dan als hie deiſer
vergijflicher boiſer dinge neit
in eme in vint dan mach hie
vrilichen vnd ſicherlichen vnd
wail zo gain vnd ſo eme leyt is
dat hie miſdain hait vnd ſo hie
id dan na deiſen dingen alz ir
hie gehoirt hait ſo hie id eyt
dicker deyt ſo id ey beſſer vnd
nuͦtzer vnd vruͦchtbeire is vn̄
vnd of nuͦ vnſe lieuͦe ſuͦſteren
deiſer vruͦcht vnd dijs groiſſen
guͦtz neit in kuͦnnen der wirclicheit
gewarde des morgens
zo hantz· want ſy moiſſen lichte
ſijngen of leyſen of deme Couēte
in allen voilgen alſt reicht vn̄
gewoinlich is lichte indeme rijfter
hie allit ingeleit neit an ſo wardens
na deme eſſene of zo veſperen
of na der Completen dā komet
vnſe here alz wail mit ſime
wercke alz des morgens ward is
vmmer dit hielige ſacrament
dat wirckit vmmer wa id ſtat
vint nuͦ oich lieuͦe ſuͦſteren vmbe
deiſe vpuͦelle van deigelichē
gebreichen vnd ſuͦnden der der
menſche indeiſer zijt neit wail
bewaire in mach da in ſuͦlt ir
egeyne grois noit vmbe doin
of ſy neit alle gebicht in wˢdent
ſuͦnder mit alre oitmoidicheit
vnd ernſte ſo ſoilt ur gode bichtē
vnd vuͦr eme uͦch ſchuͦldich geyuͦen
mit ruͦwen vnd mit alme
ernſte vnd andaicht vn̄ man
in ſal den bigtere neyt alz vyl
ir zijt benemen ſuͦnder alſuͦlge
dinck ſal man in einre gemeinden
rurin vnd van reichte in
gehorent neit zo der bicheit vā
noittuͦrft dan doit ſuͦnde of deſe
deigeliche ſunde vnd ſchuͦlde die
vallent af mit ruͦwen vn̄ mit
deme pater nr̄ mit kneyne
vnd des geliches manigen dingen
in hait der menſche neyt
ruͦwe ſo haif vmbe dat ſeluͦe
ruͦwe dat is ruͦwe dat man
hauͦe ruͦwe vmbe ruͦwe in hait
man neit begeruͦngen ſo begeire
dat man begeire vnde
minne die mynne vmb die
mynne· Vnd vnder allen dingē
ſo ſal man ſich oyuen an der wircklicher
mynnen dat is vſſer
maiſſen nuͦtzer vnd vruchtber
dat is dat der menſche danckneme
ſy des manichuͦeldichen
guͦtz dat got eme vnd allen M··
vnd engelen hait gedain vnde
keirt ſich mit allen ſinē creiftē
in die groiſſe mynnen tzeichen
die eme got bewyſt hait in allē
wyſen vnd wercken gemeinlichen
vnd eme ſuͦnderlichen vn̄
mit eme ſeluer in alme ſime
leyuͦene vnd ſyme lydene vn̄
dar intgain draige ſine cleincheit
vnd vnwirdicheit vnd vˢneicheit
vnd lade hemel vnd
erde vnd alle creatuͦren darzo
dat ſy eme helpen dancken
vnd loyuen want hie des neit
invermach· vnd ſey dan her
in mit eyme eynuͦeldichme an
ſeyne alle die heilige criſtenhͭ
leyuͦenden vnd doden vnd die in
ſinre meynūgen ſint· vn̄ alle
dieſe dinck do eyn inre mīnēclich
begeirlich . vp draigen vn̄
in eyme eynueldichme anſeyne
vnd in die ſuͦnderliche
mynne des leyuͦens vnd des
lydens vns heren ihˢu xᵽi dit
allit mit eyme eynuͦeldichme
ouͦerſeyne alz die duͦſint
M·· ouͦerſijt mit eyme geſichte
ind dit zo keiren des gemoitz dat
ſal man dicke vnd dicke ernuͦwen
blijclichen euͦer vnd euˢ
vnd mit al diſme weder ī got
vleiſſen wirclichen vnd vernūftlichen
mit wirclicher mīnē
vnd allit dat man ey van gode
intfeinck ſich des ouͦch neyt an
nemen mit egeynre eygenſchaft
dan dragent eme zo maile
weder vp vnd inſal ouch neyt
draf halden dan van ſyme luͦterme
neytte vnd armoide vnde
laiſſen ouch ſin vraigen vnde
dijſputeiren ſin af got ſy dat
eme ſich inwendich intgain
drayt vnd erbuͦt vnd alleyne
ſte vp ſinre cleynheyt vnde vp
ſyme luͦterme armoide vnde
neitte dat hie in der wairheit
is vnd laiſe gode dat ſin vn̄ hie
keir ecker weder inſyn begyn
alz vnſer here ihˢu xpī die was
mit allen ſinen creiften alle
zijt vp gekeirt den ouͦerſten
inden nederſten· Wilch menſche·
nu deme alre gelichſte eyn na volgen
hait dat is der alre beſte wat̄
der menſche in mach neyt ſo lichtlichen
noch ſo ſnellichen deme intſyncken
neder wert hie in valle etzwat
in vngelicheit· vnd werde
eyn deyl intlutert dan ſal der
menſche mit grūdeloiſer oitmoidicheit
weder an heyuen vn̄ weder
intblicken vnd ſincken weder
in den vrſpruͦnck· Vnd dit allit
durch dat leyuͦen vnd lyden vns
heˢn ihˢu xpī ey eideliger dar duͦrch
ey hoire vnd weyſelicher inder
wairheyt vnd dat allit mit vercleynūgen
der menſche ſins ſeluͦes
in eyn gantz verneitten vn̄
ſal doyn auͦe dencken alz dat ſieche
vrauͦwegin die ſprach· Auͦe
myr dat geſchein moichte dat ich
geroirte die veyſe ſins cleydes ſo
werde ich ſicherlichen geſunt de
bra of die veyſe ſins cleydes dat
meint dat mynſte dat vanſȳre
heiliger menſcheyt ey gevlois
want dat cleyt is die heiliche
menſcheyt of die bra mach mā
meinē eynen droiffen ſins heilichen
bloitz· nuͦ ſal der menſche
dat bekennen dat hie dat alremynſte·
van allen deiſen neyt ī
mach geroiren van ſinre ſnoitheyt
want moicht hie van ſynre
cranckeyt die beroiren ſo
wuͦrde hie ſuͦnder tzwiuͦel geſuͦnt
van allen ſynē ſuͦchden ·
Alduͦs ſal der menſche vuͦr allē
dingen ſich ſetzen in ſin neyt
ſo wanne der menſche kompt
vp den dulden alre volkomenhͭ
ſo in wart eme ney ſo noyt nedˢ
zo ſynckene in den alre deyfſten
grūt vnd an die wuͦrzele der
oitmoidicheyt· Want alſo als des
boyms hoe kompt van der deyftē
der wurtzelen alſo kompt alle
hoe dys leyuͦens van deme grūde
der oitmoidicheyt· vnd dat vmb
want ſich deyſer publicanus bekanten
in deme neiderſten· alſo
dat hie ſin ouge neyt in doirſt
erheyuͦen in den hemel Darūbe
wart hie erhauͦen in die hoe· wāt
hie geynck gereycht in ſyn huys
Dat wir vns nuͦ alle moiſſen
oitmoidichen in der wairheyt
dat wir gereicht moigen wˢden
Des helpe vns der vader vnd
der ſvn vnd der heilige geyſt am̄
Repleti ſunt oēs ſpū ſcō et
ceperunt loqui Si ſint al
ervuͦlt mit deme heiligen geiſte
vnd begunden zo ſprechen die
groiſſe dinck/ leyf kinder der mīnencliche
dach is hude dat der eidel duͦre
ſchatz is weder gegeyuen die ſo
ſcheidelichen vˢloren was indem
paradyſe ouˢmitz die ſuͦnde vn̄
alre meiſt vngehoirſamheyt
dat alle menſclich kuͦnne was
uͦervallen in den ewigen doyt
vn̄ was der alre mynnenclichſte
heilich geyſt die eyn troiſter is
alſo zo maile verloren mit allē
ſinen genaden vnd troiſte vn̄
wairen alle menſchen vˢuͦallē
in eynen ewigen tzo zorn gotz
vnd inden bant des ewygen
doyt · Dieſen bant den brach vns
lieuͦe here ihˢus xpūs andeme
heiligen kar vrijdage do hie
ſich leys vangen vnd bynden
vnd ſtarf an deme cruͦce do
machde hie eine gantze ſoyne
in tuſſchen deme menſchen vn̄
ſyme hemelſchen vadere Nu
als huͦde uͦp deiſen dach ſo is
die ſoyne beſteidichet vnd is
der eydel duͦre ſchatz wedˢ gegeyuͦen
die zo maile vˢloren
was dat is der mīnencliche
heilige geiſt van des richeit
vnd mynnen vnd der vuͦldē
die in eme is da inkuͦnden
alle hertzen vnd alle verſtentniſſe
neit by komen deiſer
mynnenclicher heiliger geiſt
die quͦam in die yuͦngere vn̄
in alle die ſin intfenclichen
waren mit alz groiſſer richeit
vnd volheit vnd ouͦervluſſichͭ
vnd oͦuer goys ſy inwendich īn
vſwendich gelicher wijs aue dˢ
ryn vˢſchutzt were geweyſt in
man dan dat middel dat hinderniſſe
auͦe neme we hie dan myt
volme vluſſe vnd ouerguſſe
ſoilde komen ruſchen vnd duͦ
ſchin alz af hie allit dat vˢdrencken
vnd verſencken woilde vn̄ uoilte
alle deyle vnd alle die kuͦylen
die eme vuͦr weren Alſo dede
der heilige geiſt den iuͦngeren
vnd alle die hie ſin intfenclich
vant vnd alſo deyt hie noch al
ſtuͦnden ayn al vnderlays ſo
vuͦlt hie vnd ouͦerguͦſt hie alle
die grunde vnd alle die hertzē
vnd ſelen ſo wa hie ſtat vijnt
die ervult hie mit alle der richeit
genaden mynnē vnd gauͦen vā
den neyt zo ſprechene in is vn̄
ervuͦlt die deyle vnd deyfen die
eme vuͦr gehalden ſint· Repleti
ſn̄t om̄s· Weir id nuͦ nuͦ alſo
als id was in helias getzijden
do id was vuͦnf iair vnd ſeys
maynde dat id neyt inrainde
vnd man noch ſien noch eyrrē
in moichte vnd of dan eyn ſuſſe
volran quͦeme dat alle dit
ertriche ervuͦlt vnd erquͦickt
wuͦrde bleuͦe dan eyns menſchē
acker vſgeſcheidenlige druͦyge
vn̄ duͦrre dat ſoilde deme vnd
allen ſinen vruͦnden ein vnlydelich
ruͦwe vnd ſchrien machen
Repleti ſunt om̄s/ ſy ſint alle
ervuͦlt mit deme heilichme
geiſte We mach dan deme zo
moide geſyn des hertze vn̄ ſele
vnd grunt ſin vſwendich vn̄
inwendich menſche zo maile
duͦrre vnd ſchraf vnd genadeloys
vnd mynnelois is bleuen
vnd dys vnſprechelichen ouˢtreflichen
troiſtis· nu ſolen wir
prouͦen wat vns zo doyne ſte
dat wir deiſen ouˢwirdichen
heiligen geyſt moigen intfain
die neiſte vnd die alre hoiſte
bereyduͦnge inzo infain die
moys hie ſeluͦer machen vn̄
wircken in den menſchen hie
moys die ſtat ſeluer bereidē
zo eme ſeluͦer vnd moys ſich
ſeluͦer ouͦch intfain inden
menſchen wat is nuͦ ſin wˢck
mit deme dat hie den M·· bebereyt
ſich ſeluͦer zo intfain
der heilige geiſt der hait zwey
werck inden menſchen Dat
eirſte is dat hie ydelt· Dat
ander dat hie vuͦlt dat ydel
als verre vnd als veyl als he
ydelt vint Dieſe ydelheit die
is die eirſte vnd die groiſte
bereyduͦncge den heiligen geiſt
zo intfain want reichte als
verre vnd als vijl als der M··
geideilt is als vijl vnd als vijl
me is hie infenclich want
ſal man eyn vaſuͦuͦllen ſo
mois tzeirſt vs wat dynne
was ſal wyn dryn ſo moys
dat waſſer vs· want zwey
mateirliche dinck in moigē
neyt in eynre ſtat geſyn ſal
vur in wyn ſo moys waſſer
van noit vs want ſy ſint cōtrarie
alſo ſal got in ſo mois vā
noit die creatuͦre vs id moys
van noyt allit danne id ſy in
wilger wyſen dat dat ſy id
mois allit danne dat in dir
is vnd an genomen is· nv
moys die deirliche veiliche ſele
in alre wyſen af ſal die vernuͦnftliche
ſele inden menſchē
gegoſſen werden alſo moys
ſich der menſche ſich laiſſen vangen
vnd ydelen vnd bereiden
vnd al laiſen· vnd des ſeluͦen
laiſſent alz gar vnd alzo mail
vs gain vnd laiſen in dan af
vnd van alle deme neyt inhalden
dan vallen in ſin lutˢ
neyt auͦe ſicher hie verdrijft
vnd veriait den heiligen geiſt
in eme zo wirckene inder hoiſtˢ
wyſen an deiſen wech inwilt neman
So wanne deiſe bereyduͦnghe
in den menſchen geſchuͦyt
dan altzo hantz ſo wirckt der heiliche
geiſt dan ander werck in
den bereiten menſchen hie vuͦlt
altzo maile alle die intfenclichͭ
ya of duͦ wail inder wairheit
geydelt byſt· ſo intfeys duͦ ouch
vijl alz dys min alz vijl geinz me
eygenre mynnen eygenre meynunge
eygens willen ya des ſoildis
duͦ als gar ſin vys gegangē
ſtoinde dat hemelriche vuͦr dir
offene duͦ inſoildis neyt willen
dryn gain duͦ inſoildis tzeirſt
war nemen of id got alſo van
dir hauͦen woilde/ in eodem loco
dat is alleyne die ſtat in der dat
der heilige geyſt wirt gegeyuͦē
vnd ervuͦlt altzo maile ouch
dat der menſche vint ſich in
vngeſichtlicheit vnd inſwairhͭ
vnd in traicheit ſinre natuͦren
weder ſinen vreden vn̄ hie dem
neyt gedoyn inkan indeme
ſeluen ſal hie ſich ſins ſelfs
ydelen dat hie ſich gode da in̄e
laiſſe vnd lyde ſich indeme ſeluͦen
ane bekoruͦncgen dat vn̄
allit dat vp den menſchen gevallen
mach dat ſint die wair
armen des geiſtis die ervullit
der heilige geiſt vnd duͦſtzt
inden menſchen dat is hie
guͦſt in mit alme ſyme rijchdoyme
vnd alme ſyme ſchatze
ſynen inwendichen vn̄ ſinen
vſwendichen menſchen ſine
kreifte inwendich vnd vſwendich
ouerſten vnd nederſten
vnd des menſchen doyn is her
zo dat hie ſich laiſe bereyden
vnd eme ſtat geyue vnd geruͦm
dat hie ſins wercks in eme bekomen
moige dat deyt weyngit
eyman noch die in geyſtlichme
ſchyne ſint die got doch
herzo erweylt hait· want der
vnleyden in des ane cleyuͦens
is ſo vijl nuͦ hie nuͦ da vn̄ ſo
ſint die an genomenheyt vn̄
die vs wirkuͦngen vnd die vpſetze
vnd goitdunclicheyt . vn̄
neyman in wilt ſich deme
heiligen geiſte laiſſen vnde
ſchaift mallich ſin dinck dit
is alder luͦde doyn· nuͦ indeiſē
ſorglichen zijden alſus vijl is
dins doins herzo dat duͦ inſins
werckis indir bekomen laiſes
vnd vngehindert laiſes dan
ervuͦlt hie dich altzo maile alz duͦ
dich alſo geweirlichen vnd gotlichen
heiltz ouch andyme vſeren
menſchen alz id deme gotz
geiſte wail getzeympt an worden
an wercken an wandelūgen
in alre ordenūgen afgeſcheidelichen
vnd ſtillichen dā
ſo wirkit der heilige geyſt groiſſe
dinck indeme indeme ingekeirdeme
menſchen nochtan
dat der menſche alzo maile
neyt draf in weys reichte
alz de ſele verborgentlichen
wircket dat leyuͦen in deyme
licham dat der licham dan af
neyt ingevoylt noch inweys
alſo wirkit der heilige geyſt in
deme geiſte· vnd in deme grūde
vnwyſſinclichen des menſchen
ſal eyuͦer dys der menſche ſuͦs
gewar wˢden dat moys geſchein
mit weder geboygden creiften weder
in den gruͦnt da der heilige
geiſt ſine woynūge vnd ſyne wˢck
hait alz nuͦ der doregte menſche
dit in eme bevint ſo velt hie
altzo hantz darvp mit eynre
mynlicheit vnd annemelichͭ
als of id get ſins ſy vnd vˢderft
id altzo maile· vnd of hie get
darzo gedain hauͦe vnd deyt dˢ
menſche reichte alz of eyn grois
meiſter eyns wirckis beſtoinde
vnd hie dat inder hant hedde
vnd eynich dore quͦeme die is
altzo maile neyt inkuͦnde vnd
verdeirfde dat werck eme zomale
neyt inkuͦnde · alſo dat id neirgen
zome indoichte reichte alſo
deyt hie der menſche wanne hie
ſich eyt an neympt of zo ſleyt
an den wercken gotz dit geſchuͦt
dem menſchen van der groiſſer
vnmeiſiger geluͦſt vnd vreuͦdē
die man indiſme doyne vint wāt
die is uͦnſprechelichen verre ouˢ
alle die vreuͦde die in den is die
in der werilt ſint vnd indiſme
zo ſlaine mit neimelicheyt ſo
wirt dat werck des heiligen geiſtis
verdeirft vnd hie vˢiayt/ eydoch
alleyne dit alſo wuͦnderlichen
groiſſen ſchaden doy doch alle die wyle
der menſche neit
in egeyne doit ſvnde invelt ſo
in geyt hie neyt alzo maile inwech·
ayne hie ſteyt als hie verre
ſte van diſme dat der menſche ſins
ſelfs neyt geydelt in is/ ſo weynet
der beſeſſene menſche dicke dat
id allit got ſy vnd dat in eme wˢcke
So is heyt allit ſeluͦer vnd is ſin
eygen werck vnd ſyn an genomenheyt
vnd gut duͦncklicheit
vnd reichte als eme der buͦch vol
ſy ſins ſelfs· vnd weir wail dat
deme ſeluͦen menſchen groiſſe vˢborgene
dinck vnd ſuͦnderliche
groiſſe offenbairuͦnge vnd gauͦē
gegeyuͦen wuͦrden· Id is nochtā
ī groiſme tzwiuͦele we id deme
M·· an ſyme ende ergain ſoile vn̄
mach nochtan ewilichen waile
verloren werden· da vuͦr huͦydet
uͦch als leyf als uͦch got ſy vnd
vre ſelicheit ſy· Dat moichte eyme
wail geſcheyn van ſynre anneymelicheyt
weygen· Kinder id in
geyt neyt als ir weynt id mois
gar luͦter ſin vnd der menſche
moys ſins ſelfs gar vys gegangen
ſyn da der heilige geſt wirkē
ſal eygenlichen na ſyme adele vn̄
na ſynre vnmaiſſen· vnd duͦ in
ſalt neyt mit dinre an nemelicheit
eyn hinderniſſe eyme ſins
werckis ſin euͦer of duͦ dich indiſme
vintz ſo in ſaltuͦ he mit neyt
altzo hantz zo deme bichter loyfen
ſvnder loif indich ſeluͦer vnd da
mit zo gode vnd gyf dich eme ſchuldich
van gruͦnde alzo hantz lait
hie ſine gotliche hant uͦp din houͦft
vnd macht dich geſuͦnt als
duͦ dich eme vnder wirpſt in
alre oitmoidicheit vnd geys
dich eme ſchuͦldich van deiſen tzeigenen
ſprach ich geſteren van dē
vnſe here ſpricht ſy ſolen die hende
den ſeichen uͦp die houͦft leygē
vnd ſy ſolen geſvnt werden· Dat
ander tzeichen ſy ſoilen die viant
vˢdryuͦen Och die den laigen nauͦwe
war neme die der viant den M··
an layt · vnd we manigen valſchē
vuͦrwuͦrp eme vuͦrbrengit da
mit hie bedroigen wirt allen deiſen
ſtricken intgeinge der menſche
in reichter gelaiſſenheyt Sy
ſoilen die ſlangen vp heyuͦen dat
ſint die ſlangechtiche menſchen
die koment dich an mit irme
gruͦwelichme gebeiren vnd ruͦſſchenden
worden vnd neyment
ſich meiſterſchaft ane die ī neit
bevoilen in is Si wuͦndent vnd
ſteichent dich wail inden nederſtē
creiften So id in die ouˢſte neyt ī
kome ſo wirt is gar goyt rayt·
ſweych duͦ ecker vnd buͦcke dich
vnd uˢgijffeniſſe ſoilen ſy drinckē
vnd dat inſal in neyt ſchaden
in ſint dat neyt vergijffeliche
menſchen in den dat allit dat
giftich wirt dat ſy inkompt wa
eyt ane is dat keirent ſy zo richte
zo deme aller argſten vnd ſweirent
alle dinck ſy ſint reichte
der ſpynnen natuͦren vnd aue
duͦ lichte biſt in eyme gar guͦdeme
doyne dat dich der heilige
geyſt alzo maile ervuͦllen ſoilde
vnd quͦeme dan ſweſter ruͦſſche
ouˢ dich mit iren ſtraiffen wordē
kuͦndis duͦ dich dan dar ynne
gelaiſſen in gotz willen vnd neymis
id alz dat werck des heiligen
geiſtis dat ſoilde dich vnmaſe
ſere vnd wail bereyden ſo du
ecker ſwigis vnd lydis dich beroirt
dyt wail dynen vſſeren·
menſchen id in ſal dir neyt ſchaden·
kinder wilt ir vmmer duͦre
werden vnd tzuͦtz vren beſten
komen ſo halt diſe zwey puͦntgyn
Dat eyne dat ir uch ydelt
vnd leydich macht vnd halt alre
geſchaffenre dinge vnd ouch
vrs ſelfs vnd halt vren vſwendichen
vnd inwendichen menſchen
in ordenuͦncge alſo dat dˢ
heilige geyſt ſins werck is van
uͦch vngehindert bliuͦe Dat
ander is dat ir alle vp velle
wa ſy her komen dat ſy inwēdich
of vſwendich dat ſy wat
dat ſy dat ir dat van gode ſuͦndˢ
middel nympt vnd neyt anderz
dan dat got dich da mit bereyden
wille zo eme ſeluͦer vnde tzo
ſynen groiſſen gauͦen die ouͦernatuͦrlich
vnd wunderlich ſint
zo den duͦ nuͦ̄mer komen inkūdes
dan mit lydene vnd an wirkene
inwendich vnd vſwendich
die viende of die ruſſchende M ··
dan ſi ſolen mit nuwen tzuͦnḡe
ſprechen dat is der menſche die
ſal die alde natuͦrliche tzuͦnghe
tzeymen· Kinder boyuͦen allen
kuͦnſten ſo leirt die kuͦnſt dat ir
vre tzungen huͦyt vnd ſeyt vuͦr
uͦch wat ir ſprecht of vſſer vch
inwirt nvmmer neyt· Seyt an
vre wort ſin zo der eren gotz vn̄
vrs neiſten beſſeruͦnge vnd vrs
ſelfz vreide euͦer ſprecht mit gode
ayn vnderlays Bernardꝰ alz ich
vermaledyen vnd verwayſen
veyl reydens vſwendich alſo loyuͦe
ich vijl reydens inwendich mit
gode des in mach zo vyl neyt ſin
mit nuͦwen tzuͦngen dat is got
groiſlichen loyuͦen vnd dancken
vnd inhetz duͦ neyt me gode zo
dācken dan dat hie dich lijd vn̄
verdrayt vnd geſpart vnd dynre
beyt vnd zo allen dinre vnordenuͦngen
alz guͦtlichen ſwigt vnd
hie ſins gotlichen werckis neirgen
indir bekomen ī mach noch
inkan mit nuͦwen tzungen dat
is dat wan ir by eyn kompt ſo
ſoilt ir reyden van gode vnd vā
duͦgenclichme leyuͦen vnd neit
diſpuͦteiren van der gotheit in
anderen wyſen an der vˢnuͦ̄nft dat
in geyt uͦch neyt an noch na behendē
ſubtilen worden ſvnder uͦs deme
gruͦnde der duͦchde ir muͦt uch alſo
halden vnd reyden in vernuͦ̄ftigˢ
wyſen ir verdoympt uͦch da mit
vnd ouͦch den irt inbrengit vn̄
ouͦch ſalt duͦ vur ſubtijl menſche
dich hoyden dat die ſlangen da
wir vuͦr af ſprachen alz die in
vſwendiger wyſen vys gedreuͦen
ſint dat duͦ dan die neyt ī
geiſtlicher wyſen indich in tzeys
Want der viant die laigt dir ain
alle vnderlais we hie dich erſlinge
na den behenden wyſen
darna hie dich geneigt vint
alſo is ouͦch dit werck des heiligen
geiſtis dat richt ſich dicke
vnd gerne na deme dat hie de
natuͦre geſchickt vint want got
wilt mit ſynen gauͦen woycherē
vnd wilt den geiſt vnd alz wail
die natuͦre zo eme tzeyn da hie
dan vint eyne guͦde gevolgige natuͦre
darna richt hie ſyne werck
want alz der ſlach rain nedˢ velt
vnd neyt ydel weder in kompt
ſpricht hie· alſo in wylt hie neyt
dat ſyne gauͦen eyt vnvruͦchtbeirich
weder komen ſy inbrengen
natuͦre vnd geyſt mit ir weder
vnd uˢmoigen vnd vys vermoigene
zo wircken in reichtˢ ordenūgē
vnd alſuͦs wirckt der heilige geiſt
af hie dich in warme armoide
vint dins geiſtis vnd allis dat
dieſe ſtat vuͦllen mach in allen
wyſen in alme beſeſſe wat dat
duͦ indich getzoigen hays of getzein
mach vnd alle hardicheit
vnd argwayn vnd vrdel vnde
alle die dinck die der heilige
geyſt indich neyt gewort ī hait
euͦer hie ſaltuͦ proyuͦen alle die
in velle die indich vallent of
dir zo vallent weder dinē willē
die inſchadent dir neyt ouͦch ī
ſuͦlt ir nuͦ neyt dencken of ir
des heiligen geiſtis alſuͦs wardē
ſoilt Dat uͦch dan vre vſwendiche
guͦde werck dijs heiligen
geiſtis ſuͦlen hinderen alz werk
der gehoirſamheyt alz ſingen
vnd leyſen vnſen ſuͦſteren vn̄
deynen vnd mynnen werck
van broderlicher mynnen/ nein
leyf kint neyt alſo dat man
alle dinck moyſe begeyuͦen
vnd wardens alſo eyn M·· die
got gerne mynde vnd in myent
alle dinck ſal hie van mynnen
doyn gode zo lieuͦe vnd zo louͦe in
reichter ordenuͦ̄gen die vp in vallent
weyt gotz eme voigt in mȳnen
vnd in ſenftmoidicheyt
guͦderteirenheit vnd in vreidelicher
geſaiſtheyt dir vnd dime
neiſten in vreden zo blyuͦene de
werck die in hinderent dichneit
ſvnder dine vngeordenūge indē
wˢcken die hinderent die leygh af
vnd meyne got luͦterlichen in al
dynen werken vnd anders neyt
dan yn· Vnd zo deme andeˢn mail
ſo nym dins ſelfz dijgher war
dins gruͦntz vnd hoyde dins gemoitz
vnd inlaiſſe egeine vnordenuͦncge
zo ſlain leyfs vn̄ leytz
vnd huden dynre worde vn̄ dinre
vſſere wandeluͦncgen So blijftz
du zo vreiden in allen dynen wˢcken
vnd der heiliger geyſt ſal
in dich komen vnd dich alſo weirlichen
ervuͦllen vnd in dir woynē
vnd wuͦnder indir wirken of
duͦ dieſe leire heyltz die duͦ nuͦ
gehoirt haiſt Dat vns dit allē
geſchey des helpe vns der lieuͦe got
am̄en
Duͦc in altuͦm et laxate retia
ur̄a in capturam·
Man lyſt indeme heiligē
ewangelio van der wechen dat
vnſe here ihˢus xpūs quͦam zo
deme mere vnd geynck inſymonis
ſchijf vnd hie bat in dat
hie dat ſchijf van deme lande
voirte inwenich vnd ſatte ſich
drijn vnd leirde dat volk vn̄
ſprach zo ſymone· Duͦc in altum
voyre dat ſchijf indie hoe vnd
hanckt vr netze vys zo vayne· vnd
ſymon ſprach· Gebey der wir hain
alle dieſe nacht gearbeyt vnd
hain neyt gevangen· euͦer in
dyme worde ſohange ich dat
netze vys Do ſy dat gedaden
do beſloigen ſy alz vyl viſche
dat dat netz reys vnd ſy warē
vijl na verſuͦncken· Sent petˢ
veyle vp ſyne kneyn· vnd ſprach
here ganck vs van mir want
ich byn eyn ſuͦnder Dit ewangelium
lijſt man dat dit was
vuͦr vns heren dode vnd na vns
heren dode Do viſchden ſy euͦer
vnd veyncgen huͦndert groiſſer
viſche vnd drij vnd vuͦnfzich
vnd do in reys dat netz neit
noch ſy inſuncken ouͦch doy
neyt dit hait wuͦnderlichen
vijl verborgenre ſynne Die
eyne vernuͦnft hedde die wail
erluͦcht were die ſoilde vijl
guͦder ſinne hie ynne vinden
die by eme ſeluͦer were Dit
ſchijf dat was ſymons des gehoirſamen
M·· die gode gehoirſam
is inder wairheit· wilch is
nuͦ dat ſchijf da vns here in
ſitz zo leiren dat is dat ynnewendiche
der gruͦnt des menſchen
da ſitz vnſe here ynne
ſyne raſte ſine weilde die is da
Die des gruͦntz war neme vā
in bynnen vnd leiſſe alle dinck
vnd keirde ſich in den gruͦnt
des indeyt neyman vnd gheſchuͦyt
duͦcke dat dˢ menſche
in vſſerlichen wercken zeynwerf
gemaint wirt dat hie ſich inkˢen
ind in des in deyt hie vmmer neit
hie in is neyt ſymon vnd blijft
inſynen willen vnd gewoynden
vnd in is gode neyt gehoirſam·
Alle gehoirſame in is dem
neyt gelich· want ſyne gehoirſam
die geit vur alle gehoirſā
Vnd oft geveile dat eyne ſuͦſter
ſtoinde indeme kore vnd ſuͦnge
vnd bevuͦnde dat dat ſy got maynde
ſich in zo keirene vnd ſy dat
guͦt werck des hinderde des inkeires
ſy ſoilde den ſanck laiſſen
ſincken vnd voilgen gode vnde
laiſſen die anderen gar vaſte ſingen
mer moichte ſy beyde gedoin
dat vſwendichme mit deme inwendichen
dat weir verre vn̄
vijl beſſer dˢ ſanck vs deme gruͦ̄de
der geynge gar ho· Kinder wiſtit
ir we ſcheidelich dat is dat ir
den manuͦngen gotz wederſteit
vnd dat man gode vngehoirſā
is uch gruͦwelde dar vur vn̄ we
grois veyge vur dat man dar
vmbe lyden ſal ir indorret gode
neyt geloyuͦen noch getruͦwē
Kinder van der gruͦndeloiſer guͦden
gotz kompt dat dat der M··
die got geroiffen hait zo eyme
hoen ende vnd intfallent deme
gruͦnde dat moyſen ſy ervoilgē
mit lidene wylt ſijt neyt in
er voilgent mit leyuͦene vnd
die menſchen lydent groiſſe noit
an irme ende meire vyl dan
ander luͦde vnd darna altzo
gruͦwelich veygevuͦr vnd na
al diſme ſo koment ſy dan wuͦnderlichen
verre inboyuen die de
lichte komen zo den alre nederſtē
graiden geroiffen ſint· Kinder dat
ſchijf dat was ſymons da vnſe
here ynne ſas vnd leirde· Want
ſijt ſicher indiſes gehoirſames
menſchen gruͦnt dar in ſetz ſich
got zo leirene· wan got geyt da
groiſſe genade vnd alſuͦlge leire
dat der menſche van gode van
inbynnen geleirt wirt· dat weirz
noit hie ſoilde alder werilt leir̄e
genoich geyuͦen· Nuͦ vnſe here
bat ſymon dat hie dat ſchijf
voirte van der erden· der menſchen
hertze indeme alre nederſteme
grade dat ſal vnd moys
van der erden van alre mynnē
ertſcher vnd vˢgencklicher dinge
gevoirt ſin vnd der luͦſt der ceͣn
inder naturen· wan der menſche
got erkrigen wil der ſal eynen ſtedē
vlijs hauͦen alſo neyt dat hey
huͦde an heyuͦe vnd morne af laiſſe
Suͦnder hey ſal ſin ſtede an
der oynūgen alle zijt alle ſtūde
vnd dage· of hie zo ſynen beſtē
komen wilt neit nuͦ leyuͦē gode
vnd morne der natuͦren of dē
creatuͦren· Hey gruͦwelt ſuͦlghe
luͦde vuͦr · vnd duͦrren goden neyt
geloyuͦen noch getruͦwen vnd
duͦnckt ſy eyn groys dinck vnd
keirent weder vnd denckent
ſy in vermoigen dijs neyt ſij
leyuͦen alz die vnd die/ die der
natuͦren leyuͦent vnd willent
alz wail vairen alz ſy vnd keirent
weder zo der werilt want
allit dat is werilt dat got neyt
in is Da zo rijſt dat netze vnd
alle viſche die dar in koment
die vallent dar duͦrch· Kinder ir
ſoilt dat wyſſen dat alle die wˢck
we groys vnd goyt ſy ſin der got
neyt eyne ſache in is der in nȳpt
hie ſich eynen train neyt an
vnd alle hauͦent ſy getzwat natuͦren
der ſymonſligen dat is ſymonie
dat man geyt geyſtlich
goyt vmb lijflich zijtlich goyt vn̄
is der meiſter ſvnden eyne· ſo wilch
menſche nuͦ deyt guͦde geiſtliche
werck die gotlich ſoilden
ſin vnd ouͦch ſchinent vnd geyt
die inſynre meynūgen vmbe
tzijtliche vergenckliche ſachen
wilcher kuͦnne die ſin id ſy inwendich
of vſwendich die indˢ
wairheyt got neyt inſint die
macht ſich getzwat ſchuͦldich an
der ſuͦnden in geyſtlicher wyſen
ſi boyten ir netze alſo dat der M··
ſin netze dat zo riſſen is myt
eyngme ſcheidelichme vs gange
vnd eme zo rijſſen is dat
ſal hie boyſen mit eyme gantzme
weder keire vnd ſal doyn
alz die eyn kruͦmp hoiltz richtē
wilt die weder boicht id me dā
reicht· vnd van deme boygene
ſo wirt id reicht vnd mit wairme
bekentniſſe vnd mit deiſer
oitmoidicheit ſo clage gode mit
ſent petre here ich hain alle deiſe
nacht gearbeyt vnd hain neit
gevangen allit dat der menſche
arbeyt ſvnder got dat is allit
naicht vnd in veyt zo maile
neyt So velt he ouͦch wail indem
weyge gotz in traicheyt vnd in
ſlaifergeit dat die nature vngeſicht
is zo allen guͦden dingē
Dan iſt naicht dan ſal man dē
vſwendichen menſchen oyuͦē
mit arbeyt hende vnd voyſe
vnd roicke vnd ſal allit nemē
weder in den gruͦnt here in
dyme worde werp ich vs min
netze dat ſoilen ſin allis des
menſche werck wort vnd gedencke
eſſen drincken ſlaiffen
wachen allit inſyme worde
Vnſe here ſprach zo ſent peter
Duc in altū· voire dat ſchijf
in die hoe dat is erheyuͦe din
gemoite vnd alle dine creifte
indie hoe ouͦer dich ſeluͦer vn̄
ouͦer deiſe nedere ſinliche dinck
wan vns hˢe die in kan mit deiſē
nederen dingen neyt· id is eme zo
enge da hie inkan ſich neyt bekeiren
hie is behende vnd ſuͦbtijl
vnd die nederſte creifte die
ſint zo grof vnd dar vmbe Duc
in altum· voire dat ſchijf in
die hoe keire dich ouͦer zijt mit
dinen ouͦerſten creiften want
da ſitz got da is got vnd da is
got in der wairhait da leyrt hie
dat ouͦer weyſeliche wort in
deme vnd mit deme alle dinck
geſchaffen ſint Dat wort ſalmā
intfeyn inſenftmoidicheyt dat
in geplantzde wort kinder de
deme worde ſtat geyuͦe inſenftmoidicheyt
dat van noit ſijn
moys vnd mit allen ſynen creiften
ſich erhoyuͦe in die hoe
vſwirckuͦngen da duͦ allit
ynne geſtanden hais vnordelichen
dan af noch keir
dich zo mir weder vmbe
vnd ich wil dich intfain/ hie
ſpricht ouͦch duͦrch den ſeluͦē
ᵱpheten iheremiam ī deme
veirdem Capittele vnde beclait
ſich ouͦch da van dir
vnd ſpricht ich hain dich gemacht
mynen vſerweildē
wyngart vnd ich hain gebeit
dat duͦ mir ſoiltz hain bracht
den alren beſten eidelſtē
wyn wyn van cyperen win
van engaddy vnd ſpricht
van groiſme vlijſſe den hie
an den wyngart gelaicht
hait ich hain in vmb grauͦē
vnd eyne hecke druͦmme
eynen tzun gemacht vnde
eynen kelter drin gebuͦwit
vnd die ſteyne druͦys geleyſen
alleyne hie dit ſpreche
zo deme volke ſo meint got
alle menſchen hie mit bys
an dat ende der werilde vn̄
duͦ byſt mir alzo bitter wordē
duͦ hais mir braicht bitteˢn
wyn ſuren hunſſchen wyn
vnd hais mir vuͦr den eidelē
wyn ſo haiſtuͦ mir vuͦr die
druͦuͦen braicht krappen vn̄
boyſe dinck vnd dys moys
ich mit dir kreigen andeme
gerichte/ were dat duͦ dich
zo mir woiltz keiren ſo wuͦld
ich dir in geyſſen leyuͦenden
waſſere vnd waire mȳne
van diſme leyuͦende waſſer
ſpricht eyn meiſter heyſt Ricarduͦs
eyn groys meiſter dˢ
heiliger ſchrijft dat die mīne
hait veyr grede· Den eirſtē
grait der mynnen die heiſt
eyne wuͦndende minne wat̄
wanne die ſele mit der ſtralen
der mynnen van gode
wirt gewuͦnt dat ir dit leyuͦende
waſſer wirt geſchenckt
der waire mynnen So
weder wuͦnt ſy got mit irre
mynnen vnd hie vnd van
der mynnen ſpricht vns hˢe
in der mynnen boiche ſuͦſter
myn duͦ hais myn hˢze
gewuͦnt mit eyme dyme
oygen vnd mit eyme hare
dins haltz dat einlitze oyge
dat is eyn einlitze angeſichte
des bekentniſſes vnd des
gemoitz dat luͦterlichen vp got
geyt vnd dat einlitze hair dat
is luͦtere vnuͦermengde mīne
hie mit wirt got verwuͦnt vā
der ſelen· Der ander grait der
waire mynnen dat nent dys
meiſter eyne gevangene mīne
Steit geſchreuen ich ſal dich
drecken in deme ſeyle adamz
Die dirde mynne dat is eyne
quͦeillende mynne Van dˢ ſpricht
die bruͦyt inder mynnē boiche
Ir doichter van ihrhˢu vynt ir
mynen leyuͦen ſait eme dat
ich van mynnen queylen Die
veirde mynne van der ſpricht
dˢ ᵱphete indeme ſelter Defecit
myne ſele die is vertzeirt vn̄
is auͦe genomen here ī dyme
heyle Van den zwen eirſten mīnen
wil wir nuͦ eweniget ſprechen
bys euͦer by der wuͦndendˢ
mynnen neymen wir eyn gelichniſſe
die gewant is van mīnen
die deyt reichte alz eyn kouͦfman
die eyn ſchijf wilt vys
voiren vmbe wynnūge ſo is
reichte ſin hertze alz id gewuͦnt
ſy van begeiruͦngen dat hie
vyl geſamene alre leye ſo raft
hie he ſo ſament hie da dat ſin
ſchijf vol werde alſo deyt der
gewuͦnte menſche hie ſament
vnd treckt zo ſamene alle bilde
vnd gedencke vnd die oyuͦuͦngen
wat hie mach deme mīner
zo lieuͦe den hie mint Dan alz
dat ſchijf wail gelaiden is ſo
ſtoiſt hie id van deme lande
noch is hie des ſchijfs wail geweldich
zo voirene intgaine ſtroyme·
alſo is der wundendˢ mīnē
die wirpt ir ſchijf inden ſtroym
der gotheyt vnd vert da heirlichen
vort vnd ſpilt da mit na
irme gvnſte vnd wyllen vnde
wirpt ir royder indat mer dat
gruͦndelois is vnd ey me ſy in
ſich tzuͦyt der gotlicher vys guͦſſe
ey me ſy weder wirt vnde die
intfenclicheit die vuͦlt hie altzomaile
vnd die ervuͦlluͦnge die
macht eyn nuͦwe intfenclicheit
vnd eyn nuͦwe wyde vn̄ macht
nuͦwe wuͦnden der mynnē· her
na ſo ſnit dan der here dat ſeyl
des ſchijfs intzwey vnd leyſt dat
ſchijf dan in geynen ſtroym ruͦſſchen
ſo is da noch reyme noch
royder die dat ſchijf moigen vp
halden So in is der menſche neit
ſins ſeluͦes me geweldich dat
is die gevangene mynne Dan
geſchuͦyt eme alz eyme rittere
die ymne ſtride ſere gewuͦnt wˢt
nochtan intrijt hie wail geweldeclichen
ſvnder wirt hie gevangen
ſo wirt hie ſins ſelfs vngeweldich
dat is die gevangene
mynne alſo in is hie weder gedencke
noch wercke geweldich
dan hie moitz ſich deme nij̄mer
vnd der mynnen gar laiſen vā
deiſer mīnen weir noch me zo
ſagene mach geſchein herna dat
wir alſo laiſſen alle die Ciſternē
dat vns dat leyuͦende waſſer dˢ
waire mīnē wˢde in gegoſſen
des helpe vns die ewige mīne am̄·
Dixit ihˢc diſciplis ſuis Vnſe
hˢe ſprach wilch vre hait
even vruͦnt vnd gee zo eme zo
midder nacht vnd ſpreche eme
zo vruͦnt borge mir druͦ broyt
want min vruͦnt die is komen
van deme lande zo mir vn̄ ich ī
hain eme neyt vuͦr zo leygen
vnd der die ynwendich is die
antweirt La mich vngemoyt
myne duͦyren ſint beſloiſſen
vnd myne kindˢe ſint mit mir
in deme bedde vnd in mach neit
vp geſtain vnd dir gegeyuͦen
·Dit ewangeliū dat is vortlanc
dat lais wir ſtain duͦrch die
kuͦrde· vnſe lieuͦe hˢe die leirt
vns hie ynne dat wir beyden
ſoilen vnd ſprach die byddit
deme wirt gegeyuͦen ſuͦckt vn̄
ir ſoilt vinden· Clopt ſo wirt
uͦch uͦp gedain want we bid
deme wirt die ſoickt die vint
Die Clopt deme deyt man vp
Nuͦ wat vnderſcheydes ſalmā
an deiſen drin worden vernemen/
bidden vnd ſoicken vnd
Cloppen dat wil wir mit deme
eirſten proyuͦen dat bidden dat
meynt eyn zo gekeirt gemoite
mit eynre ynnicher begeirūgen
zo gode vnd heiſſchen etzwat
van eme/ mer dat ſoickē
dat hie vns heyſt ſoicken dat
is eyn vſſerkeyſer eyn vuͦr deme
andenˢ wan die ſoickt die
hait ſinen vlijs gekeirt zo deme
ſuͦnderlingen dat hie ſoickt
vuͦr ander dinck/ dan die clopt
dat meynt eyn volherden vn̄
neyt af laiſen bys man dat erkricht
dat mā meint vnd haint
diese wort goit vnderſcheyt bidden
ſoicken vnd Cloppen Nv
neymen wir her vuͦr vns des
leirers vs leyguͦnge inder omelyen
Beda die ſprach dijs vrūt
die alſuͦs van deme lande zo
ſyme vruͦnde is komen dat
is dat gemoite des menſchēs
dat gemoite dat geyt alzo dicke
vn̄ ſweirlichen van den menſchen
in eyn vˢre vremde lant
der vngelicheit vnd kompt dā
etzwanne weder huͦngerich
vnd duͦrſtich allis guͦtz vn̄ ſo
in hait eme der menſchen neit
vuͦr zo leygene ſo geyt he zo ſyme
vruͦnde dat is got vn̄ clopt
vnd biddit vuͦr ſymre duͦren
dat he eme geyuͦe druͦ broit
dat is vˢſtentniſſe dˢ heiliger
dryuͦeldicheit vnd der da inne
is die intſchuͦldichet ſich vn̄
ſpricht La mich vngemoyt
want myne duͦren ſint beſloſſen
vnd myne kinder ſint
mit mir an deme bedde dat
ſint die leirer die ſint mit
gode an deme bedde der heilicher
contemplacien nuͦ deiſer
beheirt alz lange cloppende
dat deiſer ſy duͦrch ſins herdēs
wille vp ſteyt vnd geyt eme
allit dat hie wilt dat is dat
got eme geyt antweirt duͦrch
die leirer of duͦrch ſich ſeluͦer
ſuͦnder middel vnd dar vmbe
ſprach xpc̄ Bid ſo wirt vch gegeyuͦen
ſoickt ſo vint ir clopt
ſo wirt uch vp gedain hie is ſere
zo proyuͦene die vnſprechliche
vnbegrijfliche mildicheit gotz
dat hie ſo gerne geuͦe of wir ī
ecker bidden willen vnd hie vns
ſo vlijſlichen maint vnd reyſt
vn̄ leirt dat wirt ecker biddē
willen/ euͦer die gauͦen ī wˢdent
den moiſſich geingeren neyt
gegeyuͦen vnd den ydelen vmbgeingeren·
ſvnder den bidden vn̄
den herderen indeme gebeide nuͦ
ſoilen wir proyuͦē wat vn̄ we
wir bidden ſoilen Wanne der M··
ſich wilt geyuͦen zo ſyme gebeyde
vuͦr allen dingen ſo ſal hie
ſin gemoite heym hoylen vn̄
royfen deme van allen den vsloyſingen
vnd zo ſtrouͦwuͦngē
dat id geweyſt is van allen
dingen vnd ſal dan mit alſo groiſſer
oitmoitdicheyt vallen vuͦr
gotz voyſſe vnd bidden die milde
almuͦſſen gotz cloppen vur
deme veidˢelichen hertzen vnde
heyſſchen dat broyt dat is die
mynne want die alle die eydele
ſpyſe hedde die/ die werilt
hait ane broit ſy in were neit
eſich noch luͦſtlich noch nuͦtzlich
alſo ſint alle dinck ain gotliche
mīne· Nuͦ ſal der menſche bidden
dat eme got geyuͦe vnd wyſe
zo biddene wat eme alre meyſt
bevelt in ſyme gebeyde vn̄
in ſinre ynniger oyuͦuͦngen in̄
deme M·· alre nuͦtzſte ſy vnd
wat wyſen dan ſint die eme
dan intgain loyfent die ſalhie
vuͦr ſich neymen id ſy van der
gotheit van der heiliger driuͦeldicheit
of van deme lidene of
van den wuͦnden vns heren/ nv
verſteyt van deme biddene vnſen
heren zo bidden alle die M··
inkvnnen neit indeme geiſte
beiden ſvnder mit worden moiſen
ſy beyden vyl lieuͦe kint ſo
ſaltuͦ vnſen lieuͦen heren alſo
leyflichen vnd alſo guͦtlichen
mit den minnenſtē worden an
ſprechen alz duͦ vmmer erdencken
macht vnd dat ſal ouch
dine mynne ind din herze
eyſen bidde den hemelſchen vader
dat hie dir duͦrch ſinen eȳboren
ſvn dir geyuͦe ſich ſeluͦˢ
eynē vuͦrwuͦrp inder alrevellichſter
wyſen vn̄ alz duͦ
dan vintz eyne wyſe die dich
alremeiſt darzo andaicht reyſt vnde dir
alrebevellichſte is id weren
ouͦch dine ſvnden vnd dine
gebreichen of wat dat ſy da
by blyf vnd die kuͦs vys vn̄
dat is dit ſoicken dat man
ſoicke den leyfſten willen gotz
vnd des M·· beſte vnd cloppe
mit volſteidicher volheirduͦnge
want die volheirt
deme wirt die croine Nv
ſprach vnſe here wilch vader
were die ſinen kinden
alz ſy eme heiſchen broyt
dat hie in dan geyuͦe eynen
ſteyn· vnd of ſy heiſſchen
eynen viſch dat hie in
dan geyuͦe eynen ſlangē
by deme viſche beſteyt mā
wairzo verſicht vnd hoffenuͦnge
vnd of hie eme eyn
ey heiſche dat hie eme dan
geyuͦe eynen toirhant· By
deme ey verſteyt man eynen
leyuͦendichen geloyuͦē
vnd ſpricht hie we ir die
da boeſe ſint kuͦnd vren
kinden gode gauͦen geyuͦen
we vil me vre hemelſchē
vader gijt guͦde vnd die alrebeſten
gauͦen die in biddᵉ̄t
nuͦ ſprach der muͦnt der wairheit·
die biddit deme wirt
gegeyuͦen we mach nuͦ
dat ey geſyn dat alz manich
menſche bid vnd bid
al ſine lyefdage vnd eme
in wirt doch dit leyuͦende
broit neyt vnd ſo got ſo
vnſprechliche milde is vn̄
ſo ain alle maiſſe vnd inboyuͦen
alle wyſe ſo gerne gyt
vnd vergyt vnd duͦſent werf
gereider is zo geyuͦen wan
der M·· zo nemen· vnd deiſe
luͦde ſprechent die ſeluͦe heiliche
gebet dat heilige patˢ nr
vnd vyl ſelter vnd die heiliche
Collecten die der heilige
geyſt geleirt hait vnd nochtan
ſo in werdent ſy neyt erhoirt
dat mois eyne groiſſe
ſache ſin vnd eyn wuͦnder·
Kint ich wil dir ſagen ir hˢze
vnd ir gruͦnt ir mynne vn̄
ir meynuͦncge die is beſeſſen
mit vremder mynnē
dat ſy wat dat ſy doyt of
leyuͦende ſy ſint ſeluͦer of
get des irs vnd dat ſeluͦe
dat hait die ſtat alſo beſeſſē
vnd bekuͦmmert dat die waˢe
gotliche mȳne die dat ware
leyuͦende leyuͦende broit is de
in mach da die geyne neyt
wys neit ynne ſy bydden vn̄
beyden we vyl des ſy· Meiſter
huͦge ſpricht id is alz vnmoigelich
dat der M·· leyuͦe ſuͦnder
eynige dinge minne alz
dat hie leyuͦe ſuͦnder ſele· nv
proyuͦe ein eiclich wa mit
hie vmbe gee wan ſal die eyne
mynne in· ſo moys die
ander van noit vs Guͦys
guͦys vs ſprach ſent augꝰ
dat duͦ vol wˢdes nuͦ deiſen
M·· koment mit iren weriltlichen
hˢzen mit iren beſeſſenen
gruͦnden vnd biddent
vnd beydent vnd in wirt des
broitz neyt dat in is neyt gotz
ſchuͦlt ſvnder ir eygen ſchuͦlt
vnd den wirt der ſteyn vuͦr dat
broyt· dat is eyn hart ſteynē
herzen hart duͦrre vnd kalt
vnd verloſſchen ain andacht
vnd genaden vnd leyſent vaſte
die buͦche vs eyn na deme
anderen vnd dat in ſmacht
in neit vnd des in aicht hie
neit noch in hie in queilt noch
hie induͦrſt darna neit· alz
hie dat gedeylt in eynre groyuͦer
blinder wyſen ſo liet hie
neder vnd ſleift des morgēs
heift hie euͦer an alz vā eirſt
dat hie alſo ſine gebeidelyne
gedoy ſo duͦnckit in id ſy genoch
vnd hie by wirt ſin grūt
alſo hart alz eyn moilenſtein
dat man ſy weder gebrechē
noch buͦygen in kan· komet
man ſy an mit eynigē dingen
dat weder ſy is id ſy an
doine of an laiſſene ſo wirt
man des gruͦntz ſo gewar mā
mach wuͦnder ſeyn harde
ſteynende berge· kint leyf
kint vuͦr dieſen ſteynendē
gruͦnden huͦde dich vnde in
haif neyt vyl reydens mit ī
dat duͦ ſy eyt berichten wiltz
dan eyn wort vnd vluͦ vnſe
here ſprach ya / ya/ neyn nein
dencke vnd doy· alz die wyſe
maede ſprachen dat uͦch vn̄
vns neyt in gebreche· ſi ouch
dat dir dieſer ſteyn an dynen
kop nͭ ī vaire buͦyge dich
vnd huͦde dich dat duͦ ey neit
weder in ſteyns id ſin ouͦch
ouͦch cleyn keſelſteyne neyn
leyf kint neyn· do den muͦnt
tzo vnd do dat hertze intgain
got vp leyf kint do id vmb
got vnd vmbe allit dat ich
gebidden mach vnd ſyt ſenftmoidich
vnd oitmoidich leintlegtich
vnd intgain de die
uͦch weder ſint· ſwich vnde
verdrayt vnd neympt vrs
gruͦntz war dieſe ſteyne lygent
dicke verborgen indem
M·· lange wyle bys man ſy an
kompt mit eyniger wyſen
wyſt da ich deiſe luͦde wyſte
mit verborgeme haſſe of vnguͦnſte
vnd neit ſich in laiſſent
berichten ich in geyuͦe ī
gotz licham neyt man vint
vil M·· die bichtint xx ·· of··
xxx ·· iair vnd die in gedadē
ney reichte bichte noch ſy ī
woirden ney reicht obſoluͦeirt
vnd geynt da mit zo
deme heiligen ſacrament
dat is eyn enxſtlich groiſlich
ſorglich dinck wan der
pays die die ouͦerſte gewalt
hait die in moichte dē
menſchen neit loiſen vn̄
ſo deiſe me dar geint vnd
me beydent vn̄ guͦder wˢke
doint id ſy wat dat ſy ſo ſy
ey harder vnd ſteynrenre
werdent vnd blinder vnd
groyuͦer want ſy vˢlaiſent
ſich vp ire guͦde werck vnd
in wˢe verre beſſer dat ſy
ir neyt in deiden vnd dat
ſy zo deme heiligen licham
vns heren geynt vnd der
vrſachen neit inlaiſſent vn̄
ouͦch die gebreichen wyſt
dat dat got nͭ ī leyſt vͦngewrochen
nūmer hie in wricht
id neit alleine an der ſelen
mer ouͦch an deme lyuͦe· in
wirt ouͦch der ſlange vuͦr
den viſch kinder dat ſint al
vrdelen luͦde alſo alz der ſlange
ſleyt al vmbe vnd guͦys
ſin vergyfniſſe alſo ſint deiſe
vrdeilende luͦde wat ſy ſeint
of hoirt dat wirt vergyftlich
in in vnd dat geyſſent
ſy vs mit vercleynguͦngē
vnd mit verneittuͦngen vn̄
ſint die ſlangen in in alſo
lanck als van eynre want zo
der andere ſy in ſeynt neyt wilch
ſy ſeluͦer ſint ain alſo vn̄
alſuͦs ſoild dys vnd die ſin
die ſlangen ſint ouͦch waile
cleyne als pricken dat is vˢborgene
afgvnſticheit vnde
behende ſtiche vnd vercleynuͦ̄ge
die vſeime boyſen gruͦnde
her vs ſlichent da vuͦr huͦyd
uͦch vrdelt vch ſeluͦer vnde
neymant anders dieſen M··
wirt der toirrant dys corpio
vuͦr dat ey dat is eyn valcſch
gelouͦuͦe van in ſeluͦer eyn
valſch zo verſicht vnde eyne
dvmme vermeſſenheit war
vmbe inſoild ich neyt alz wail
varen alz die vnd die ich beyden
ſingen vnd leyſen vnd
leyuͦen alz wail alz ſy doynt
vnd alz dat ſcorpio dat lechgelt
vuͦr vnd ſmeichet mit
deme mūde vnd hinden ſtich
id mit den ſtertzſe alſo geſchuͦyt
deiſer valſcher zo vˢſicht
andeme ende alz der grūt
ſich in deckit dan valſchen
beſeſſenen gruͦnt ſo vallen
ſy in myſtroiſt vnd in tzwiuͦel
vnd werden ewiclichē
verloren ſo komet der ſtich
des ewigen doitz· kinder dit
deit dait man des gruͦndes
vnd der gebreche neyt war
in nympt dat is eyn harde
ſorglich dinck· der pays
die hait ſuͦlche artilkel eme
ſeluͦer behalden zo erloiſene
etzelichen den penitencieiren
vˢleynt etzelichen dē
buͦſſchoffen vnd anderen dē
preiſteren dit in is neyt dar
vmbe gedain zo harder verdoymmicheit
ſvnder dat die
ſvnden da mit bekant vnd
geweigen vn̄ grois geaichtit
wˢden vn̄ der ruͦwe die meire
werden in deme geweigen
wˢden vnd verhoyt werden
kinder wiſt ir we ſorglichē
dat is dat die luͦde mit deiſen
beſeſſenen gruͦndē da ho wirdiche
duͦre bloit dat got duͦrch
vns vˢgoſſen hait intfeint
vnd ire valſche gruͦnde noch
ire gebreche neit war in
neiment wiſt irt ir moichte
er vairen van anxſte
vnd dar vmbe hait man
in etzlichen geyſtlichen cloiſteren geboidē
dat man zo drijn weichen moys
zo deme ſacramente gain
dar vmbe alz lange zijt dat
man al die wyle waile vnd
ſere ſich bereyde intgain die
groiſſe wirtſchaf dat dat heilige
ſacrament ſins werckis
in den M·· bekomen moigen
of lief kinder gotz reiſt vre
begeiruͦnge darzo vnd halt
uͦch alſo dat ir dircke moigt
dat ho wirdige ſacrament
neymen bid vnſen heˢn dat
hie uͦch ſeluͦer bereyde vnd
leyft alſo ynnenclichen vnd
mynnenclichen ſyt ſenftmoidich
vnd oitmoidich vnd af
geſcheiden velt nuͦ wail her
vmbe vp uͦch lyden ſweich vn̄
in antweirt neyt/ eyn meiſtˢ
der heiligˢ ſchrijft wart gevraigt
we eme dat beveile
dat etzeliche geiſtliche luͦde
vnſen herē alz dicke woildē
neymen inbuͦſen ire geſelſchaf
vnd ire gewoinheit/ Do ſprach
dys meiſtˢ/ owe here got
wie ſoildē wir vns des ſo ynnenclichen
ſere vreuͦwen dat
eyman were den gotz geluͦſte
vn̄ ſin begeirde vnd in den cloiſteren
die dat doint den deynent
die andenˢ / vnd ſtoggēt
ī zo mit alſme groiſme vliſe/
neyman van den die zo
geint inſoilen nuͦ̄mer gedencken
dieſe in ſin verre beſſer
die is neyt indoynt dan ſy
vnd ſy laiſſent van groiſſer
eirweirdicheit vn̄ oitmoidigͭ
die eyns groys dinck is/ is
dat uͦch eymā ſteyne vnde
intgain wirpt mit vrluͦngē
vn̄ ſleyt uͦch mit ſeltwordē
denckt dat dat ſuͦnder middel
van gode kompt id ſint oich
noch ander ſteyne dat der
menſche van in bynnen wtˢ
gelaiſen die van alme ſyme
hertzen gotz begert vn̄
vint ſich hart duͦrre vnde
kalt vnd traige dan ſalmā
ſich me ynrelichen halden
vn̄ hoiden alz der M·· ynnerlicher
hartgeit voilt dat he
da by blyuͦe vn̄ ſich hoyde
dat neit anders zo inſlee
dat eme dat intlitge dan
blijf by dir ſeluˢ / vn̄ loiffent
dir ouͦch dine gebrechen intgain
mit ſwairme ſtrengme
vrdele vnd ſtraifuͦngen dins
ſelfs da by blijft vnd ſtraife
dich ſeluͦer mit vijl harde
vn̄ ſtoinde dat vrdel ouch ein
gantze weche dat were vil
guͦt· ſteyne dich ſeluͦer mit
vuͦr gode indir ſeluͦer vnd
alſuͦs ſaltuͦ doyn alz balde
alz duͦ in eynich dinck in
vngevrdenuͦncgen geuͦallē
bys alzo hantz ſo bigte gode
ſvnder meiren intvallent
dir dan die gebregge
dat duͦ neyt in weys zo ſagene
alz duͦ zo deme bichtere
komis ſo geloiuͦe dat
dir die ſvnde bas ſin vergeyuͦen
dan dat duͦ ſy deme
paiſſe ſeluͦˢ gebichtet hetz ane
ich biddenuͦch dat ir neyt vyl
worde ī hait in der biget vſwendich
die heilige kirche hait
die bichet geordent vp doit ſūde
vn̄ of man in tzwiuͦel wˢe
dat eyn dinck doit ſuͦnde moichte
ſin vnd neit vp deigelige
ſchuͦlt dat macht eynuͦeldich
vnd kuͦrt eya biget die gode
ouͦch duͦnckt dich dat dich deiſe
vſwendiche werck hindeˢn
alz koir gain vn̄ deinſtliche
werck der gehoirſamheit leif
kint die werck die in hinderent
dich neit ſvnder dine
vnordenuͦnge inden werckin
die hinderent dich dat duͦ got
neit luͦterlichen vuͦr inhais
ī dinre mīnen in dinre meynūgen
indime gemoite dat duͦ
zo ſtreuͦwet bys vnd vˢbilt biſt
vn̄ dir got neyt gentzlichen
inne ī is in truͦwen kint dat
hindert dich vnd neit die wˢck
noch egein dinck dan duͦ ſeluͦˢ
dit is eyn zo wuͦrp vp deiſe cloppuͦngen
da dit ewͫ af ſprach
vnſe hˢe ſprach anders wa hie
ſy die duͦyr duͦrch die mā gain
moys zo deiſer mynnenclicher
duͦyrē ſal der biddende M·· cloppen
vnd drin endē dat hie in
dˢ wairhͭ in gelaiſſen wˢde hie
ſal mit alre andaicht cloppen
vuͦr dem mīnenclichen vp gedayme
hˢzē inder vp geſloiſſenre
ſiden vns heˢn ihˢu xpī vnd dar
ī ſich dragen mit alre andaicht
vn̄ inbekentniſſe ſins grūdeloiſen
airmoides vnd ſins neittis
alz dˢ arme lazaruͦs vuͦr des richē
mans duͦrē vnd heyſſchē die brocken
ſinre genadē die nade die
geyt dir eyn gotlich ouˢnaturlich
weyſen Dan cloppe zo deme
andeˢn maile vuͦr den durē der
heiligˢ vp gedainre wūden dˢ
heiliger hende vn̄ bidden vmbe
wair gotlich bekentniſſe dat
dich erluͦchte vn̄ zo eme erheyuͦe
dan cloppe vuͦr dˢ duͦren dˢ
heiliger voyſſe vnd bidde alda
vmbe waire gotliche mīne
die dich alzo maile mit eme
vˢeyne vnd dich in in alzo mail
vˢſencke vn̄ vˢſleiſſe Dat wir
nuͦ alle alſo moiſſē bidden
ſoickē vn̄ cloppen dat wir wˢdē
īgelaiſē des helpe vns dˢ lieuͦe
got amen ·
Die eidel wirdige penitēcie
de vnſe hˢe ihˢc xpc̄ ded in der
zijt de is mī vnd neyt ſyn· Dat ander
die mīnencliche zokeir indē
willen ſins hemelſchē vaders die
ſint myn vn̄ neit ſyn· Dat dirde
die hitzige trane die ſich ſchepten
vs dem grūde ſins hˢzen mit gūſt
ſynre ſelen vs geiſſende vs ſinen
mynnenclichen leiflichen ouͦgē
die trene ſint min vn̄ neit ſin ſy
ſint eyne reynuͦ̄ge mīre ſelen
vn̄ eyn betzailūge alre mynre ſchuͦlt·
Dat veirde was ſin andeichtich
ynnich gebet dat was alſo ſtarck
dat ſich alle ſine creifte van
ynnē vnd vā vſſen zo grūde leiſſen
ī die ſele die ſele ſprach din
wille dˢ gewˢde vader neit myn
wille dat gebet is myn vn̄ neit
din want ich alle myne dage mynē
willen behalden hain hˢe alz dv
dinē willen ouˢgeyuͦes· gyf mir
craift dat ich vs alle myme willē
geleidicht wˢde· Dat vuͦnfte dat is
dat vp geſichte dinre gotlicher
barmhˢzicheit· do ich ſchuͦldich was
do leides duͦ mich mit groiſſer gedoilt
vnd in haiſt mir geyn goyt
vor behalden do ich mich verloys
do vuͦndes duͦ mich do ich mich ſeluͦer
leys minen vianden do behuͦdes
duͦ mich dat ſy mich neyt
ī moichten vˢtzeiren do ich mich
dode do geuͦes duͦ mir dat leyuͦē
do wart vp geſloiſſen dine ſide
vn̄ dyn eidel hˢze goys vs dat leyuͦen
dieſe mȳnen wˢck die ſint
myn vn̄ neyt din· her vp ſtuͦret
ſich myne ſele wāt ich ir neygeyns
ī geleyfde des mynſtē noch
des meyſtē· Dat ſeiſte alz duͦ mich
gemīnet haiſt bys ī den doit
vn̄ haiſt mich ervuͦllit mit alme
goide do woildis duͦ mir die
letze laiſē do wt̄ geſeyn in deme
raide dˢ heiliger dryuͦeldicheit
dat dˢ mȳner ſyme lieuͦē neit
beſſers gegeyuͦen ī mach dan
ſich ſeluͦer do bewyſte hie dat
mīnē werck mit eme ſeluͦer do
hie ſas an der richer tafelē des
wirdigē auͦent eſſens· vn̄ ſoilde
ſinē lieuͦen ſich ſeluͦˢ geyuͦē do
warē ſy zo cleyne zo beſleiſſen
alſuͦlchen konīc in ere ſelen dar
vmbe in deme eirſten/ ee/ hie·
ſich eymā gaf do intfeinck he·
ſich ſeluͦˢ want mēſchliche natuͦre
neit reidich ī was in zo int
intfainde do intfeinck hie ſich ſeluͦer
dat allit dat an in gebrach dat
hie dat eruͦuͦlte mit ſyme intfenckeniſſe
alſo alz hie in ī allē
dyngē was vuͦr gegangē alſo
woilde hie yn vuͦr gain ī ſyme
intfenckniſſe hie woilde ſy leirē
eſſen ſin eydel vleiſch hie woilde
ſy leiren drincken ſin eidel bloit
hie woilde ſy leiren mynnē got
vn̄ M·· in eynre ᵽſonen hie woilde
in geyuͦē zo gebruchen vnd
zo gevoilen gotliche guͦde vnd
geſchaffenheit· want hie eme
ſeluͦer neit behalden in hait dā
den die ſyn neit intfangen in
moigen· her vp ſpricht dat ewͫ·
alſo alz ir maiſſen hait alſo
wirt uͦch gegeyuͦen· Dat ſeuͦēde
is die vruͦcht des wirdigen lydens
vn̄ ſins ſteruͦens do hie an
deme cᵘce heinck da warē wuͦndē
ī wuͦndē da warē ſmertzen in
ſmertzen dat bewyſet dˢ preiſter
ī der miſſen alz hie dat heilige
ſacᵃment deylet ſo bewyſet
hie dat mit dˢ deyluͦngē ſinre
geliedere vn̄ mit dem vp ryſſen
ſinre wuͦnden vn̄ alre ſynre aideren
vnd af ſcheiduͦngen der
eideler ſelen van deme lyuͦe do
ſich dˢ eidel wuͦrm want ane
deme cruͦce van ſextenzijt zo
nonen den der ᵱphete ſach in
deme geiſte do hey ſprach ich
byn eyn wuͦrm vnd neyt ein
M·· her vp ſpricht ſcūs pauͦluͦs
Beſebit in uͦch des vnſe hˢe ihˢc
xᵽc in eme beſuͦb do hie ſprach
vader mynē geyſt geyuͦen ich
ī dyne hende do geſchach dat wirdiche
offer vnſer erloiſuͦngen
an deme cᵘce vns heˢn ihˢu xpī alle
dieſe dinck die ſint min vnde
neyt dyn ich hain eyn getzuͦch
an den ᵱpheten der da ſpricht
here genuͦchliche erloyſuͦnge is ī
dir nuͦ loiſe den eidelen wuͦrm
van deme cruͦce dat gebraiden
lamp alſo duͦ geyſt mit mīnē
zo deme wirdigen ſacramente
ſo is dir dat gebraden lamp eyne
artzedie· ſine wuͦnden leige
in die dine vnd die dine leige
indie ſine vn̄ weſſche dich in
deme heyſſen bloide ſo wirſtuͦ
eyn nuͦwe geboren M·· dat
heilige ſacrament is eyne artzedie
der ſelin vn̄ aller der
creifte die da vˢwuͦnt ſint
mit ſuͦndē dˢ wuͦnden ī mach
neyt ſo vyl geſyn die ryuͦeir
die da vleiſſent vs dem eidelen
hˢzen vns heˢn ihˢu xpī· weren dinre
wūden alſo vyl alz alre M·· wūden
die ſaluͦe des eidelen bloides
vns henˢ ihˢu xpī die ſal heyl machen
alle dyne wuͦnden vn̄ ſal
dich vruͦchbar machen in allen
duͦchden vn̄ haiſtuͦ ſeluˢ / geyne
doigent haiſtuͦ dat lyden vns
heren ihˢu xpī ſo haiſtuͦ alle doigent
dat duͦ eirlichen komps
vuͦr dat vrdel gotz die eidele
wūde des hˢzen vns heˢn ihˢu xˢ
die is eyn loyn vn̄ eyne ere alre
wuͦndē die da geleiden wˢdēt
vā geiſte vn̄ van vleiſche ſo
duͦ intfencgis dat licht dˢ werilt
ſo begeire dat hie dir geyue
zo bekennen dat ſyne vn̄ dat
dyne alz hie id bekant wille
hauͦen So duͦ intfays dat lamp
godis dat da dragit der alre M··
ſuͦndē ſpricht ſent iohˢes· ſo intfeys
duͦ dē der da hait braicht
den duͦirbeiren ſchatz vs vremden
landen die vruͦcht vs deme
veiderlichē hˢzen vnd wil dir betzailen
alle dine dine ſchuͦlt
die duͦ ſchuͦldich byſt ī deme hemel
vnd vp der erden vnd die
ſeluͦe gyt dir groiſſe gauͦen
dat hie dich heldit zo allen duͦchden
da duͦ mynne zo haiſt
vn̄ begeirde M·· machſtuͦ dich
zo allen zijdē neit darzo gevoigen
dat duͦ intfays dat
heilige ſacᵃmente ſo ſaltuͦ dich
keiren zo den vruͦchten des ſacᵃmentz·
In machſtuͦ zo allē zijdē
deiſer dinge alle dage gedencken
ſo ſaltuͦ ir begeiren wa
duͦ bys id ſy indˢ kirchen of indˢ
kameˢn ſo kneyn vuͦr dat getruͦwe
hˢze vns heˢn ihˢu xˢ alz he
kneyde vuͦr ſynē hemelſchen
vader mit eyme birnende eirnſte
vn̄ mit hitziger begeirdē
hˢe · ſo begeiren ich ouͦˢmitz din
gebet bruͦdˢlicher mynnē in
den hemel vn̄ indˢ erden aller
dˢ M·· die hude arbeident ī dinē
wūden vn̄ in alre heiligē wunden
vn̄ in irre ynrelicher zokeir
vn̄ in irre vſſerlicher oyvuͦncgē
indē trenen irre ouͦgē
vn̄ in deme we · irs hˢzen vn̄ ī deme
genoich doin irre ſvnden vnde
alle die duͦ ernuͦweſt indime
duͦren dode vn̄ alle die M·· da
duͦ mit mȳnē vnd mit lyuͦe in̄e
woyns· wat̄ ich dich neyt geeren
in mach noch inkan noch
ouͦch wirdich ī byn So begeire
ich dat dir eir geſchey
ouͦˢmitz dieſen M·· nuͦ begeire
ich broderlicher mīnen ī dem
hemel van allen den heilegen
die ir bloit ey vˢguͦſſen vnde
geſtoirt haint do ſy ſich leiſſē
zo gruͦnde in allis dat got van
in gedain woilde hain Oich groiſſet
den meiſtˢ/ der uͦch die craft
gaf dat uͦch ney mā des lidens
genoich ī kuͦnde gedoin··
Der meiſtˢ/ ſprach van veir
leye ſteruͦen dat dˢ menſche
ſteruͦen ſal wir ſoilen ſtˢuͦen
dē ſuͦndē wir ſoilen ſtˢuͦē
den ſynnē wir ſoilen ſtˢuͦē van mīnen/
wir ſoilē ſtˢuͦen van īnē
wir ſoilē ſtˢuͦē den ſvndē dar
vmb mois gantz ruͦwe vn̄ gewair
bichte vn̄ genoich doyn
ſyn ī deme lidē vns hˢen ihˢu xˢ
alſo bereiden wir vns zo dem
auͦent eſſen/ eyn meiſtˢ ſpˢcht
dat eyn mēſche moichte mit
alſuͦlche mynnē vnd begeirdē
zo deme heiligen ſacᵃmente gaī
hedde hie vyl ſvnden gedain ſy
wuͦrdē eme alle vergeyuͦen·
beyde ſchoilt vnd pyne darzo
hait dat heilige ſacramente
craift hedde dˢ M·· doitliche ſūde
vp eme die hie gˢne bigten
woilde vn̄ eme vˢgeſſen werē
die ſoildē eme gereichent wˢdē
vuͦr deigeliche ſvndē dat intfenckniſſe
vns heˢn ihˢu xˢ dat is
veyr leye Dat eirſte is vns henˢ
ihˢu xˢ alz hie ſich ſeluͦˢ intfeinck
an deme wirdichme auͦenteſſen
dat intfenckniſſe is ſin
alleyne vn̄ neymas̄ me Dat ander
intfenckniſſe is gemeyne
alre M·· die ſich alſo gereynigit
haint van allen iren ſvnden vn̄
ſteynt vnſchuͦldich van grouͦen
ſvnden vnd ſteint mit gotlicher
vn̄ mit broderlicher mynnen
dē is geraiden zo drin hogezijdē
ī deme iair zo/ zo gain zo deme
heiligen ſacrament de des neit
ī doint den is geboiden eyns in
deme iair· die dyt laiſſent ſūder
ſaichen ader rait irs bichters
der is mir alz eyn heyden
den ſal man begrauͦen vp
dat velt· Die meiſtˢ vraigent of
dˢ preiſtˢ vnd dˢ leyen intfenckniſſe
gelich ſyn dar zo antwˢt
mā alſuͦs dˢ preiſtˢ is eyn gemeyn
mā der heiliger kirgē
vn̄ des volks dar vmb ſagit
hie zo dˢ miſſē vs alre dˢ doiget̄
vn̄ wˢcke alre guͦdˢ M·· dᵉr M··
vraigit ſich vnd ſpˢcht hˢe ſal
ich gain zo deme ſacᵃment
ich in gevoile doch in geyne
ynnicheit da van Dˢ meiſter
antwˢt dir kompt dir die kaltheit
vs ſchuͦlt ſo ī ganck neit
dar kompt dir die kaltheit
dat dich got vˢſoicken wilt ſo
laiſt dich in ſyne barmhˢzichͭ
vnd gain darzo Sente Bernart
ſpˢcht hie is dat vuͦir
dat dich duͦrch hitzen ſal hie
is din die mȳne die dich dͬchvleiſſen
ſal mit ſuͦſſicheit vn̄
mit luͦſt/ hie is die craift die
dir ſal helpen zo ouˢ wynnē
alle dyne bekorūge· Nuͦ neymen
wir die eirſte noittuͦrft
alre M·· we die geiſtlichē ſoilden
ſyn zo deme heiligen ſacᵃmente
Sy ſoilden hain eyn ynnich
gebet ſy ſoilden hain eyne
ynreliche andaicht vnd eyne
hitzige begeiruͦnge vnd eine
birnende mȳne/ alz dˢ M·· deiſe
veir ſtuͦcke hait ſo ſal hie ſtaī
mit alſo eirſamer voirten
alz hie ſtoinde vp der hellenportzen
vā reichtˢ vnwirdicheyt
heddes duͦ luͦterhͭ alre
engel vn̄ leyuͦen vn̄ lyden
alre heiligē vnd demoidichͭ
dˢ konīcgen mariē nochtan
wirſtuͦ vnwirdich des heiligē
ſacᵃmentis· her vmb ſpˢcht
dˢ preiſtˢ/ here ich inbin neit
wirdich dat duͦ komes ī dat
huͦys mīre gedencke minre
worde mīre wˢcke Svnder
ſpricht eyn wort vn̄ mine
ſele wˢt geſvnt· alz duͦ geys
vā deme altaire ſo ganck mit
demoidicher danckberheit
vn̄ ſpˢch Lieuͦe hˢe ich danckē
dir dat duͦ mich mit dir geſpiſet
vn̄ vˢeyniget haiſt dat
is dͧˢch dine vrie guͦde des ich
neit wirdich in byn Nv
moicht ir mich vraigen hˢe
we ſal ich mich keiren alz
ich dat heilige ſacramente
intfangen hain ich wiſen
dich vp vnſen heˢn ihˢu xˢ do
hie ſich ſeluͦˢ intfengen hadde
do keirde hie ſich zo ſime bitteren
liden Die inkeir was
ſo groys dat bloit vnd waſſer
ouˢ ſinē lyf vlois vn̄ was alſo
ſtarck vn̄ alſo lanck bis dat
hie an deme cruͦce ſtarf
alſo do ouͦch duͦ vnd nym war
vs wat mynnē he dich gegoilden
hait Sich hie is got vnd
M·· der dir ſo leiflichen gedeynet
hait Sich we duͦ ſinen
deinſt vn̄ ſin bitter liden intfangen
haiſt vn̄ duͦ ſin gebruͦchet
haiſt mit danckberheit
Sich lieuͦes duͦ alſo ſo is dir dat
heilige ſacrament eyne artedie ·
Dat dirde intfenckniſſe
des heiligen ſacramentis dat
is na deme richen M·· hˢe wat
ſolē ſi hain eyne vnbevleckde
luͦtˢheit dat is eyne vnbevleckde
luͦtˢheit die da neit ī hoift
vp zijtliche dink· vn̄ den geine creature
ervreuͦwē mach noch vā īnē
noch vā vſſen noch vā īnē neit
hoffē vp geiſtlichē troiſt noch
neit ī wˢdē bedrouͦet vā geiſtligē
begkoruͦnge noch inſolē
neit eygēſchaf ſoickē ī dē
wˢckē die got ī doit noch īſoilet̄
neit glorieirē ī geime vs
ſprechē noch ī ſolē neymā bewyſūge
geyuͦē dat ſi alſuͦlgē
M·· ſin ſy ſoilē ſich haldē dat
ſi die groiſte ſuͦndˢ ſin vn̄ ſi ſolen
hain eyne groenēde cōſciencie
die koᵽt vs oyuͦender
luͦtˢheit wan alle middel auͦe
ſint dat geyn ſtraiffen inder
conſciencien īiſt ſo ſteyt ſy zo
vreiden dat ſpricht der here
nuͦwe wil ich machen alle dinck
ſo begynt hie zo groenen vn̄
vruͦcht zo brengē alz dˢ mandelkernen
boym die hait wenich
bladˢ/ vn̄ vyl vruͦchte vn̄
ſine kernen die ſint ſuͦſſe
vn̄ ſine ſchale die is hart de
lydet den wynt vn̄ den rayn
vn̄ die kerne ſteyt ī ire geroicheit ·
vn̄ ſaltuͦ dˢ kernē gebruͦchen
ſo mois die ſchale
geſlagen wˢden zo manigen
ſtuͦcken Saltuͦ dˢ ſuͦſſicheit
dˢ gotheide vn̄ dˢ menſcheide
gebruͦchen ſo moiſtuͦ geſlaigen
wˢden van ynnen vn̄ vſſē
vn̄ moiſt zo ſtuͦcken gemacht
werden vnd moiſt mit lyden erarnet
wˢden ſo dat lyden ey gᵒſſer
wirt ſo dat lyden ſo duͦ der wairheyt
ey bloyſlicher gebruͦchiſt
vnd reicht als die kerne behalden
wirt vor rayne vn̄ wynde
Alſo mois beuͦoliche arbeyt behalden
werden in lyden· vnde
lydens is neyman wirdich dā
der ſvn gotz vnd deme hie is
van vrier mynnen geyuͦen
wilt vnd wyſte eymant dat
lyden alſo eidel were er ſoilde
ſich dar gehen bereyden als
zo deme wirdigen heiligen ſacramente··
Deo gracias ··
Reuela deno viam tuam
et spera in eo et ipse faciet.
et educet quasi
lumen iusticiam tuam
et iudiciun tuun tamquan meridien
sberditus esto deno et ora eun// liebe
müezet lêren üeben stætelîchen
sancte Bernhart und Isaac unde
mêr danne daz der mennische sich ôtmüetelîchen
sprichet in dem salter. Reuela eten
Reuela Eten offenbâre deme hêrren
sal iz wærlîchen tuon/ offenbâre
sal iz wærlîchen tuon wes dir
ihrus xpuns ihrus allerliebeste liep
diusternisse. Spera in eo
lîdet iuch ôtmüetelîchen und belîbet
gotes.// Justicia et iudiciun
preparatio sedis tue. hier komet
der ander vers// Et educet
qai lu. ius. t. et iudi t. tamqa; me sber. esto
do. et ora eun// sal ûz leiten alls
den ewanglio// Quod fcem est
in iᵽo vita erat eten// daz geworden
liuhtet in deme diusternisse dit
is daz diusternisse daz sancte Dionisius
esto deno. bis undertænic dem
diusternisse der got über in verhengen
in gotelîcher wârheit/ is wunderlîchen
// Manduco xpem et manducor ab
xpon. ich izzen xpem und wirden
cezzen van ime// Noli emulari
des helfe uns got Amen. Fac ho
et viues// liebe kinder
gotes gehôrt hette und sunderlîchen
Beati oculi qui vident qen
vos videtis// sælic
unse hêrre antwarte ime guotlîchen.
unbehuotsamheit der
leide an sît inte sich ôtmüetelîchen
sînere maht zuohandes: wirdet
mennische.. ôtmüetelîchen bekennet. wirdet
van unseme hêrren ihru xᵽo wan
Pêter ob sancte Johannes si sâgen einen
unse ougen unde unse sêle êwiclîchen
soliche liute künnen als vernunftlîchen
alls ôtmüetelîchen rehte alls ob
si die edel tuht rehte wesenlîchen
quanteswîse schînen triegent si die
man stætelîchen vüre sich neme
ûzwentic in iete danne alzuohandes
grunt snellîchen sunder mêren
zuohandes / -- hunger
dit vilelîhte bezzer danne daz
dir allez wunderlîchen dienen
Pilatus und vore Herôdes/ unde
noch mit vermezzenere gedürsticheit
miltlîchen umbe ströuwet
inte der man kranclîchen
dit kint et cetra/ niergen ab en
gemeinlîchen danne die berge.
gelouben ires selbes/ abissuos abissuom/
niet. daz niet sancte Dionisius
got amen
Estote ergo misericordes
sicut et pren uren misericors// Scens
Lucas die schrîbet in dem ewangelio
iuch wider mezzen et cetra// in
teit gemeinlîchen under den
unde sanftmuotlîchen und mit
worten. schrîbet sancte Grêgôrius
unde is grôzlîchen den pfaffen verboten
des is wunderlîchen vile
vort sprach daz ewanglirm
wünninclîchen inne solte
steit rehte schedelîchen zuo
nein niet hâs die türewartær
über mich/ Deus in adiutorium
sîn entvert iuch ein hart wortechîn
alzuohandes daz ein ôtmüetic
guoderteirenheyt niemer swâr gelâz
under ein und solet strîten minniclîchen
und die bürde ûzer den henden vroelîchen
und guotlîchen nemen und
hêrre in deme ewangelio sprichet
sunderlîchen iuwerere stillen alsô vlîze
sîn als an allen ungeurloubeten
si wiste daz si sunderlîche ane
êrbærlîche und getwædiclîchen unde
hovelîchen stân wie solte danne
daz man die wort ganzlîchen
. sprichet daz ewangeliun
solet ir vile ôtmüetelîchen und
und sunderlîchen soliches arzetærs
gedürsticheit danne als diser
vergiplîcher boeser dinge niet
vrîlîchen und sicherlîchen und
zuohandes. want si müezen lîhte
deme paternren mit kniewene
wîsen und werken gemeinlîchen
und ime sunderlîchen unde
lîdenes uns hêrren ihru xᵽi dit
inte dit zuokêren des gemüetes daz
bliklîchen aber und aber
vliezen wirkelîchen und vernunftlîchen
deme allergelîcheste ein nâhvolgen
der mennische en mac niet lîhtelîchen
noch snellîchen deme entsinken
werde ich sicherlîchen gesunt die
mac gerüeren van sînere snoedeheit
want sich diser publicanus bekante
Repleti sunt oens spun scon et
ceperunt loqui// si sint al
schadelîchen verloren was in dem
allermeist ungehôrsamheit
unde was der allerminninclîcheste
liebe hêrre ihrus xpuns an deme
ime vore gehalten sint. Repleti
sent oms. wær iz -- alsô
als iz was in helias gezîten
Repleti sunt oms/ si sint alle
îtelz vindet dise îtelheit die
van nôt ûz want si sint contrarie
danne alzuohandes wirket der heilige
dir haben wolte/ in eodem loco
ungesihtlîchheit und in swærheit
unleiten inde des aneklebenes
sorclîchen zîten alsus vile is
alzuohandes dâr ûf mit einere
alzuohandes zuo deme bîhtær loufen
van grunde alzuohandes lât
sint die slangehtige mennischen
en sint daz niet vergiplîche
zuo deme allerargesten und swærent
komen haltet dise zwei punctechîn
danne daz got dich mit bereiten
âne underlâz Bernardus als ich
grôzlîchen loben und danken
als guotlîchen swîget und
guoderteirenheit und in vridelîcher
sunder dîne ungeordenunge in den
und meine got lûterlîchen in al
in dich komen und dich alsô wærlîchen
amen
Duoc in altuom et laxate retia
urena in capturam.
ewangelio van der wechen daz
unse hêrre ihrus xpuns quam zuo
deme mere und gienc in Simonis
sprach zuo Simone. Duoc in altum
ich bin ein süntær dit ewangelium
niet dit hât wunderlîchen
al diseme koment si danne wunderlîchen
schif daz was Simonis unse
machet sich iehteswaz schuldic an
Duc in altun. vüere daz schif
in altum. vüere daz schif in
prophêten Jeremiam in deme
wîn wîn van Zyperen wîn
van Engaddy und sprichet
gemüetes daz lûterlîchen ûf got
trecken in deme seile Adâmes
nochdanne entrîtet wole gewalticlîchen
Dixit iherc disciplis suis// unse
dit ewangeliun daz is vort lanc
unde swærlîchen van den mennischen
vlîzlîchen manet und reizet
gegeben und den îtelen umbegengæren.
lieplîchen und alsô guotlîchen
einen vürewurf in der allervelligester
allerbevellicheste is iz wæren
mit volstætiger volhertunge
giuz ûz sprach sancte Augustinus
und ôtmüetic lembechîn
sorclich dinc wan der
wirdet der tarant di scorpio
und als daz scorpio daz lechelt
und werden êwiclîchen
sorclich dinc. der bâbes
kinder wistet ir wie sorclîchen
lebet alsô inninclîchen und
minninclîchen sît senftmüetic
wie solten wir uns des inninclîchen
sich mêr innerlîchen halten
ungeordenungen gevallen
bis alzuohandes bîhte gote
niet lûterlîchen vore en hâs
unde dir got niet ganzlîchen
sîten uns hêrrn ihru xpin und dâr
got amen.
die unse hêrre iherc xpcen tet in der
daz ûfgesihte dînere gotelîcher
niet reitic en was in zuo --
mennische.. hier ûf sprichet scuns Paulus
daz êrlîchen komes
herze uns hêrrn ihru xer als
uns hêrrn ihru xer daz is
und gang dâr zuo sancte Bernhart
dich ûf unsen hêrre ihru xer
starc unde alsô lanc biz daz
mennische.. der dir lieplîchen gedienet
Deo gracias..